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 Bihar Board 12th Chemistry Model Question Paper 1 in Hindi

Bihar Board 12th Chemistry Model Question Paper 1 in Hindi

परिक्षार्थियों के लिए निर्देश :

  1. परीक्षार्थी यथासंभव अपने शब्दों में उत्तर दें।
  2. दाहिनी ओर हाशिये पर दिये हुए अंक पूर्णाक निर्दिष्ट करते हैं।
  3. उत्तर देते समय परीक्षार्थी यथासंभव शब्द-सीमा का ध्यान रखें ।
  4. इस प्रश्न पत्र को ध्यानपूर्वक पढ़ने के लिए 15 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया है ।
  5. यह प्रश्न पत्र दो खण्डों में है, खण्ड-अ एवं खण्ड-ब
  6. खण्ड-अ में 1-35 तक वस्तुनिष्ठ प्रश्न हैं, सभी प्रश्न अनिवार्य हैं । (प्रत्येक के लिए एक अंक निर्धारित है), इनके उत्तर उपलब्ध कराए गए ओ एम आर-शीट में दिए गए वृत्त को काले/नीले बॉल पेन से भरें । किसी भी प्रकार का व्हाइटनर/तरल पदार्थ/ब्लेड/नाखून आदि को ओ एम.आर. पत्रक में प्रयोग करना मना है, अन्यथा परीक्षा परिणाम अमान्य होगा ।
  7. खण्ड-ब में 18 लघु उत्तरीय प्रश्न हैं (प्रत्येक के लिए दो अंक निर्धारित है), जिनमें से किन्हीं 10 प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य है । इसके अतिरिक्त इस खण्ड में 06 दीर्घ प्रश्न हैं (प्रत्येक के लिए 5 अंक निर्धारित है), जिनमें से किन्हीं 3 प्रश्नों का उत्तर देना है ।
  8. किसी तरह के इलेक्ट्रॉनिक यंत्र का उपयोग वर्जित है।

खण्ड-अ : वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न संख्या 1 से 35 तक के प्रत्येक प्रश्न के साथ चार विकल्प दिए गए हैं, जिनमें से एक सही है। अपने द्वारा चुने गए सही विकल्प को OMR शीट पर चिह्नित करें। (35 x 1 = 35 )

प्रश्न 1.
रवा कितने प्रकार के होते हैं ?
(a) 2
(b) 6
(c) 4
(d) 3
उत्तर-
(c) 4

प्रश्न 2.
H2O (बर्फ) में किस प्रकार के अपबन्ध पाये जाते हैं ?
(a) हाइड्रोजन बॉण्ड
(b) मेटालिक बॉण्ड
(c) आयनिक बॉण्ड
(d) सभी
उत्तर-
(a) हाइड्रोजन बॉण्ड

प्रश्न 3.
एक फैराडे विद्युत कितने कूलम्ब के बराबर होता है ?
(a) 96500
(b) 96550
(c) 94500
(d) 96000
उत्तर-
(a) 96500

प्रश्न 4.
प्रतिरोध के प्रतिलोम को कहते हैं
(a) चालकता
(b) प्रतिरोधात्मकता
(c) सुचालक
(d) कोई नहीं
उत्तर-
(d) कोई नहीं

प्रश्न 5.
प्रबल वैद्युत अपघट्य में λm का मान :
(a) तनु करने पर बढ़ता है
(b) तनु करने पर घटता है
(c) तनु करने पर स्थिर रहता है
(d) सभी
उत्तर-
(a) तनु करने पर बढ़ता है

प्रश्न 6.
रासयनिक अधिशोषण होता है ।
(a) अणुउत्तक्रमणीय अभिक्रिया
(b) उत्क्रमणीय अभिक्रिया
(c) वॉण्डर वाल्स बलों के कारण
(d) गैंसों की प्रकृति पर निर्भर है
उत्तर-
(a) अणुउत्तक्रमणीय अभिक्रिया

