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 Bihar Board 12th Geography Important Questions Long Answer Type Part 5

Bihar Board 12th Geography Important Questions Long Answer Type Part 5

प्रश्न 1.
राष्ट्रीय महामार्ग और राज्य महामार्ग में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर:
राष्ट्रीय महामार्ग और राज्य महामार्ग में निम्नलिखित अंतर है-
Bihar Board 12th Geography Important Questions Long Answer Type Part 5, 1

प्रश्न 2.
भारत में सड़कों के असमान वितरण के लिए उत्तरदायी किन्हीं तीन कारणों को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भारत में सड़कों के असमान वितरण के तीन कारण निम्नलिखित हैं-

  1. भौतिक बनावट (Physiography) – सड़क घनत्व भौतिक बनावट से प्रभावित होता है। पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कों का घनत्व कम है, जबकि मैदानी भागों में घनत्व अधिक है।
  2. जलवायु (Climate) – जलवायु के प्रभाव से भी सड़क वितरण प्रभावित होता है। उत्तरी पूर्वी राज्यों में घनत्व इसलिये कम है कि यहाँ अधिक वर्षा होती है।
  3. आर्थिक विकास (Economic Development) – आर्थिक रूप से विकसित प्रदेशों में सड़कों का घनत्व अधिक है जबकि निम्न आर्थिक विकास स्तर के प्रदेशों में सड़कों का घनत्व कम है। केरल में सबसे अधिक सड़क घनत्व 37.5 किमी. है जबकि अरुणाचल में यह सबसे कम केवल 10 किमी. है।

प्रश्न 3.
परिवहन तथा संचार में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर:
परिवहन तथा संचार में निम्नलिखित अंतर हैं-
Bihar Board 12th Geography Important Questions Long Answer Type Part 5, 2

प्रश्न 4.
व्यक्तिगत संचार तथा जन संचार में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर:
व्यक्तिगत संचार तथा जन संचार में निम्नलिखित अंतर हैं-
Bihar Board 12th Geography Important Questions Long Answer Type Part 5, 3

प्रश्न 5.
भारत में सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
भारत में सूचना प्रौद्योगिकी के अंतर्गत दूरभाष, तार, फैक्स, इंटरनेट, रेडियो, टेलीविजन उपग्रह को सम्मिलित करते हैं। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग विकास में क्रांति लाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसने संचार को बहुत त्वरित एवं आसान बना दिया है। संचार के विभिन्न साधनों में रेडियो, टेलीविजन, उपग्रह संचार प्रमुख हैं।

रेडियो : यह संचार का सबसे सस्ता एवं लोकप्रिय साधन है। भारत में रेडियो का प्रसारण सन् 1923 ई० में रेडियो क्लब ऑफ बाम्बे द्वारा प्रारंभ किया गया था। सरकार ने 1930 ई० में इंडियन ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के अंतर्गत इस लोकप्रिय संचार माध्यम को अपने नियंत्रण में ले लिया। 1936 ई० में इसे ऑल इंडिया रेडियो और 1957 ई० में आकाशवाणी में बदल दिया गया। यह सूचना, शिक्षा, मनोरंजन से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों को प्रस्तुत करता है।

टेलीविजन : इसकी महत्वपूर्ण विशेषता है कि इसके जरिये हम किसी भी घटना को सुनने के साथ-साथ देख भी सकते हैं। टेलीविजन एक अत्यधिक प्रभावी दृश्य-श्रव्य माध्यम है। इसे शुरू में 1959 ई० में सिर्फ महानगरों में प्रारंभ किया गया। 1976 ई० में टी. वी. को ऑल इंडिया रेडियो से विलगित कर दिया गया और दूरदर्शन (डी. डी.) के रूप में एक अलग पहचान दी गइ

उपग्रह संचार : उपग्रह संचार की स्वयं में एक विधा है और ये संचार के अन्य साधनों का भी नियमन करते हैं। उपग्रह से प्राप्त चित्रों का मौसम के पूर्वानुमान, प्राकृतिक आपदाओं की निगरानी, सीमा क्षेत्रों की चौकसी आदि के लिए उपयोग किया जा सकता है।

भारत की उपग्रह प्रणाली को समाकृति तथा उद्देश्यों के आधार पर दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है-

  1. इंडियन नेशनल सेटेलाइट सिस्टम (INSAT)
  2. इंडियन रिमोट सेंसिंग सेटेलाइट सिस्टम (IRS)

