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 Bihar Board Class 7 Social Science Geography Solutions Chapter 8 मानव पर्यावरण अंतःक्रिया : लहाख प्रदेश में जन-जीवन

Bihar Board Class 7 Social Science मानव पर्यावरण अंतःक्रिया : लहाख प्रदेश में जन-जीवन Text Book Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
निम्न प्रश्नों के उत्तर दें :

प्रश्न (i)
हम प्रकृति के साथ अनुकूलित हैं । कैसे ?
उत्तर-
हम जिस पारितंत्र में रहते हैं वहीं के वातावरण के अनुकूल अपने को अनुकूलित कर लेते हैं । हम ही क्यों ? वहाँ के पशु-पक्षी, फसलें, वनस्पतियाँ जलवायु के अनुकूल ढालने में हमारा साथ देती हैं, हालांकि उन्हें भी अनुकूलित होने में समय लगा होगा।

प्रश्न (ii)
जम्मू कश्मीर के नक्शे में सिंध नदी का बहाव, कराकोरम दर्रा और जोजिला दर्रा को चिह्नित करें ।
उत्तर-

प्रश्न (iii)
लद्दाख क्षेत्र की जलवायु कैसी है ?
उत्तर-
लद्दाख क्षेत्र की जलवायु शुष्क और ठंडा है । यह दुनिया की छत कहे जाने वाला तिब्बत के पठार का पश्चिमी भागा है । तात्पर्य कि इसे हम उच्च भूमि भी कह सकते हैं। यहाँ की सामान्य ऊँचाई 6700 मीटर है । अधि क ऊँचाई के कारण ही जलवायु ठंडी है । हिमालय पहाड़ की वृष्टि छाया में पड़ जाने से यहाँ वर्षा नहीं होती । इसी कारण यह क्षेत्र शुष्क हो गया है। जाड़ा सालों भर पड़ता है, कभी बहुत अधिक और कभी थोड़ा कम ।

प्रश्न (iv)
लद्दाख में विरल वनस्पति और विरल जनसंख्या क्यों है ?
उत्तर-
उच्च शुष्कता के कारण यह उजाड़ है और वनस्पतियाँ कम है। हरियाली जिसे कहते हैं वह कहीं नहीं दिखती । कृषि योग्य भूमि की भारी कमी है । जीवन-यापन की असुविधा के कारण जनसंख्या भी विरल ही है ।

प्रश्न (v)
याक की उपयोगिता हमारे यहाँ के किस पशु से मिलती है ?
उत्तर-
याक की उपयोगिता हमारे यहाँ के भैंस से है । मादा याक बच्चे पैदा करती है । इनसे दूध मिलता है, जिससे खोवा, पनीर और मक्खन बनता है। नर याक बोझ ढोने, गाड़ी और हल खींचने के काम आते हैं ।

प्रश्न (vi)
लद्दाख जैसे ठंडे रेगिस्तानी क्षेत्र में पर्यटन की क्या संभावनाएँ हैं ?
उत्तर-
जाड़े की अधिकता तथा कोई प्राचीन स्मारक के नहीं रहने के कारण यहाँ पर्यटन की कोई संभावना नहीं है । यातायात की भी कोई खास सस्ती व्यवस्था नहीं है।

प्रश्न (vii)
ठंडे रेगिस्तानी प्रदेशों में आपको जाना है । साथ ले जाने ‘वाले सामानों की सूची बनाइए ।
उत्तर-
ठंडे रेगिस्तानी प्रदेश में जाने के लिए हमें मोटे-मोटे कम्बल, गर्म कपड़े जिसमें ओभर कोट अवश्य हो, ऊनी मोजा, कांटेदार जूता । रात बिताने के लिए रावटी भी साथ में होना चाहिए। तैयार खाने का सामान भी साथ ले जाना पड़ेगा । स्टोव और किरासन तेल भी साथ रहे ।

प्रश्न (viii)
आप अपने और लद्दाख के निवासियों के जीवन शैली की तुलना करके पता करें कि कहाँ का जीवन अधिक कठिन है और क्यों?
उत्तर-
हम धान, गेहूँ और विभिन्न प्रकार की सब्जियाँ उगाते हैं। ये सुविधा लद्दाख के लोगों के पास बहुत कम है । हमारा वातावरण सुखमय है जबकि लद्दाखवासियों को मशक्कत का जीवन-जीना पडता है । हम तीनों मौसमों जाड़ा, गर्मी और बरसात का मजा लेते हैं तीनों में से किसी में अधि कता नहीं है । लद्दाख में तो केवल जाड़ा पड़ता है और वह भी भीषण ।