प्रश्न 7.
लोहे का मुख्य अयस्क है .
(a) मैग्नेटाइट (Fe3O4)
(b) हेमेटाइट (Fe2O3)
(c) सिडेराइट (FeCO3)
(d) आयरन पाइराइट (FeS4)
उत्तर-
(b) हेमेटाइट (Fe2O3)

प्रश्न 8.
किस प्रकार के अयस्क का सांद्रण इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक पृथककरण विधि द्वारा किया जाता है ?
(a) अचुम्बकीय कण
(b) चुम्बकीय कण
(c) सल्फाइड अयस्क
(d) सभी
उत्तर-
(b) चुम्बकीय कण

प्रश्न 9.
कॉपर माटे में होता है
(a) Cu2s तथा Cu2O
(b) Cu2s तथा Fes
(c) Cu2s तथा Fe2O3
(d) Cu2s तथा Cu
उत्तर-
(b) Cu2s तथा Fes

प्रश्न 10.
आवर्त सारणी के ग्रूप 15 में नाइट्रोजन के अतिरिक्त कौन-सा तत्त्व है ?
(a) ऑक्सीजन
(b) फॉस्फोरस
(c) कार्बन
(d) ऑर्गन
उत्तर-
(b) फॉस्फोरस

प्रश्न 11.
d-ब्लॉक के तत्त्वों को दूसरे किस नाम से जाना जाता है
(a) संक्रमण तत्त्व
(b) प्रारूपी तत्त्व
(c) असंक्रमण तत्त्व
(d) क्षार धातु
उत्तर-
(a) संक्रमण तत्त्व

प्रश्न 12.
जिंक है एक :
(a) संक्रमण तत्त्व
(b) लैन्थेनाइड
(c) लैन्थेनाइड
(d) s- ब्लॉक का तत्त्व
उत्तर-
(a) संक्रमण तत्त्व

प्रश्न 13.
Mn3+ एक ऑक्सीकारक है :
(a) t2g लेवल आधा भरा होता है
(b) eg लेवल पूर्णत: भरा होता है
(c) खाली d- कंक्षप के कारण
(d) सभी
उत्तर-
(c) खाली d- कंक्षप के कारण

प्रश्न 14.
K2 [Zn (OH)4] का I.U.P.A.C नाम है :
(a) पोटैशियम टेट्राहाइड्रॉक्सोजिकेट
(b) जिंक-डाई-हाइड्रॉक्साइड
(c) जिंक हाइड्रॉक्साइड पोटैशियम
(d) कोई नहीं
उत्तर-
(a) पोटैशियम टेट्राहाइड्रॉक्सोजिकेट

प्रश्न 15.
अलकीन के द्विबन्ध का पता लगाने को मिलाते हैं :
(a) तरल CO2
(b) तरल Br2
(c) तरल क्लोरीन
(d) बेयर प्रतिकारक
उत्तर-
(d) बेयर प्रतिकारक

प्रश्न 16.
त्रिविम समावयवता जिसका सम्बन्ध अध्यारोपित वस्तु दर्पण प्रतिबिम्ब को कहा जाता है :
(a) डायास्टीरीयोमर
(b) प्रतिबिम्बरूपता
(c) काइरल यौगिक
(d) रेसमिक मिक्सचर (मिश्रण)
उत्तर-
(b) प्रतिबिम्बरूपता

प्रश्न 17.
क्लोरोफॉर्म, ऑक्सीजन से प्रकाश की उपस्थिति में अभिक्रिया कर देता है :
(a) फॉस्फीन
(b) फॉस्जीन
(c) फॉस्फोरेसेन्स
(d) मिथेन
उत्तर-
(b) फॉस्जीन

प्रश्न 18.
एल्कोहॉल और ऐनॉल बनने में एलिकेन एवं एरीन का एक हाइड्रोजन किससे प्रतिस्थापित होता है ?
(a) – Cl
(b) – OH
(c)- CHO
(d)- COOH
उत्तर-
(b) – OH