इनसैट की स्थापना 1983 ई० में हुई थी। यह एक बहुद्देशीय उपग्रह प्रणाली है जो दूर संचार, मौसम विज्ञान संबंधी अवलोकनों तथा विभिन्न अन्य आंकड़ों एवं कार्यक्रमों के लिए उपयोगी है।

इंडियन रिमोट सेंसिंग सेटेलाइट उपग्रह प्रणाली मार्च 1988 ई० में रूस के वैकानूर से IRS-IA के प्रक्षेपण के साथ प्रारंभ हुई। प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन के लिए यह बहुत उपयोगी है। हैदराबाद स्थित नेशनल रिमोट सेंसिंग एजेंसी आंकड़ों का अधिग्रहण एवं प्रक्रमण की सुविधा उपलब्ध कराती है।

प्रश्न 6.
देश के आर्थिक विकास में रेलों का योगदान लिखिए। कोई चार बिन्दु दीजिए।
उत्तर:
भारतीय रेल मार्ग एशिया में प्रथम स्थान रखता है। इसका देश के आर्थिक विकास में बड़ा योगदान है। रेलवे ने कृषि और उद्योगों के विकास की गति को तेज करने में योगदान दिया है। रेल यात्रियों की भारी संख्या को दूरदराज के स्थानों तक ले जाती है तथा रेलें भारी मात्रा में माल की ढुलाई करती हैं। औद्योगिक और कृषि क्षेत्रों के विकास में रेल परिवहन की मांग में अधिक वृद्धि हुई है।

यह निम्नलिखित उदाहरणों से स्पष्ट है-

  1. कोयला रेलों द्वारा सबसे अधिक ढोया जाता है। 2001-02 में रेल द्वारा 230 करोड़ टन कोयला ढोया गया।
  2. लौह अयस्क, मैगनीज, चूना पत्थर आदि की ढुलाई औद्योगिक इकाइयों के लिए की गई है।
  3. रेलें, उर्वरक, मशीन आदि को कृषि कार्य के लिए पहुँचाती रहती हैं।
  4. रेलें तैयार माल को बाजारों तक पहुँचाती हैं।
  5. विदेशों से आयात किये गये माल को देश के आन्तरिक भागों तक पहुँचाती हैं।
  6. रेलों द्वारा श्रमिक एक स्थान से दूसरे स्थान को रोजगार के लिये जाते हैं।

निम्न सारणी रेलों द्वारा ढोये गये माल की प्रकृति दर्शाती है-
Bihar Board 12th Geography Important Questions Long Answer Type Part 5, 4

प्रश्न 7.
भारत के विदेशी व्यापार की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
भारत के विदेशी व्यापार की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
1. अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में भारत की भागीदारी (Share of India in International Trade) – भारत की अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में केवल 0.5% की भागीदारी है। यूरोप के छोटे से देश स्विट्जरलैंड की भागीदारी 1.8% से भी कम है।

2. समुद्री मार्गों की प्रमुखता (Priority of Sea Routes) – भारत का विदेशी व्यापार मुख्य रूप से समुद्री मार्गों से होता है।

3. प्रति व्यक्ति व्यापार कम (Per Capita Trade is Less) – विशाल जनसंख्या और कम व्यापार की मात्रा का परिणाम है कि प्रति व्यक्ति विदेशी व्यापार विकसित और अनेक विकासशील देशों की तुलना में काफी कम है।

4. निर्यात और आयात में भारी वृद्धि (High Increase in Import and Export) – देश का आयात 2000-01 में बढ़कर 227512 करोड़ रुपये मूल्य का था जबकि यह 1950-51 में केवल 608 करोड़ रुपये का था इसी प्रकार निर्यात भी 606 करोड़ रुपये से बढ़कर 201674 करोड़ रुपये का हो गया।

5. विपरीत व्यापार संतुलन (Unfavourable Balance of Trade) – आयात में निरन्तर वृद्धि से व्यापार संतुलन हमारे पक्ष में नहीं रहा। 2000-01 में यह घाटा 25898 करोड़ रुपये का था।

6. व्यापार की दिशा में विविधता (Variation in Trade Items)-स्वतंत्रता से पहले भारत का व्यापार गिने-चुने देशों के साथ था लेकिन अब भारत 200 देशों को निर्यात तथा 180 देशों से आयात करता है।

7. व्यापार की वस्तुओं में विविधता (Variation in Trade Items)-आज भारत 9300 प्रकार की वस्तुओं का निर्यात करता है। 8250 प्रकार की वस्तुओं का आयात करता है।

