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 Bihar Board Class 7 Social Science Geography Solutions Chapter 9 मानव पर्यावरण अंतःक्रिया : थार प्रदेश में जन-जीवन

Bihar Board Class 7 Social Science मानव पर्यावरण अंतःक्रिया : थार प्रदेश में जन-जीवन Text Book Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
निम्न प्रश्नों के उत्तर दें:

प्रश्न (i)
रवि को रेगिस्तानी देश ‘थार’ में जाने के लिए किन आवश्यक चीजों को ले जाना होगा ? सूची बनाइये और कारण भी लिखिये।
उत्तर-
‘थार’ में जाने के लिये निम्नलिखित वस्तुएँ साथ ले जाना चाहिए :

  1. रात में ओढ़ने के लिये कंबल । पहनने के लिये काफी कपड़े।
  2. खाने के तैयार समान, जैसे-बिस्कुट, पावरोटी, मक्खन ।
  3. एक बड़ा थर्मस तथा एक गिलास ।
  4. थार यह क्षेत्र का नक्शा ।

प्रश्न (ii)
थार प्रदेश में जनसंख्या कम क्यों है ?
उत्तर-
थार प्रदेश में जनसंख्या इसलिए कम है क्योंकि वहाँ का जीवन बहुत ही संघर्षपूर्ण है । जीवन-यापन के साधनों का अभाव है। सड़कों की कमी से यात्रा करना कठिन है । दिन में काफी गर्म तथा रात में भारी ठंड झेलना पड़ता है।

प्रश्न (iii)
आपके प्रदेश के जनजीवन और थार प्रदेश के जनजीवन में अंतरों की सूची बनाइए ।
उत्तर-
हमारे प्रदेश के जनजीवन और थार प्रदेश के जनजीवन में अंतरों की सूची निम्नलिखित है :

हमारे प्रदेश का जन-जीवन-

  1. केवल गर्मी के मौसम में ही गर्मी पड़ती है
  2. केवल जाड़े में रात में जाड़ा पड़ता है
  3. वर्षा ऋतु में सामान्य वर्षा होती है|
  4. हर प्रकार का वाहन मिलता है
  5. पानी की कोई किल्लत नहीं ह
  6. हर तरह के अन्न की प्रमुखता है

थार प्रदेश का जन-जीवन-

  1. सालों भर गर्मी पड़ती है
  2. सालों भर रात में जाड़ा पड़ता है
  3. वर्षा नहीं के बराबर होती है
  4. केवल ऊँट ही वाहन है.
  5. पानी की भारी किल्लत है
  6. केवल बजारे की प्रमुखता है

प्रश्न (iv)
नखलिस्तान का मॉडल या चित्र बनाइए।
उत्तर-

प्रश्न (v)
थार प्रदेश में जल की उपलब्धता कैसे बढ़ाई जा सकती है?
उत्तर-
पक्का टैंक बनाकर वर्षा के जल को एकत्र किया जा सकता है। वर्षा ऋतु में जो भी वर्षा हो, पूरे गाँव के वर्षा जल को इसमें एकत्र किया जाय । यह जल पीने से लेकर सिंचाई के काम में भी आ सकता है।

प्रश्न (vi)
थार प्रदेश में बहने वाली नदियों में पानी कैसे बढ़ सकता है ?
उत्तरे-
नदियाँ प्राकृतिक होती हैं । वह भी राजस्थान की नदियाँ शुष्क है। अतः नदियों में पानी बढ़ाना कठिन है ! हाँ, उसके स्थान पर इन्दिरा नहर से उप-नहरों की संख्या बढ़ाकर नदियों की कमी दूर की जा सकती है।

प्रश्न (vii)
यातायात, सुरक्षा, खानपान के लिए ऊँट जीवन रेखा है कैसे ? अपने प्रदेश के ऐसे किसी उपयोगी जानवर के बारे में बताएँ
उत्तर-
जैसा कि हम पूरे पाठ में पढ़ चुके हैं. ऊँट ही यहाँ की मुख्य सवारी है । यातायात के लिये यही एकमात्र साधन है । बालू पर दूसरी सवारी चल भी नहीं सकती । यह क्षेत्र पाकिस्तान सीमा पर अवस्थित है, अतः सुरक्षा की अति आवश्यकता है, कम-से-कम बार्डर सिक्युरिटी फोर्स के लिए, सो वे भी ऊँट का ही उपयोग करते हैं । ऊँटनी का दूध ही यहाँ मिलता है । उसी. के दूध से चाय बनती है । खोवा, पनीर सब ऊँटनी के दूध से ही बनते हैं। इस प्रकार हम देखते हैं कि यातायात, सुरक्षा, खानपान के लिए ऊँट ही जीवन रेखा है ।