प्रश्न 19.
ग्लिसरॉल है :
(a) मोनोहाइड्रिक ऐल्कोहॉल
(b) डाइ-हाइड्रिक ऐल्कोहॉल
(c) ट्राई-हाइड्रिक ऐल्कोहॉल
(d) टेट्रहाइड्रिक ऐल्कोहॉल
उत्तर-
(c) ट्राई-हाइड्रिक ऐल्कोहॉल

प्रश्न 20.
बेंजिन का साधारण हाइड्रॉक्सी व्युत्पन्न है :
(a) प्रोपेनॉल
(b) फिनॉल
(c) बेंजाइल ऐल्कोहॉल
(d) कोई नहीं
उत्तर-
(b) फिनॉल

प्रश्न 21.
चित्र Bihar Board 12th Chemistry Model Question Paper 1 in Hindi - 1 का IUPAC नाम है :
(a) 1, 5-डाई मिथाइल फिनॉल
(b) 1– हाइड्रॉक्सी-2- मिथाइल टॉलईन
(c) 1- हाइडॉक्सी-2, 3- डाइमिथाइल बेंजीन
(d) डाइड्राक्सी डाइ मिथाइल बेंजीन
उत्तर-
(a) 1, 5-डाई मिथाइल फिनॉल

प्रश्न 22.
क्लोरो इथेन, अमोनिया से अभिक्रिया कर देता है :
(a) इथेनेमिन
(b) प्रोपेनेमिन
(c) बेंजाइल ऐमीन
(d) इथेन नाइट्राइल
उत्तर-
(a) इथेनेमिन

प्रश्न 23.
ऐमाइड LiAIH4 से अवकृत हो कर देता है
(a) एल्केन
(b) ऐल्किल ऐमीन
(c) ऐल्कोहॉल
(d) अम्ल
उत्तर-
(b) ऐल्किल ऐमीन

प्रश्न 24.
HCOOH का IUPAC नाम है :
(a) इथेनॉइक अम्ल
(b) फॉर्मिक अम्ल
(c) मिथेनॉइक अम्ल
(d) ऑक्जेलिक अम्ल
उत्तर-
(c) मिथेनॉइक अम्ल

प्रश्न 25.
ऑक्जेलिक अम्ल का IUPAC का नाम है :
(a) मिथेनॉइक अम्ल
(b) इथेनॉइक अम्ल
(c) इथेन-डाइओइक अम्ल
(d) बेंजिन
उत्तर-
(c) इथेन-डाइओइक अम्ल

प्रश्न 26.
मिथाइल नाइदाइल का सूत्र है :
(a) CH3NC
(b) CH3CN
(c) C2H5CN
(d) C2H5NC
उत्तर-
(b) CH3CN

प्रश्न 27.
साधारण कार्बोक्सिलिक अम्ल जल में घुलनशील होता है, क्योंकि उनके बीच होता है
(a) सह-संयोजक बन्ध
(b) हाइड्रोजन बन्ध
(c) आयनिक बन्ध
(d) कोई नहीं
उत्तर-
(b) हाइड्रोजन बन्ध

प्रश्न 28.
फ़्रक्टोज का सूत्र है :
(a) C6H12O6
(b) C12H22O11
(c) CH12O5
(d) C6H6O6
उत्तर-
(a) C6H12O6

प्रश्न 29.
कार्बोहाइड्रेट जो जलांकित होकर तीन से दस मोनोसैकेराइड बनाता है, उसे कहते हैं :
(a) मोनो-सैकेराइड
(b) ओलिगो-सैकेराइड
(c) पॉली-सैकेराइड
(d) डाइ-सैकेराइड
उत्तर-
(b) ओलिगो-सैकेराइड

प्रश्न 30.
एमीनो अम्ल में दो सक्रिय मूलक होते हैं, पहला है- COOH और दूसरा
(a) – OH.
(b) – NH3
(c) – NH2
(d) NH4
उत्तर-
(b) – NH3

