Advertica

 Bihar Board Class 10 Hindi व्याकरण संज्ञा

Bihar Board Class 10 Hindi व्याकरण संज्ञा Questions and Answers

प्रश्न 1.
संज्ञा की परिभाषा उदाहरण सहित दीजिये।
उत्तर-
किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान तथा भाव आदि के नाम को संज्ञा कहा जाता है। वास्तव में, संज्ञा का कोषगत अर्थ है नाम। अर्थात् संक्षेप में कहें तो किसी नाम को संज्ञा कहते हैं। यह नाम व्यक्ति, जाति, द्रव्य, स्थान, गुण, धर्म किसी का भी हो सकता है।

संज्ञा के कुछ उदाहरण ये हैं मोहन, करीम, झील, गीता, कलम, पेंसिल, पटना, दिल्ली, मनुष्य, पत्थर, सेना, लड़कपन तथा बुढ़ापा इत्यादि।

प्रश्न 2.
संज्ञा के कितने भेद हैं ? सोदाहरण लिखें।
उत्तर-
संज्ञा के पाँच भेद हैं जो निम्नलिखित हैं
(i) जातिवचाक संज्ञा—इससे जाति भर का बोध होता है जैसे-लड़का, लड़की, औरत, मर्द, आदमी, गाय, बैल, कलम, फूल आदि।
(ii) व्यक्तिवाचक संज्ञा-इससे किसी खास व्यक्ति, वस्तु, जगह आदि का बोध होता है, जैसे-राम, रहीम, रजिया, डॉली, चाँद, सूरज, पृथ्वी, पटना, कोलकाता, दिल्ली, बनारस आदि।
(iii) भाववाचक संज्ञा-इससे किसी व्यक्ति या वस्तु के गुण, दोष, स्वभाव, अवस्था आदि का बोध होता है जैसे लड़कपन, बुढ़ापा, ईमानदारी, बेईमानी, लंबाई, चौड़ाई, अच्छाई, बुराई, भलाई, चतुराई, रंगाई, सिलाई, पिटाई, पढ़ाई, एकता, वीरता, मूर्खता, राष्ट्रीयता, सुन्दरता, सरलता, दीनता आदि।
(iv) समूहवाचक संज्ञा-इससे एक ही तरह के व्यक्तियों या वस्तुओं के समूह का बोध होता है, जैसे-वर्ग, गुच्छा, सभा, झुण्ड, परिवार, खानदान आदि।
(v) द्रव्यवाचक संज्ञा-कोई द्रव या वस्तु जिसे नापा या तौला जाये, उसे द्रव्यवाचक संज्ञा. कहते हैं, जैसे सोना, चाँदी, पानी, घी, तेल, कपड़ा, लकड़ी, कोयला आदि।

प्रश्न 3.
व्यक्तिवाचक संज्ञा की परिभाषा देते हुए कुछ उदाहरण दें।
उत्तर-
व्यक्तिवाचक संज्ञा व्यक्तिवाचक संज्ञा किसी विशेष व्यक्ति या स्थान का बोध कराती है; जैसे-गंगा, तुलसीदास, पटना, राम, हिमालय आदि। हिन्दी में व्यक्तिवाचक संज्ञा की । संख्या सर्वाधिक है। व्यक्तिवाचक संज्ञाओं में निम्नलिखित नाम समाविष्ट होते हैं-
(क) व्यक्तियों के अपने नाम तुलसीदास, महेश, राम आदि।
(ख) नदियों के नाम-गंगा, गंडक, यमुना आदि।
(ग) झीलों के नाम डल, बैकाल आदि।
(घ) समुद्रों के नाम-प्रशान्त महासागर, हिन्द महासागर आदि।
(ङ) पहाड़ों के नाम-आल्प्स, विन्ध्य, हिमालय आदि।
(च) गांवों के नाम-पैनाल, मनिअप्पा, बिस्पी आदि।
(छ) नगरों के नाम-जमशेदपुर, पटना, राँची आदि।
(ज) सड़कों, दुकानों, प्रकाशनों आदि के नाम अशोक राजपथ, परिधान, किरण पब्लिकेशन आदि।
(झ) महादेशों के नाम एशिया, यूरोप आदि।
(ञ) देशों के नाम चीन, भारतवर्ष, रूस आदि।
(ट) राज्यों के नाम उड़ीसा, बिहार, महाराष्ट्र आदि।
(ठ) पुस्तकों के नाम रामचरितमानस, सूरसागर आदि।
(ड) पत्र-पत्रिकाओं के नाम-दिनमान, अवकाश-जगत आदि.
(ढ) त्योहारों, ऐतिहासिक घटनाओं के नाम- गणतंत्र-दिवस, बालदिवस।
(ण) ग्रह-नक्षत्रों के नाम- चंद्र, रोहिणी, सूर्य आदि।
(त) महीनों के नाम… आश्विन, कार्तिक, जनवरी आदि।
(थ) दिनों के नाम- सोमवार, मंगलवार, बुधवार आदि।

