NCERT कक्षा 6 विज्ञान अध्याय 1 विज्ञान की अद्भुत दुनिया प्रश्न उत्तर
परिचय
मनुष्य हमेशा से अपने आस-पास की दुनिया के बारे में जिज्ञासु रहा है। यही जिज्ञासा हमें खोजबीन करने और सवाल पूछने के लिए प्रेरित करती है। ज़रा सोचिए, कैसे शिशु और छोटे बच्चे अपने आस-पास की हर चीज़ को लगातार छूते, चखते और देखते रहते हैं। यही स्वाभाविक जिज्ञासा विज्ञान की नींव है। विज्ञान की सबसे अद्भुत बात यह है कि यह सर्वत्र मौजूद है। समुद्र की गहराइयों से लेकर अंतरिक्ष की विशालता तक, कुछ अभूतपूर्व खोजें अक्सर अप्रत्याशित जगहों से हुई हैं।
वैज्ञानिक पद्धति क्या है?
विज्ञान केवल तथ्यों और आंकड़ों को रटने या प्रयोग करने के बारे में नहीं है। यह एक चरण-दर-चरण प्रक्रिया का पालन करने के बारे में है जो हमें अपने प्रश्नों के उत्तर खोजने में मदद करती है।
→ वैज्ञानिक विधि: व्यवस्थित अवलोकन, तर्क, मॉडल निर्माण और सैद्धांतिक पूर्वानुमान, वैज्ञानिक विधि का निर्माण करते हैं। वैज्ञानिक विधि में कई परस्पर जुड़े चरण शामिल होते हैं: व्यवस्थित अवलोकन, नियंत्रित प्रयोग, गुणात्मक और मात्रात्मक तर्क, पूर्वानुमान और सत्यापन।
मान लीजिए आपका पेन लिखना बंद कर देता है। आप खुद से पूछेंगे, "मेरा पेन लिखना क्यों बंद कर दिया?" आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि उसकी स्याही खत्म हो गई है। फिर आप पेन खोलकर और स्याही की रिफिल देखकर अपने अंदाज़े की जाँच करेंगे। अगर वह खाली है, तो आपको पता चल जाएगा कि आपका अंदाज़ा सही था।
लेकिन मान लीजिए आपको पता चले कि स्याही खत्म नहीं हुई है, तो आप एक और अनुमान लगाएँगे - शायद स्याही सूख गई होगी। यह अनुमान सही है या नहीं, यह जाँचने के लिए आप कुछ और करेंगे। विज्ञान ठीक इसी तरह काम करता है। जिस तरह से आपने यह पता लगाने की कोशिश की कि आपकी कलम क्यों लिखना बंद कर देती है, वह वैज्ञानिक पद्धति का एक उदाहरण है।
→ वैज्ञानिक वे लोग होते हैं जो समस्याओं को हल करने या नई खोज करने के लिए वैज्ञानिक पद्धति का पालन करते हैं। जो कोई भी वैज्ञानिक पद्धति का पालन करता है, वह वैज्ञानिक की तरह काम कर रहा होता है। खाना बनाते समय कोई सोच रहा होगा कि दाल कुकर से बाहर क्यों निकल गई? क्या पानी ज़्यादा था?

पाठ्य प्रश्न
(पृष्ठ संख्या 1)
प्रश्न 1.
विज्ञान क्या है?
उत्तर:
विज्ञान सोचने, अवलोकन करने और कार्य करने का एक तरीका है जिससे हम जिस दुनिया में रहते हैं उसे समझ सकते हैं और ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर कर सकते हैं।
(पृष्ठ संख्या 3)
प्रश्न 2.
इस पुस्तक की मदद से हम क्या खोजेंगे?
उत्तर:
इस पुस्तक में हम उस खूबसूरत दुनिया को खोजेंगे और समझेंगे जिसमें हम रहते हैं और उन प्राकृतिक घटनाओं को देखेंगे जिन्हें हम देखते हैं।
(पृष्ठ संख्या 5)
प्रश्न 3.
हम अपने प्रश्नों के उत्तर स्वयं कैसे खोज सकते हैं?
उत्तर:
हम वैज्ञानिक जाँच-पड़ताल के माध्यम से स्वयं उत्तर खोज सकते हैं। हमारे अवलोकन और प्रयोग हमें उत्तर खोजने में मदद करते हैं।
(पृष्ठ संख्या 8)
प्रश्न 4.
