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 Bihar Board Class 6 Science Solutions Chapter 12 दूरी, मापन एवं गति

Bihar Board Class 6 Science दूरी, मापन एवं गति Text Book Questions and Answers

अभ्यास और प्रश्नोत्तर :

प्रश्न 1.
सही उत्तर चुनिए –

(क) एस. आई. मात्रक में लम्बाई का मात्रक हैं –
(i) मिलीमीटर
(ii) सेंटीमीटर
(iii) मीटर
(iv) किलोमीटर
उत्तर:
(iii) मीटर

(ख) आप अपने घर से विद्यालय जाने में एक किलोमीटर की दूरी तय करते हैं । इस एक किलोमीटर में कितने मीटर होते हैं ?
(i) 100
(ii) 1000
(iii) 10000
(iv) 100000
उत्तर:
(iii) 10000

(ग) गतिशील वस्तु का उदाहरण नहीं है –
(i) उड़ती चिड़ियाँ
(ii) चींटी की गति
(iii) घड़ी
(iv) घड़ी की सूई
उत्तर:
(iii) घड़ी

(घ) आवर्ती गति का उदाहरण है –
(i) झूला झुलते बच्चे को गति
(ii) लालक की गति
(iii) बजते तबलों के पृष्ठ की गति
(iv) इनमें से सभी
उत्तर:
(iv) इनमें से सभी

(ङ) एक निश्चित समय में एक विस्तु जितनी दूरी तय करती है, वह उस वस्तु की कहलाती है –
(i) चाल
(ii) दुरो
(iii) गति
(iv) इनमें से काई नहीं
उत्तर:
(iii) गति

प्रश्न 2.
खाली स्थान भरें –
(क) 1 सेमी – ………… मिमी 1 मिमी …………….. समी
(ख) 1 मी = …………… सेमी 1 सेमी ……………… मी
(ग) 1 मी – ……………….. मिमी 1 मिमी – ………… मी
(घ) 1 किमी ………………. मी 1 मी = ……………. किमी
(ङ) झूले पर किसी बच्चे की गति ……………….. होती है।
(च) सिलाई मशीन की सुई की गति …………… होती है।
उत्तर:
(क) 10.1/2
(ख) 100, 1/100
(ग) 1000, 1/1000
(घ) 1000, 1/1000
(ङ) आवृति गति
(च) आवृति गति।

प्रश्न 3.
पग अथवा कदम का उपयोग लम्बाई के मानक मात्र के रूप में क्यों नहीं किया जाता?
उत्तर:
कदम का उपयोग लम्बाई के मानक मात्र के रूप में उपयोग नहीं किया जाता है क्योंकि अलग-अलग व्यक्तियों के कदमों की लम्बाई अलग-अलग होती है। जबकि मानक मात्रक स्थिति स्थान के अनुसार नहीं बदलती है।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित को लम्बाई के बढ़ते परिमाणों में व्यवस्थित कीजिए –
1 मीटर, 1 सेंटीमीटर, 1 किलोमीटर, 1 मिलीमीटर,
उत्तर:
1 मिलीमीटर – 1 सेंटीमीटर- 1 मीटर – 1 किलोमीटर

प्रश्न 5.
विभिन्न प्रकार की गतियाँ कौन-कौन-सी हैं? अपने दैनिक जीवन में से उनके दो-दो उदाहरण लिखिए –
उत्तर:
किसी वस्तु का अपने चारों तरफ स्थित वस्तुओं की तुलना में स्थान परिवर्तित होता है तो उसे उस वस्तु का गति कहते है।

गति के अनेक प्रकार होते हैं –
जैसे – सरल रेखीय गति, वर्तुल गति, आवृति गति, घूर्णन गति आदि। – सरल रेखीय गति-जब कोई वस्तु एक सरल रेखा के अनुदिश गति कर रही हो तो इस प्रकार की गति को सरल रेखीय गति कहते हैं। जैसे – सड़क पर दौडती गाड़ी, सेना के जवान की चाल आदि।

वर्तुल गति – वैसी गति जिसमें किसी वस्तु की किसी नियत विन्दु से दूरी समान रहती है।
जैसे -कोलइ का बैल का गति, बिजली पंखा की गति।