8. इलेक्ट्रॉनिक्स, कम्प्यूटर हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर का निर्यात (Export of Electronics, Computer Hardware and Software) – भारत ने हाल ही में इन वस्तुओं के निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि की है। दूसरी सबसे बड़ी विशेषता विकसित देशों को इसका निर्यात करना है।

प्रश्न 8.
भारत के अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार की बदलती प्रकृति पर एक टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
भारतीय विदेशी व्यापार में पिछले वर्षों में परिवर्तन आया है। यह निम्न तालिका में । स्पष्ट हो जायेगा।
Bihar Board 12th Geography Important Questions Long Answer Type Part 5, 5

1950-51 में भारत का विदेशी व्यापार 12140 मिलियन रु० था जो बढ़कर 2004-05 में 8371330 मिलियन रुपये का हो गया। यह वृद्धि आयात-निर्यात में हुई। आयात का मूल्य निर्यात के मूल्य से अधिक होता गया। पिछले कुछ वर्षों में व्यापार घाटे में भी वृद्धि हुआ। यह घाटा तेल के मूल्यों में वृद्धि होने के कारण हुआ। निर्यात संघटन की वस्तुओं में परिवर्तन होता जा रहा है। कृषि उत्पाद के भाग में गिरावट आयी है। तेल उत्पाद के आयात में वृद्धि हुई है। परम्परागत वस्तुओं के व्यापार में अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के कारण गिरावट आयी है। कृषि उत्पाद जैसे कहवा के निर्यात में कमी आयी है।

विनिर्मित वस्तुओं के निर्यात में 2003-04 में 75.96% व्यापार इंजीनियरिंग वस्तुओं के निर्यात में सुधार हुआ है।

प्रश्न 9.
भारत में गंदी बस्तियों की समस्याओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भारत में मलिन बस्तियों की समस्यायें कई प्रकार की होती हैं। मलिन बस्तियों की स्थापना ग्रामीण क्षेत्रों से लोग जो रोजगार की तलाश में नगरों में जाते हैं, वे नगर के बाहरी क्षेत्र में पटरियों के साथ रहने लगते हैं। इन लोगों को मजबूर होकर यहाँ बसना होता है। ये लोग पर्यावरणात्मक अधूरी एवं स्तरहीन क्षेत्रों में कब्जा कर लेते हैं। यहाँ जीर्ण शीर्ण मकान, खराब स्वास्थ्य, स्वच्छता परिस्थितियाँ होती हैं। खराब हवा का आवागमन तथा पेय जल, प्रकाश तथा शौच सुविधाओं जैसी आधारभूत आवश्यक चीजों से अभावपूर्ण होते हैं। यहाँ आने-जाने की सुविधा नहीं होती। गलियाँ संकरी और मलिन होती हैं। खराब परिस्थितियों के कारण लोग बीमारियों से ग्रस्त रहते हैं। सुलभ शिक्षा का प्रबन्ध नहीं होता। ये लोग नशीली दवाओं के आदि शराबी, अपराध, गुंडागिरी आदि कुरीतियों के शिकार हो जाते हैं।

प्रश्न 10.
जल प्रदूषण के प्रभावों का वर्णन करें।
उत्तर:
जल प्रदूषण के अनेक प्रभाव हैं-

  1. रागा का प्रसार (Spreading of Diseases) – प्रदूषित जल के सेवन से मनुष्य को अनेक रोग लग जाते हैं। जैसे-हैजा, चेचक, पीलिया, टाइफाइड, पेचिश आदि।
  2. जलीय पौधों और जीव-जन्तुओं की मौत (Death of Animals and Water Plants) – विषैले जल से जलीय पौधे और जीव-जन्तु मर जाते हैं।
  3. फसला का नाश (Destruction of Crops) – प्रदूषित जल की सिंचाई से फसलें नष्ट हो जाती हैं या उनमें रासायनिक विष घुल जाते हैं।
  4. मिट्टी की उर्वरता का नाश (Destruction of Fertility of Soil) – प्रदूषित जल मिट्टी को प्रदूषित करके उसकी उर्वरता को नष्ट कर देता है। मृदा के जीवाणु और अन्य सूक्ष्म जीव मर जाते हैं।
  5. सुपोषण (Eutrophication) – जलाशयों में जैविक अजैविक पोषक तत्त्वों की भरमार होती है। इससे अवांछित पौधों और जीव-जन्तुओं की संख्या में भारी वृद्धि हो जाती है।
  6. सागरीय जल का प्रदूषण (Pollution of Sea Water) – समुद्र के जल में पेट्रोलियम पदार्थों के मिल जाने से समुद्र में पाये जानेवाले जीव-जन्तु मरने लगते हैं।