हमारे प्रदेश बिहार में ऐसी बात नहीं है । यातायात के लिए घोडा समेत अनेक साधन मौजूद है । सुरक्षा के लिए उत्तर नेपाल की सीमा पर घोड़ा और जीप का उपयोग होता है । दूध के लिए बकरी, गाय और भैंस बहुतायत से उपलब्ध हैं।

प्रश्न 2.
सही विकल्प पर सही (✓) का चिह्न लगाएँ ।

प्रश्न (i)
थार का रेगिस्तान फैला है :
(क) गुजरात-महाराष्ट्र
(ख) गुजरात-राजस्थान
(ग) पंजाब-राजस्थान
उत्तर-
(ख) गुजरात-राजस्थान

प्रश्न (ii)
साफा कहते हैं:
(क) सफाई वाले कपड़े को
(ख) पूरी आस्तीन वाली कमीज को
(ग) सिर पर बाँधने वाली पगड़ी को
उत्तर-
(ग) सिर पर बाँधने वाली पगड़ी को

प्रश्न (iii)
थार प्रदेश में पाये जाने वाले खनिज हैं
(क) संगमरमर-अभ्रक
(ख) बॉक्साइट-संगमरमर
(ग) संगमरमर-जिप्सम
उत्तर-
(ग) संगमरमर-जिप्सम

प्रश्न (iv)
नखलिस्तान का अर्थ है :
(क) एक बहुत छोटा प्रदेश
(ख) ठंड. लवायु का क्षेत्र
(ग) रेगिस्तान में हरियाली व जल वाला क्षेत्र
उत्तर-
(ख) ठंड. लवायु का क्षेत्र

Bihar Board Class 7 Social Science मानव पर्यावरण अंतःक्रिया : थार प्रदेश में जन-जीवन Notes

पाठ का सार संक्षेप

राजस्थान और गुजरात राज्यों के पश्चिम में थार का मरुस्थल है। जहाँ तक नजर जाती है वहाँ तक बाल-बाल ही दिखाई पड़ता है। बीच-बीच में अरावली की पहाड़ियाँ और जहाँ-तहाँ बालू के टिब्बे मिलते हैं। पूरा क्षेत्र शुष्क और गर्म है । दिन में प्राय: बालू भरी आँधियाँ चलती हैं और रात में तापमान काफी नीचे चला जाता है । वर्षा नहीं होती और होती भी है तो नाममात्र की (वार्षिक 25 सेमी से भी कम) । दिन की गर्मी और रात में जाड़े से बचने के लिए काफी वस्त्र की आवश्यकता पड़ती है ।

पेड़-पौधे नहीं मिलते । मिलते भी हैं तो कंटीली झाड़ियाँ, बबूल, नागफनी आदि के रूप में । खजूर भी उपजता है। जहाँ-तहाँ मरुद्यान हैं, जहाँ कुछ हरियाली दिखाई पड़ती है। यहाँ जहाँ-तहाँ बलई मिट्टी मिलती है, जिसमें बाजरा, जौ और जई जैसे अनाज उपजाए जाते. हैं । जहाँ सिंचाई की सुविधा है, वहाँ गेहूँ, मकई, दलहन और सब्जियों की खेती होती है। यहाँ के लोगों का मुख्य भोजन बाजरे की रोटी है। ऊँट इनकी मुख्य सवारी है । हालाँकि यहाँ के लोग भेड़ भी पालते हैं । ऊँट कंटीली झाड़ियाँ

और बबूल की टहनियाँ आराम से खा लेते हैं । ऊँटनी के दूध का उपयोग होता है। जहाँ-जहाँ बावड़ी या कुएँ मिलते हैं, उन्हीं के आसपास आबादी पाई जाती है। मरुद्यानों से पानी ढोकर लाया जाता है । जैसलमेर जैसे नगरों में टैंकर से पानी पहुँचाया जाता है । यहाँ के लोग पानी का उपयोग काफी सावध नी से करते हैं।

थार प्रदेश में जिप्सम, संगमरमर, छींटेदार इमारती पत्थर, लिग्नाइट कोयला, ताँबा, अभ्रख, नमक आदि मिलते हैं । संगमरमर और लाह की मूर्तियाँ. चूड़ियाँ, हाथी-दाँत की वस्तुओं पर नक्काशी, कपड़ों की रंगाई और छपाई इनका मुख्य व्यवसाय है।

जीवन-यापन की कमी के कारण जनसंख्या अत्यन्त विरल है। मुख्य नगर बिकानेर, जैसलमेर, बाड़मेड़, जोधपुर आदि है । पानी की कमी को दूर करने के लिए सतलज नदी पर बाँध बना कर इन्दिरा गाँधी नहर बनाई गई है। इसे राजस्थान नहर भी कहा जाता है । इस नहर के बन जाने से पानी की कमी दूर हुई है और गहन कृषि होने से हरियाली भी दिखाई देती है । थार रेगिस्तान को देखने और ऊँट की सवारी करने के लिये देशी-विदेशी सैलानियों का तांता लगा रहता है।

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