प्रश्न 31.
α-एमीनो अम्ल के पॉलिमर को कहते हैं :
(a) प्रोटीन
(b) पेप्टाइड
(c) पेप्टाइन्स
(d) डाइ-पेप्टाइड
उत्तर-
(a) प्रोटीन

प्रश्न 32.
पॉलीथिन किसका बहुलक है ?
(a) इथेन
(b) इथीन
(c) इथाइन
(d) प्रोपीन
उत्तर-
(b) इथीन

प्रश्न 33.
रबर स्टार्च, सेल्युलोज एवं प्रोटीन है :
(a) संश्लेषित पॉलिमर
(b) प्राकृतिक पॉलिमर
(c) आंशिक संश्लेषित पोलिमर
(d) कोई नहीं
उत्तर-
(b) प्राकृतिक पॉलिमर

प्रश्न 34.
ब्यूना – N तथा ब्यूना – S एक प्रकार है :
(a) प्राकृतिक रबर
(b) संश्लेषित रबर
(c) पॉलिथीन
(d) बेकेलाइट
उत्तर-
(b) संश्लेषित रबर

प्रश्न 35.
ज्वर कम करने में प्रयुक्त दवा को कहते हैं
(a) प्रति अम्ल
(b) पीड़ाहारी
(c) ज्वर हारी
(d) प्रति जैविक
उत्तर-
(c) ज्वर हारी

खण्ड-ब : गैर-वस्तुनिष्ठ प्रश्न

लघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न संख्या 1 से 18 तक लघु उत्तरीय कोटे के प्रश्न हैं। इनमें से किन्ही दस (10) प्रश्नों के उत्तर अधिकतम 50 शब्दों में दें। प्रत्येक प्रश्न के लिए 2 अंक निर्धारित है। (10 x 2 = 20 )

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
फ्रेंकल दोष से आप क्या समझते हैं ? (2)
उत्तर-
इस प्रकार के दोष में धनायन अपना स्थान छोड़कर अंतराकाशी स्थान में पाया जाता है । इस दोष में क्रिस्टल के धनत्व में कोई परिवर्तन नहीं होता है। इस प्रकार के दोष कम समन्वय संख्या वाले यौगिकों में पाई जाती है। उदाहरण-AgCl, ZnS, CaF2, AgBr आदि ।

प्रश्न 2.
आदर्श विलयन से आप क्या समझते हैं ? (2)
उत्तर-
वह विलयन जो ताप एवं सान्द्रता सभी परासों पर राऊल्ट के नियम का पालन करता है आदर्श विलयन कहलाता है।
(i) विलेय एवं विलायक को मिलने पर ऊष्मा परिवर्तन शून्य होता है। अर्थात् ∆Hमिश्रण = 0 होता है ।
(ii) विलयन का कुल आयतन विलेय तथा विलायक के आयतन के योग के बराबर होता है । अर्थात् ∆Vमिश्रण = 0 होता है ।
उदाहरण-बेंजीन + टॉलूईन ।

प्रश्न 3.
परासरण दाब को परिभाषित करें ?
उत्तर-
किसी विलायक को अर्द्धपारगम्य झिल्ली (Spm) द्वारा विलयन से परासरण को रोकने के लिए आवश्यक न्यूनतम दाब परासरण दाब कहलाता है। इसे π द्वारा सूचित किया जाता है।
इसे इस प्रकार व्यक्त किया जा सकता है
π=WRTMV
जहाँ M = अणुभार तथा R = गैस स्थिरांक

प्रश्न 4.
कॉपर सल्फेट को जिंक पात्र में क्यों नहीं जमा किया जाता है ? (2)
उत्तर-
कॉपर सल्फेट को जिंक पात्र में नहीं जमा किया जाता है क्योंकि अभिक्रिया कर जिंक सल्फेट बना लेता है
Zn + CuSO4 → ZnSO4 + Cu
यह दर्शाता है कि जिंक कॉपर से प्रबल अपचायक है ।