आखिरकार, एक बुद्धिमान व्यक्ति बनने के लिए, आपको "क्यों" वाला व्यक्ति होना चाहिए!
उत्तर:
जिज्ञासु मन ही बुद्धिमान मन होता है। प्रश्न पूछने वाला व्यक्ति आलोचनात्मक और विश्लेषणात्मक मन का प्रदर्शन करता है, जो बुद्धिमत्ता दर्शाता है। इसलिए "क्यों" वाले व्यक्ति को बुद्धिमान कहा जाता है।
गतिविधि 1.
उद्देश्य: वैज्ञानिक पद्धति के चरणों को समझना और वास्तविक जीवन की समस्या पर लागू करना।
आवश्यक सामग्री: पेन या पेंसिल, नोटबुक, आदि।
प्रक्रिया:
वैज्ञानिक पद्धति एक चरणबद्ध प्रक्रिया है जिसका उपयोग वैज्ञानिक प्रश्नों के उत्तर खोजने और समस्याओं को हल करने के लिए करते हैं।
1. अवलोकन
- किसी दिलचस्प या अस्पष्ट बात पर ध्यान दें।
- उदाहरण: आप एक पौधे को प्रकाश की ओर बढ़ते हुए देखते हैं।
2. प्रश्न
- आपने जो देखा उसके बारे में एक प्रश्न सोचें।
- उदाहरण: पौधा प्रकाश की ओर क्यों बढ़ता है?
3. परिकल्पना
- अपने प्रश्न के उत्तर के बारे में एक शिक्षित अनुमान (परिकल्पना) लगाएं।
- उदाहरण: प्रकाश संश्लेषण के लिए अधिक सूर्य का प्रकाश प्राप्त करने हेतु पौधा प्रकाश की ओर बढ़ता है।
4. प्रयोग
- प्रयोग करके या अधिक अवलोकन करके अपनी परिकल्पना का परीक्षण करें।
- उदाहरण: पौधे को अलग-अलग प्रकाश स्थितियों में रखें और उनकी वृद्धि का निरीक्षण करें।
5. विश्लेषण
- अपने प्रयोग के परिणामों को देखें कि क्या वे आपकी परिकल्पना का समर्थन करते हैं।
- उदाहरण: विभिन्न प्रकाश में पौधों की वृद्धि की तुलना करके देखें कि क्या वे प्रकाश की दिशा में बढ़ते हैं।
अवलोकन: वैज्ञानिक विधियाँ हमें अपने आसपास की दुनिया को समझने में मदद करती हैं।
गतिविधि 2.
उद्देश्य: यह पहचानना कि वैज्ञानिक सिद्धांत रोज़मर्रा की ज़िंदगी और आस-पास मौजूद हैं।
विज्ञान हमारे चारों ओर है, रेत के छोटे-छोटे कणों से लेकर विशाल पहाड़ों तक, एक पत्ते से लेकर पूरे जंगल तक।
उदाहरण:
1. आकाश में चमकते तारे: विज्ञान बताता है कि तारे अपने अंदर होने वाली प्रतिक्रियाओं के कारण चमकते हैं।
2. फूल खिलते हैं: पौधे प्रकाश और तापमान पर प्रतिक्रिया करते हैं, जिससे उन्हें यह पता चलता है कि कब खिलना है।
गतिविधि 3.
उद्देश्य: छात्रों को प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करना और अपने आसपास की दुनिया के बारे में उनकी जिज्ञासा को विकसित करना।
आवश्यक सामग्री: कलम या पेंसिल, कागज़, नोटबुक, आदि।
प्रक्रिया:
पृथ्वी: एकमात्र ऐसा ग्रह जिसके बारे में हम जानते हैं कि उस पर जीवन है। इस पर कई अलग-अलग वातावरण और जीव-जंतु हैं।
उदाहरण:
1. पौधे: एक बीज कैसे पौधे में विकसित होता है?
बीज को बढ़ने के लिए पानी, धूप और मिट्टी से पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है।
2. जानवर: एक इल्ली तितली में कैसे बदल जाती है?
इस बदलाव को कायापलट कहते हैं।
नतीजा: साथ मिलकर चीज़ें खोजना हमेशा ज़्यादा मज़ेदार होता है।