प्रश्न 2.
सही विकल्प पर सही (✓) का चिह्न लगाएँ :

प्रश्न (i)
लद्दाख की जलवायु शुष्क है, इसका कारण है लद्दाख का :
(क) ऊँचाई पर होना
(ख) वनस्पतियों का न होना
(ग) हिमालय की वृष्टि-छाया में होना
उत्तर-
(क) ऊँचाई पर होना

प्रश्न (ii)
लद्दाख में पाया जाने वाला महत्त्वपूर्ण जानवर है:
(क) पांडा
(ख) जंगली भैंसा
(ग) याक
उत्तर-
(ग) याक

प्रश्न (iii)
कश्मीर से लद्दाख होते हुए तिब्बत को जोड़ता है:
(क) रोहतांग दर्रा
(ख) काराकोरम दर्रा
(ग) जोजीला दर्रा
उत्तर-
(ख) काराकोरम दर्रा

प्रश्न (iv)
लद्दाख में बहने वाली नदियाँ हैं :
(क) सिंधु-नर्मदा
(ख) सिंधु-वाका
(ग) सिंधु-गंगा
उत्तर-
(ख) सिंधु-वाका

Bihar Board Class 7 Social Science मानव पर्यावरण अंतःक्रिया : लहाख प्रदेश में जन-जीवन Notes

पाठ का सार संक्षेप

लद्दाख जम्मू-कश्मीर राज्य का एक भाग है । यह तिब्बत के पठार के पश्चिमी सीमा पर है । यहाँ ऐसे तो सालों भर बर्फ रहती है, लेकिन नवम्बर से जनवरी तक के महीनों में यह क्षेत्र पूर्णतः बर्फ में बदल जाता है । पेड़-पौधे कहीं-कहीं नाममात्र के ही हैं । यहाँ की सामान्य ऊँचाई 6700 मीटर है। यहाँ वर्षा नहीं होती बल्कि बर्फ गिरती है । कहीं वनस्पति नहीं दिखाई देती और दिखाई देती थी है तो बहुत कम । जब बर्फ नहीं रहती तब जौ, गेहूँ, जई और आलू आदि फसलें उपजाई जाती हैं। यहाँ अच्छे किस्म का जीरा उपजता है। सिंधु नदी लद्दाख से ही निकलती है। इसके अलावा शियांकबाका, छ् आदि नदियाँ भी बड़ी नदियों में शुमार होती हैं । झरनों की कमी नहीं है । यहाँ बिजली उत्पादन की अपार सम्भावनाएँ हैं । याक यहाँ का मुख्य पशु है ।

इसके दूध से पनीर और मक्खन बनाया जाता है । जंगली भेंड़ें, बकरियाँ भी मिलती हैं। इनके दूध और माँस का उपयोग होता है । याक, भेड़, बकरी के बालों से ऊनी वस्त्र बनाये जाते हैं । कम्बल, लोई व टोपी, जूते आदि कुटीर उद्योग के तहत बनाए जाते हैं। सड़के कम हैं। अधिकांश आवागमन पैदल होता है । लद्दाख के लिए हवाई जहाज उपलब्ध है । रोहतांग दर्रा होकर एक सुरंग बनाई गई है, जिससे होकर सालों पर शेष भारत से लद्दाख का सम्पर्क बना रहता है । सेना के लोग अधिकतर हवाई जहाज और हेलिकॉप्टर से आवाजाही करते हैं। पगडडियाँ भी आवागमन में मुख भूमिका निभाती हैं । यहाँ मंगोल प्रजाति के

लोग हैं, जो बौद्ध धर्म मानते हैं अत: बौद्ध मठों की संख्या अधिक है । इन मठों को ‘गोम्पा’ कहा जाता है। हेमिस, थिकसे, लामायुस प्रसिद्ध बौद्ध मठ हैं। मठों को चारों ओर से रंगीन झंडे-पताकाओं से घेर दिया जाता है । उनका मानना है कि झर्ड-पताकाओं पर लिखे संदेश सीधे ईश्वर तक पहुँच जाता है। लद्दाख में ईरानी मूल के कुछ लोग हैं, जिन्हें ‘बाल्टी’ कहा जाता है । ये इस्लाम धर्म को मानने वाले हैं । यहाँ रहने वाले मनुष्य और पशु यहाँ के वातावरण के योग्य अपने को अनुकूलित कर लिये हैं।

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