प्रश्न 11.
देश में भूमि प्रदूषण को कम करने के दो उपाय बताइए।
अथवा, (भू-निम्नीकरण को कम करने के उपाय सुझाइए।
उत्तर:

  1. किसानों को रासायनिक पदार्थों का उचित प्रयोग करने के लिये प्रशिक्षण देना चाहिए। डी. डी. टी. आदि के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगा देना चाहिए।
  2. नगरीय तथा औद्योगिक गन्दे पानी को साफ करके सिंचाई के लिये प्रयोग किया जा सकता है।
  3. सड़ी-गली सब्जियों और फलों तथा पशुओं के मल-मूत्र को उचित प्रौद्योगिकी द्वारा बहुमूल्य खाद में परिवर्तित किया जा सकता है।
  4. मलिन बस्तियों के लोगों को सुलभ शौचालय की सुविधा देकर भूमि प्रदूषण को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
  5. प्लास्टिक के बने पदार्थों को जल के प्रवाह में न जाने दिया जाए। इससे जल प्रदूषित होता है जो भूमि को भी प्रदूषित करता है।

इन उपर्युक्त उपायों से भूमि प्रदूषण को कम किया जा सकता है।

प्रश्न 12.
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में पनामा नहर की महत्ता का वर्णन करें।
उत्तर:
पनामा नहर का निर्माण अटलांटिक एवं प्रशान्त महासागर के तटीय देशों को जोड़ने के उद्देश्य से 1913 ई० में किया गया था। 70 किलोमीटर लम्बा यह नहर पनामा नहर और कोलोन के बीच फैला है। इस नगर मार्ग के मध्य 6 दरवाजे या जलबन्ध बनाये गये हैं जो यहाँ से समुद्र जहाजों को पार करने में मदद करती हैं। दोनों महासागरों के जलस्तर में 26 मीटर का अंतर होने के कारण इस नहर को पार करने पर जहाजों को 26 मीटर ऊपर-नीचे होकर जाना पड़ता है।

इस नहर के बन जाने के बाद सबसे अधिक लाभ संयुक्त अमेरिका को हुआ है। इसके पूर्वी और पश्चिमी तट के बीच यात्रा की दूरी और समय दोनों में उल्लेखनीय कमी आयी है। न्यूयार्क तथा सेन फ्रांसिस्को के बीच लगभग 1300 किलोमीटर की कमी आयी। इसी तरह अमेरिका के पश्चिमी तथा दक्षिण अमेरिका के पूर्वी तटों एवं यूरोप तथा एशिया के बीच की यात्रा और समय कम हो गया है। इसी तरह उत्तरी अमेरिका के पूर्वी तट और दक्षिणी अमेरिका के पश्चिमी तटीय देशों के बीच समय और दूरी कम हो गयी है। समय और दूरी कम लगने से वस्तुओं के परिवहन पर लगने वाले व्यय या लागत में भी कमी आयी है। पनामा नहर को प्रशान्त महासागर का सिंहद्वार भी कहा जाता है।

इस नगर मार्ग के बन जाने से न्यूयार्क एवं याकोहामा के बीच 5440 किलोमीटर, सेन फ्रांसिस्को से लिवरपुल के मध्य 8000 किलोमीटर तथा न्यूयार्क एंव आर्कलैण्ड के मध्य 4000 किलोमीटर की दूरी घट गयी है।

प्रश्न 13.
दिये गये मानचित्र का अध्ययन कीजिए और निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(i) उत्तरी भाग के जल-अभावग्रस्त शुष्क प्रदेश का नाम बताइए। यह प्रदेश किस वर्ग (उष्ण या शीत) में रखा गया है ?
(ii) उत्तरी-पश्चिमी भाग के जल-अभावग्रस्त शुष्क प्रदेश के नाम बताइए। यह प्रदेश किस वर्ग (उष्ण या शीत) में रखा गया है ?
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उत्तर:
(i) जम्मू-कश्मीर का उत्तरी भाग। यह शीत वर्ग में आता है।
(ii) हरियाणा का पश्चिमी भाग, पश्चिमी राजस्थान तथा गुजरात का पश्चिमी भाग। यह उष्ण वर्ग में आता है।