प्रश्न 4.
जातिवाचक संज्ञा की परिभाषा देते हुए कुछ उदाहरण दें।
उत्तर-
जातिवाचक संज्ञा – जातिवाचक संज्ञा किसी वस्तु या प्राणी की संपूर्ण जाति का बोध कराती है। जैसे—गाय, नदी, पहाड़, मनुष्य आदि।
‘गाय’ किसी एक गाय को नहीं कहते, अपितु यह शब्द सम्पूर्ण गोजाति के लिए प्रयुक्त होता है। ‘मनुष्य’ शब्द किसी एक व्यक्ति के नाम को सूचित न कर ‘मानव’ जाति का बोध कराता है।

जातिवाचक संज्ञाओं में निम्नलिखित समाविष्ट होते हैं –
(क) पशुओं, पक्षियों एवं कीट-पतंगों के नाम- खटमल, गाय, घोड़ा, चील, मैना आदि।
(ख) फलों, सब्जियों तथा फूलों के नाम…- आम, केला, परवल, पालक, जूही आदि।
(ग) पहनने, ओढ़ने, बिछाने आदि के सामान– कुर्ता, जूता, तकिया, तोशक, धोती, साड़ी आदि।
(घ) अन्न, मसाले, मिठाई आदि पदार्थों के नाम- गेहूँ, चावल, जलेबी, तेजपात, रसगुल्ला आदि।

प्रश्न 5.
भाववाचक संज्ञा किसे कहते हैं ? कछ उदाहरण देकर स्पष्ट करें।
उत्तर-
भाववाचक संज्ञा – भाववाचक संज्ञा व्यक्ति या पदार्थों के धर्म या गुण का बोध कराती है; जैसे-अच्छाई, चौड़ाई, मिठास, लंबाई, वीरता आदि।
भाववाचक संज्ञा में निम्नलिखित समाविष्ट होते हैं –
(क) गुण– कुशाग्रता, चतुराई, सौन्दर्य आदि।
(ख) भाव– कृपणता, मित्रता, शत्रुता आदि।
(ग) अवस्था— जवानी, बचपन, बुढ़ापा आदि।
(घ) माप- ऊंचाई, चौड़ाई, लम्बाई आदि।
(ङ) क्रिया- दौड़धूप, पढ़ाई, लिखाई आदि।
(च) गति- फुर्ती, शीघ्रता, सुस्ती आदि।
(छ) स्वाद- कड़वापन, कसैलापन, तितास, मिठास आदि।
(ज) अमूर्त भावनाएँ- करुणा, क्षोभ, दया आदि।

प्रश्न 6.
समूहवाचक संज्ञा किसे कहते हैं ? उदाहरण सहित लिखें।
उत्तर-
समूहवाचक संज्ञा- समूहवाचक संज्ञा पदार्थों के समूह का बोध कराती है; जैसे गिरोह, झब्बा, झुंड, दल, सभा, सेना आदि।
ये शब्द किसी एक व्यक्ति या वस्तु का बोध न कराकर अनेक का उनके समूह का बोध कराते हैं।

प्रश्न 7.
द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते हैं ? कुछ उदाहरण देकर स्पष्ट करें।
उत्तर-
द्रव्यवाचक संज्ञा– द्रव्यवाचक संज्ञा किसी धातु या द्रव्य का बोध कराती है; जैसे घी, चाँदी, पानी, पीतल, सोना आदि। द्रव्यवाचक संज्ञा की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसके पूर्ण रूप और अंश के नाम में पर्याप्त अन्तर हो जाता है। एक टुकड़ा सोना भी सोना है और एक बड़ा खंड भी सोना है, एक बूंद घी भी घी है और एक किलो घी भी घी है; किन्तु एक पूरे वृक्ष के टुकड़े को हम वृक्ष कदापि नहीं कहेंगे, उसे लकड़ी, सिल्ली, टहनी, डाली आदि जो कह लें। द्रव्यवाचक संज्ञा से निर्मित पदार्थ जातिवाचक संज्ञा होते हैं।

टिप्पणी – कुछ विद्वानों का कहना है कि संज्ञा के समूहवाचक तथा द्रव्यवाचक जैसे दो अलग भेद मानने की भी आवश्यकता नहीं है। वस्तुतः, इन दोनों का समाहार जातिवाचक संज्ञा में ही हो गया है।

प्रश्न 8.
भाववाचक संज्ञाओं की रचना किस प्रकार होती है?
उत्तर-
भाववाचक संज्ञाएँ प्रायः पाँच प्रकार के शब्दों से बनाई जाती है
(i) संज्ञाओं से
(ii) विशेषणों से
(iii) सर्वनामों से
(iv) क्रियाओं से
(v) अव्ययं शब्दों से



Bihar Board Class 10 Hindi व्याकरण संज्ञा - 4

Previous Post Next Post