प्रश्न 5.
नेर्नस्ट समीकरण E=ERTnFln[M][Mnp] में R और F क्या है ?
उत्तर-
नेर्नस्ट समीकरण
E=ERTnFln[M][Mnp] में
R गैस स्थिरांक (8.314Jk-1 mol-1) है, Fफैराडे स्थिरांक 96500C mol-1 हैं, T केल्विन में तापक्रम है।

प्रश्न 6.
सेल स्थिरांक को परिभाषित करें।
उत्तर-
सेल स्थिरांक-चालकता सेल के लिए l/A का मान नियत (Constant) होता है जिसे सेल स्थिरांक कहा जाता है। इसे G* से सूचित किया जाता है।
G=lA
अत: सेल स्थिरांक का मात्रक m-1 या cm-1 होता है।

प्रश्न 7.
एंजाइम क्या है ?
उत्तर-
एंजाइम एक जटिल नाइट्रोजन युक्त यौगिक है जो जीवित प्राणियों एवं वनस्पतियों की कोशिकाओं से बनते हैं। वास्तव में ये प्रोटीन हैं जो जीवित प्राणियों द्वारा उत्पन्न होते हैं। ये अनेक जैव रासायनिक क्रियाओं हेतु उत्प्रेरण का कार्य करते हैं।
अतः इन्हें जैव उत्प्रेरक भी कहा जाता है। एंजाइम

प्रश्न 8.
PH3 आर्द्र वायु के साथ धुन बनाता है, क्यों ? 2
उत्तर-
PH3 आर्द्रवायु के साथ क्रिया कर अशुद्ध फॉस्फीन बनाता है जो वायु में स्वतः जलती है और मेटाफॉस्फोरिक अम्ल का सघन सफेद धुओं बनाता है।
PH3+ आर्द्रवायु → मेटाफॉस्फोरिक अम्ल (सफेद धुआँ)

प्रश्न 9.
कमरे के तापमान पर H20 तरल है, जबकि H2S गैस है, क्यों ?
उत्तर-
हाइड्रोजन बन्धन के कारण H2O तरल अवस्था में पाया जाता है जबकि H2S हाइड्रोजन बन्धन की अनुपस्थिति के कारण गैसीय अवस्था में पाया जाता है।
Bihar Board 12th Chemistry Model Question Paper 1 in Hindi - 3

प्रश्न 10.
कौन से तथ्य को आधार बना कर आप कहेंगे कि, स्कैन्डियम (Z = 21) एक संक्रमण तत्त्व है ?
उत्तर-
वे तत्त्व जिनकी अंतिम इलेक्ट्रॉन d – कक्षक में प्रवेश करते हैं, संक्रमण तत्त्व कहलाते हैं Sc के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास से स्पष्ट होता है कि अंतिम इलेक्ट्रॉन 3d में प्रवेश करता है।
Sc (Z = 21)-Is2 2s2 2p6 3s2 3p6 4s2 3d1
अंतिम इलेक्ट्रॉन
अत: Sc संक्रमण तत्त्व है।

प्रश्न 11.
Cr2+ तथा Fe2+ में से कौन प्रबल अवकारक हैं, व्याख्या करें।
उत्तर-
Cr2+ , Fe2+ की अपेक्षा प्रबल अवकारक होता है यह E° मानों | से स्पष्ट हो जाता है।
E° Cr3+ / Cr2P = -0.41 V 701 E° Fe3+/Fe++ = 0.77 V
कारण d4 → d3 तब बनता है जबकि Cr2+. Cr3+ आयन में परिवर्तित हो जाता है जबकि 6 → तब बनता है जब Fe2+, Fe3+ आयन में – परिवर्तित हो जाता है।
Cr2+ → Cr3+ → e, Fe2+ → Fe3+ → e
अब d4 → d3 संक्रमण d6 → d5 संक्रमण की तुलना में आसान है इसलिए Cr2+ Fe2+ की अपेक्षा प्रबल अवकारक होता है।