प्रश्न 14.
संसार के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित को दर्शाइए-
(i) उत्तरी अमेरिका, यूरोप तथा एशिया, प्रत्येक से एक-एक वैश्विक नगर
(ii) हाँगकाँग, शेनझेग, गुआंगझाऊ-झुई-मुकाऊ के विकसित गेगालोपोलिस।
उत्तर:
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प्रश्न 15.
भारत का मानचित्र बनाकर निम्नलिखित को इंगित करें :
(क) पटना (ख) दिल्ली (ग) कोंकण तट (घ) अंडमान निकोबार द्वीप (ङ) बंगाल की खाड़ी (च) मुंबई हाई।
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प्रश्न 16.
ऊर्जा के अपारम्परिक स्रोत कौन-से हैं ? भारत में इसकी संभावनाओं की चर्चा करें।
उत्तर:
ऊर्जा के अपारंपरिक स्रोत के अंतर्गत सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, ज्वारीय तथा तरंग ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा एवं जैव ऊर्जा को सम्मिलित करते हैं। भारत के संदर्भ में इसका विवरण निम्न है-

(i) सौर ऊर्जा – ऊर्जा का वैसा रूप जिसे सौर प्लेटों के सहारे सूर्य की किरणों से प्राप्त किया जाता है, सौर ऊर्जा कहलाता है, इस प्रकार की ऊर्जा कोयला एवं तेल आधारित संयंत्रों की अपेक्षा 7 प्रतिशत अधिक तथा नाभिकीय ऊर्जा से 10 प्रतिशत अधिक प्रभावी है। भारत के पश्चिमी भागों गुजरात व राजस्थान में सौर विकास की संभावनाएँ अधिक हैं।

(ii) पवन ऊर्जा – प्रवाहित पवन के द्वारा प्राप्त ऊर्जा को पवन ऊर्जा कहते हैं। यह प्रदूषण मुक्त ऊर्जा होती है। पवन ऊर्जा का हमारे देश में संभावित क्षमता 50,000 मेगावाट की है। एशिया महादेश का सबसे बड़ा पवन ऊर्जा संयंत्र गुजरात के कच्छ में लाम्बा पवन ऊर्जा संयंत्र है। पवन ऊर्जा के लिए राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र तथा कर्नाटक में अनुकूल परिस्थितियाँ विद्यमान है।

(iii) ज्वारीय तथा तरंग ऊर्जा – समुद्री जल के ज्वारीय तरंगों से प्राप्त ऊर्जा को ज्वारीय ऊर्जा कहते हैं। महासागरीय धाराएँ ऊर्जा का अपरिमित भंडार गृह हैं। भारत के पश्चिमी तट पर वृहत् ज्वारीय तरंग उत्पन्न होती है। भारत में इस प्रकार की ऊर्जा का विकास अभी शैशवावस्था में है।

(iv) भूतापीय ऊर्जा – पृथ्वी के गर्भ से तप्त मैग्मा जो अधिक मात्रा में ऊष्मा निर्मुक्त करती है, इससे प्राप्त ऊर्जा को भूतापीय ऊर्जा कहते हैं। भारत में, भूतापीय ऊर्जा संयंत्र हिमाचल प्रदेश के मानीकरण में अधिकृत किया जा चुका है। बिहार राज्य के राजगीर, गया एवं मुंगेर से निकलने वाली सल्फर युक्त गर्म जल से भी ऊर्जा की प्राप्ति हो सकती है।

(v) जैव ऊर्जा – जैविक उत्पादों से प्राप्त ऊर्जा को जैव ऊर्जा कहते हैं। जैविक उत्पादों के अंतर्गत गोबर, मल-मूत्र, अपशिष्ट को सम्मिलित करते हैं। भारत के दिल्ली केन्द्रशासित प्रदेश में नगरपालिका कचरे से ऊर्जा की प्राप्ति होती है।

प्रश्न 17.
निरुद्योगीकरण एवं पुनरुद्योगीकरण में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
निरुद्योगीकरण (Deindustrialisation) – विनिर्माण उद्योगों के ह्रास को निरुद्योगीकरण कहा जाता है। निरुद्योगीकरण की प्रक्रिया विकसित देशों में अनेक कारकों का परिणाम है।