आवर्ती गति-ऐसी गति जो एक निश्चित अन्तराल के पश्चात् दोहराती है, उसे आवर्ती गति कहते हैं।
जैसे-झूला की गति, सितार की डोरियों की गति आदि।

प्रश्न 6.
सीमा के घर तथा उसके स्कूल के बीच की दूरी 1600 मीटर है। इस दूरी को किलोमीटर में व्यक्त कीजिए।
उत्तर:
हम जानते हैं,
1000 मीटर = 1 किलोमीटर
∴ 1 मीटर = 1/1000 किलोमीटर
∴ 1600 मीटर = 1/1000 × 1600 किलोमीटर :
अत: 1600 मीटर = 1.6 किलोमीटर।

प्रश्न 7.
किसी चलती हुई साइकिल के पहिये तथा चलते हुए छत के पंखे की गतियों में समानताएँ तथा असमानताएँ लिखिये।
उत्तर:
चलती हु साइकिल के पहिये में दो तरह की गतियाँ पायी जाती हैं। रेखीय गति तथा वर्तुल गति। जबकि छत के पंखे की गति में सिर्फ वर्तुल गति होती है। दोनों में समानताएँ यह हैं कि दोनों में वर्तुल गति है परन्तु साइकिल एक स्थान से दूसरे स्थान तक रेखीय गति के कारण जाती है। यही असमानताएँ हैं।

प्रश्न 8.
रोज काम में आने वाली वस्तुओं में से ऐसी दो वस्तुओं के नाम लिखिये जिनकी लम्बाई लगभग –
(क) एक मीटर हो ।
(ख) एक सेंटीमीटर हो
(ग) एक मिलीमीटर हो
उत्तर:
(क) एक मीटर – कपड़ा मापने वाला फीता तथा कपड़ा मापने वाला
(ख) एक सेंटीमीटर – पेंसिल की लिखावट को मिटाने वाला रबर, कटर (छिलनेवाला)
(ग) एक मिलीमीटर – पंसिल की नोंक, कलम की नोंक।

Bihar Board Class 6 Science दूरी, मापन एवं गति Notes

अध्ययन सामग्री :

हमारे दैनिक जीवन में लगभग प्रत्येक काम में दूरी एवं गति संबंधी अवध रणाएँ प्रयोग में आती है। जैसे कबड्डी के मैदान के छोर से दूसरे छोर की दूरी मापना। गिल्ली-डंडे के खेल में गुच्चक से गिल्ली की दूरी नापना, बाजार में कपड़े को नापना, गाँव से शहर की दूरी मापना, स्कूल में बच्चों की लम्बाई मापना आदि। यहाँ हम पाते हैं कि अलग-अलग देशों में मापने की इकाई यानि ‘पैमाना अलग-अलग है जिसके कारण व्यापार में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। तब पूरे संसार में एक ही पैमाना को चुना गया। इसके साथ ही अलग-अलग पैमाने भी प्रचलित हैं। जैसे वजन की माप किलोग्राम या ग्राम या पौंड में भी होती है। लम्बाई की माप फुट या मीटर या सेंटीमीटर में भी होती है।

दुनिया के कोने-कोने से नाप-तौल के मुद्दे पर झगड़े होते रहते थे। कहीं – खेत की लम्बाई को लेकर, कहीं रस्सी की लम्बाई को लेकर और कहीं किसी और नाप को लेकर। अंत में लोगों ने तय किया कि एक निश्चित दूरी का पैमाना – बना लिया जाय। उसको छोटे-छोटे बराबर हिस्सों में बांट लिया गया। इस पैमाने के बराबर लम्बाई के ही लकड़ी तथा धातु के और पैमाने बना लिए गए। यानि एक निश्चित लम्बाई या दूरी को मानक इकाई या पैमाना कहते हैं।

फ्रांस नामक देश में तय किया गया कि विशेष धातु की एक छड़ की लम्बाई को “एक मीटर” माना गया। एक मीटर के सौ बराबर हिस्से किए गए। प्रत्येक भाग को सेंटीमीटर कहा गया। प्रत्येक एक सेंटीमीटर को पुनः दस भागों में बांटा गया जिसे मिलीमीटर कहा गया।