प्रश्न 12.
आप आंतर-संक्रमण तत्त्व से क्या समझते हैं? (2)
उत्तर-
वे तत्त्व जिनकी अंतिम इलेक्ट्रॉन (n-2)f-ब्लॉक में प्रवेश करते हैं आंतर-संक्रमण तत्व (f-ब्लॉक तत्त्व) कहलाते हैं। इनका सामान्य सूत्र (n – 1)f1-14 (n-1)d0-1 ns2 होता है। इनके दो श्रेणियाँ होती है :
(i) लैंथेनाइड श्रेणी (Lanthanide Series) La से Lu
(ii) ऐक्टिनाइड श्रेणी (Actinide Series) Ac से Lr

प्रश्न 13.
समन्वयी संख्या से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
उपसहसंयोजन संख्या-संकुल में केन्द्रीय धातु परमाणु/आयन से जुड़े लिगैन्ड के कुल परमाणुओं की संख्या को उपसहसंयोजक संख्या कहा जाता है। जैसे [PtCl6]2- में Pt की उपसहसंयोजक संख्या 6 है।

प्रश्न 14.
द्विदन्तुर लिगन्ड से आप क्या समझते हैं। (2)
उत्तर-
द्वितंतुर लिगैन्ड-जब लिगैन्ड में दो दाता परमाणु हों तो उसे द्विदंतुर लिगैन्ड कहते हैं।

प्रश्न 15.
ऐल्डिहाइड के ऑक्सीकरण से क्या मिलता है ? (2)
उत्तर-
ऐल्डिहाइड के ऑक्सीकरण से कार्बोक्सिलिक अम्ल मिलता है

प्रश्न 16.
एक जल में घुलनशील एवं एक वसा में घुलनशील विटामिन के नाम लिखें। (2)
उत्तर-
जल में घुलनशील विटामिन : विटामिन C, B तथा B2 वसा में घुलनशील विटामिन : विटामिन A, D तथा E

प्रश्न 17.
मोलरता एवं मोलरता की परिभाषा दें।
उत्तर-
(a) मोलरता (Molarity)-एक लीटर (1 क्यूबिक डेसीमीटर) विलयन में घुले हुए विलेय की संख्या को उस विलयन की मोलरता (M) कहते हैं।
Bihar Board 12th Chemistry Model Question Paper 1 in Hindi - 7
किसी विलयन की मोलरता तापक्रम पर निर्भर करता है।

(b) मोललता (Molality)-किसी विलयन को मोललता (m) Ikg विलायक उपस्थित विलेय के मोलों की संख्या के रूप में परिभाषित की जाती है। और इसे निम्न प्रकार से व्यक्त करते हैं।

किसी विलयन की मोललता ताप पर निर्भर नहीं करता है। ऐसा इसलिए होता है कि द्रव्यमान ताप पर पर निर्भर नहीं करता है।

(c) मोल अंश या मोल प्रभाग (Mole fraction)-विलयन में किसी अवयव का मोल-अंश इस प्रकार परिभाषित किया जाता है।
Bihar Board 12th Chemistry Model Question Paper 1 in Hindi - 9
उदाहरणार्थ-एक द्विअंगी विलयन में यदि A व B अवयवों के मोल क्रमशः nA nB हों तो A का मोल-अंश होगा,

प्रश्न 18.
संघनन एवं बहुलीकरण में अन्तर लिखें।
उत्तर-
बहुलीकरण-बहुलक उच्च अणुभार वाले यौगिक होते हैं जो अधिक संख्या में कम अणु भार वाले छोटे (सरल) अणुओं के मिलने से बने होते हैं । वे सरल अणु, जिनकी पुनरावृत्ति से बहुलक का निर्माण होता है एकलक कहलाते हैं । एकलक इकाई से बहुलक बनने की प्रक्रिया बहुलीकरण (polymerisation) कहलाती है । जैसे –