  1. विनिर्माण उद्योगों में मनुष्य के स्थान पर मशीनों का प्रयोग बढ़ना।
  2. विदेशों में अत्यंत सस्ती दरों पर उत्पन्न औद्योगिक उत्पादों की प्रतिस्पर्धा।
  3. नई मशीनों के निवेश में कमी के कारण इन उत्पादों का मूल्य अधिक होना।
  4. उच्च योग्यता प्राप्त लोगों द्वारा तृतीयक तथा चतुर्थक क्षेत्र के कार्यों को वरीयता देना।
  5. उच्च ब्याज दर तथा विदेशों से खरीदी जाने वाली वस्तुओं का और अत्यधिक महँगा होना।

पुनरुद्योगीकरण (Reindustrialisation) – इससे तात्पर्य नए उद्योगों के कुछ खंडों का विकास करना है। विशेषकर उन क्षेत्रों में जहाँ उद्योगों का ह्रास हुआ है। अत्यधिक विकसित देशों में पुनरुद्योगीकरण की निम्न विशेषताएँ हैं-

  1. उच्च प्रौद्योगिक फर्मों जैसे इलैक्ट्रोनिक्स के सामान का उत्पादन करने वाली फर्मों की वृद्धि।
  2. ऐसी नई फर्म जो बहुधा उच्च कुशलता वाले कम श्रम के आधार पर विनिर्माण की स्थापना करती है।
  3. नई फर्म जो अपेक्षाकृत अल्प औद्योगिक क्षेत्रों में अथवा महानगरों के सीमांतों पर आधारित हैं।

प्रश्न 18.
स्वर्णिम चतुर्भुज परम-राजमार्ग पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
स्वर्णिम चतुर्भुज परम राजमार्ग (Golden Quadrilateral Super Highways) – भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने देश में चार महानगरों-दिल्ली, कोलकाता, मुम्बई एवं चेन्नई को 4 लेन वाले द्रूतगामी सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना का शुभारम्भ 2 जनवरी, 1999 को किया। इस योजना में स्वर्णिम चतुर्भुज जो दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई और कोलकाता चार महानगरों को जोड़ने वाले 5,846 किलोमीटर और उत्तर-दक्षिण तथा पूरब-पश्चिम गलियारों (7,300 किलोमीटर) जो क्रमशः श्रीनगर से कन्याकुमारी तथा सिल्वर से पोरबन्दर से जोड़ते हैं, 4/6 लेन वाले शामिल हैं। 5,846 किलोमीटर लम्बे इस कुल मार्ग में 5,319 किलोमीटर को 4 लेन वाला किया जा चुका था। 7,300 किलोमीटर में से 822 किलोमीटर लम्बे मार्ग को चार लेन में बदलने का कार्य पूरा हो चुका है और 4,892 किलोमीटर की लम्बाई के मार्ग पर कार्य चल रहा है।

प्रश्न 19.
संसार के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित को उचित चिह्नों द्वारा दर्शाइए तथा उनके नाम लिखिए-
(i) संसार के पाँच सबसे बड़े व्यापारिक देश।
(ii) यूरोपीय मुक्त व्यापार संगठन (इफ्टा) देशों के नाम।
(iii) ओपेक के सदस्य देश।
(iv) आसियान के सदस्य देश।
उत्तर:
(i)
Bihar Board 12th Geography Important Questions Long Answer Type Part 5, 9
चित्र : संसार के पाँच व्यापारिक देश

(ii)
Bihar Board 12th Geography Important Questions Long Answer Type Part 5, 10

(iii)
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(iv)
Bihar Board 12th Geography Important Questions Long Answer Type Part 5, 12

प्रश्न 20.
भारत का मानचित्र बनाकर निम्नलिखित को प्रदर्शित करें :
(a) तालचिर (b) कांडला पत्तन (c) राँची (d) शिमला (e) अजमेर (f) पटना।
उत्तर:
Bihar Board 12th Geography Important Questions Long Answer Type Part 5, 13

प्रश्न 21.
भारत के रेखा मानचित्र पर सूती वस्त्र उद्योग के प्रमुख केन्द्रों का वितरण दिखाइए।
उत्तर:
Bihar Board 12th Geography Important Questions Long Answer Type Part 5, 14

प्रश्न 22.
भारत का मानचित्र बनाकर निम्नलिखित को प्रदर्शित करें :
(क) जमशेदपुर
(ख) आगरा
(ग) दिल्ली
(घ) हैदराबाद
(ङ) पुणे
(च) शिलांग।
उत्तर:
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