आपके ज्यामिति बॉक्स के पैमाने पर लिखे अंक सेंटीमीटर (सेमी) की नाप है। हर एक सेंटीमीटर दस बराबर भागों में बंटा है। सेंटीमीटर का दसवाँ भाग मिलीमीटर (मिमी) कहलाता है।

किसी पैमाने से कम से कम नापी जा सकने वाली दूरी को उस पैमाना की अल्पत्तम नाप कहते हैं।

“किलो” का अर्थ होता है एक हजार।

जैसे 1 किलोग्राम का मतलब होता है 1000 ग्राम । इसी तरह ।
किलोमीटर का मतलब 1000 मीटर होता है।

1 गज = 3 फीट। 200 गज = 1 फलांग।
1 फुट = 12 इंच। 8 फलांग = 1 मील।
1 इंच = 2.54 सेमी
1 किलोमीटर = 10 हेक्टोमीटर
1 हेक्टोमीटर = 10 डेकामीटर
1 डंकामीटर – 10 मीटर
1 मीटर = 10 डेसीमीटर
1 डेसीमीटर = 10 सेंटीमीटर
1 सेंटी मीटर = 10 मिलीमीटर

अब हम अपने चारों तरफ फैली वस्तुओं की स्थिति के बारे में जानना चाहेंगे। यदि किसी वस्तु की स्थिति या स्थान उसके चारों तरफ विद्यमान वस्तु की तुलना में समय के बदलते रहता हो, तो उसे गतिशील वस्तु कहते हैं। दूसरी तरफ यदि किसी वस्तु की स्थिति चारों तरफ उपस्थित वस्तुओं की तुलना में नहीं बदलता हो तो उस स्थिति को विराम कहते हैं।

जैस –
विराम में वस्तु – गतिशील वस्तु
घर – उड़ती चिड़िया
मेज – घड़ी में सेकेंड की सुई।
कुर्सी – दौड़ता हुआ लड़का

वस्तु द्वारा किसी समय अन्तराल में तय किए गए मार्ग की सम्पूर्ण लम्बाई को दूरी कहते हैं। यह एक अदिश राशि है। यह सदैव धनात्मक होती है।

वस्तु की अंतिम स्थिति तथा प्रारंभिक स्थिति के बीच की न्यूनतम दूरी को विस्थापन कहते हैं। यह एक सदिश राशि है। विस्थापन का मान धनात्मक, ऋणात्मक या शून्य कुछ भी हो सकता है।

प्रत्येक गतिमान वस्तुओं की गति अलग-अलग होती है। कोई वस्तु सीधी रेखा के अनुकूल दौड़ती है तो कोई वृत्तीय पथ पर गतिमान है। इसके अलावे भी अनेक प्रकार की गति होती है।

सीधी सड़क पर किसी वाहन की गति, सेना के मार्च-पास्ट की गति, गिरते पत्थर की गति आदि ऐसी गति है जो सरल रेखा के अनुदिश है। अत: इस प्रकार की गति को सरल रेखीय गति कहते हैं।

धागा में बाँधा पत्थर की गति, पंखा, घड़ी सुई की गति आदि में वस्तु वृत्तीय पथ के अनुदिश गतिमान है तथा एक निश्चित विन्दु से, इस वस्तु की दूरी समान रहती है। अतः इस प्रकार की गति को वर्तुल गति कहते हैं।

लोलक की गति, झुला की गति, सितार की डोरियों की गति आदि में वस्तु एक निश्चित समयान्तराल के पश्चात् दोहराती है। अत: इस प्रकार की गति का आवर्ती गति कहते हैं जिसकी चर्चा हमलोग अगली कक्षा में करेंगे।

इस प्रकार इस अध्याय में हमने देखा कि समय के साथ स्थिति में परिवर्तन को गति कहते हैं। स्थिति में हुए परिवर्तन को हम दूरी-मापन द्वारा ज्ञात करते हैं।

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