संघनक (Condensation)-इस प्रकार के बहुलीकरण में एकलक के एक से अधिक अणु आपस में क्रिया कर बहुलक के साथ-साथ H2O, ROH, NH3 आदि बनाते हैं। इन बहुलकों को मोलर द्रव्यमान और अणुसूत्र एकलक अणुओं के मोलर द्रव्यमान और अणुसूत्र का पूर्ण गुणांक नहीं होता है।
जैसे-नाइलॉन 66, टेरिलीन, बेकेलाइट आदि।।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न संख्या 19 से 24 तक दीर्घ उत्तरीय कोटि के प्रश्न हैं। इनमें से किन्हीं 3 प्रश्नों के उत्तर अधिकतम 120 शब्दों में दें। प्रत्येक प्रश्न के लिए 5 अंक निर्धारित हैं। (3 x 5 = 15)

प्रश्न 19.
निम्नलिखित व्यंजक के लिए प्रतिक्रिया की कोटि की गणना करें
(a) Rate = K [A]1/2 [B]3/2
(b) Rate = K [A]3/2 [B]-1
उत्तर-
(a) Rate = K [A]1/2 [B]3/2
कोटि = 12+32=42=2
अतः, अभिक्रिया की कोटि = 2

(b) Rate = K [A]3/2 [B]1
कोटि = 32+1=322=12
अतः, अभिक्रिया की कोटि = 1

प्रश्न 20.
गंधकाम्ल का कल्पन संपर्क विधि द्वारा कैसे होता है, संक्षेप में लिखें?
उत्तर-
संपर्क विधि द्वारा सल्फ्यूरिक अम्ल का उत्पादन-निम्नलिखित तीन चरणों में होता है।
(i) सर्वप्रथम सल्फर या सल्फाइड अयस्कं को हवा में जलाकर सल्फर डाइऑक्साइड गैस का निर्माण किया जाता है।
(ii) SO2 को V2O5 उत्प्रेरक की उपस्थिति में ऑक्सीजन के साथ उच्च दाब पर गर्म करने पर SO3 गैस निर्मित होती है।
Bihar Board 12th Chemistry Model Question Paper 1 in Hindi - 13

(iii) SO3 गैस को सल्फ्यूरिक अम्ल में पवाहित किया जाता है। इससे ओलियम बनता है । ओलियम को जल से तनु कर कभी भी सल्फ्यूरिक अम्ल बनाया जा सकता है । अतः सल्फ्यूरिक अम्ल को आलियम के रूप में ही स्टोर किया जाता है।
H2SO4 + SO3 → H2S2O4 (ओलियम)
H2S2O7 + H2O→ 2H2SO4

प्रश्न 21.
क्या होता है जबकि :
(i) सान्द्र गंधकाम्ल को कैल्सियम फ्लोराइड से मिलाया जाता है और गर्म किया जाता है ?
(ii) SO3 को जल में प्रवाहित किया जाता है ?
उत्तर-
(i) जब सान्द्र गंधकाम्ल को कैल्सियम फ्लोराइड से मिलाया जाता है और गर्म किया जाता है तो हाइड्रोजन फ्लोराइड बनता है।
CaF2 + H2O→ 2H2SO4 → CaSO4 + 2HF
(i) जब SO3 को जल में प्रवाहित किया जाता है तो सल्फ्यूरिक अम्ल बनता है।
Bihar Board 12th Chemistry Model Question Paper 1 in Hindi - 14

प्रश्न 22.
निम्नलिखित का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लिखें। (a) Cr3+ (b) Cu+ (c) CO2+ (d) Fe2+ (e) Mn2+
[Cr, Cu,CO, Fe एवं Mn की परमाणु संख्या क्रमशः 24, 29, 27, 26 एवं 25 है ।]
उत्तर-
(a) Cr3+ – [Ar ] 3d3 4s0
((b) Cu+ – [ Ar ] 3d104s0
(c) CO2+ – [Ar ] 3d74s0
(d) Fe2+ – [Ar ] 3d64s0
(e) Mn2+ – [ Ar ] 3d5 4s0

प्रश्न 23.
निम्नलिखित को कैसे परिवर्तित करेंगे ?
(a) मिथेन से इथेन
(b) इथेनॉल से इथाइल एसीटेट
(c) मिथेन से क्लोरोफार्म
(d) इथेनल से इथेनॉइक अम्ल
(e) एसीटिक अम्ल से मिथेन
उत्तर-
मिथेन से इथेन
Bihar Board 12th Chemistry Model Question Paper 1 in Hindi - 15

(b) इथेनॉल से इथाइल एसीटेट

(c) मिथेन से क्लोरोफार्म
Bihar Board 12th Chemistry Model Question Paper 1 in Hindi - 17

(d) इथेनल से इथेनॉइक अम्ल
Bihar Board 12th Chemistry Model Question Paper 1 in Hindi - 18

(e) इथेनॉइक अम्ल से मिथेन
Bihar Board 12th Chemistry Model Question Paper 1 in Hindi - 19

प्रश्न 24.
संक्षिप्त टिप्पणी लिखें। (a) इन्डक्टिव प्रभाव (b) अनुनाद
उत्तर-
(a) इन्डक्टिव प्रभाव-कार्बनिक अणु के कार्बन श्रृंखला में इलेक्ट्रॉन युग्म का अधिक प्रबल विद्युत ऋणात्मक परमाणु या समूह की ओर स्थायी विस्थापन प्रेरण प्रभाव कहलाता है । इसे I द्वारा सूचित किया जाता है ।
इस प्रकार -प्रभाव दो प्रकार का होता है
(i) +1- प्रभाव-इसमें अणु के कार्बन परमाणु पर +ve आवेश उत्पन्न होता है ऐल्काइल समूह में +2 प्रभाव होता है जिसका क्रम निम्नांकित होता है
CH3 < CH3 – CH2 < (CH3)2 – CH- < (CH3)3C
(ii)-[-प्रभाव:-इसमें अणु के कार्बन परमाणु पर -ve आवेश उत्पन्न होता है। जिसका क्रम निम्नांकित होता है
-C00, -0, – N

(b) जब किसी यौगिक के समस्त गुणों की व्याख्या करने में कोई एक संरचना सम्भव न हो व यौगिक के समस्त गुण दो या अधिक संरचनाओं द्वारा समझाये जा सकते हों तथा यौगिक की वास्तविक संरचना इन अनेक संरचनाओं का कोई मिश्रित रूप हो तो इस परिघटना को अनुनाद कहते हैं । इन संरचनाओं का वह मिला जुला रूप जो यौगिक के समस्त गुणों की व्याख्या कर सके, अनुनादी संकर (Resonating hybrid) कहलाता है।

किसी एक विशेष अणु की विभिन्न अनुनादी संरचनाओं को चिह्न (↔) के द्वारा पृथक् किया जाता है।

बेंजीन में अनुनाद (Resonance in Benzene) :
बेंजीन की लुईस संरचना से यह सिद्ध होता है कि इसमें तीन द्विबन्ध एकान्तर स्थिति में होते हैं । अतः इसके अनुसार बेंजीन अत्यधिक असंतृप्त एवं क्रियाशील होनी चाहिए। परन्तु बेंजीन अत्यन्त स्थायी है और यह योगात्मक अभिक्रियाएँ भी बहुत कम दर्शाता है जो कि असंतृप्त यौगिक की अभिलाक्षणिक अभिक्रियाएँ हैं। केकुले (Kekule) के अनुसार बेंजीन के लिए लुईस संरचनाएँ सही नहीं हैं । बेंजीन दो लुईस संरचनाओं का एक संकर (Hybrid) है।

बेंजीन में ऐल्कीन (C = C) के समान T-इलेक्ट्रॉन आवेश दो कार्बन परमाणुओं के मध्य निश्चित नहीं होता बल्कि यह एक बड़े क्षेत्र में फैला हुआ रहता है जिसमें 1-इलेक्ट्रॉन आवेश का विस्थानीकरण (Delocalisation) होता है जिससे आवेश घनत्व घटता है। संकर की ऊर्जा घटती है या उसका स्थायित्व बढ़ता है।

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