JAC Board Jharkhand Class 9th Social Science Economics Solutions chapter - 2- संसाधन के रूप में लोग
JAC Board Jharkhand Class 9th Social Science Economics Solutions chapter - 2- संसाधन के रूप में लोग
अर्थशास्त्र
संसाधन के रूप में लोग
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प्रश्न 1. किस प्रकार की जनसंख्या अर्थव्यवस्था की परिसंपत्ति है ?
(a) शिक्षित एवं स्वस्थ जनसंख्या,
(b) अशिक्षित एवं अस्वस्थ जनसंख्या,
(c) अनपढ़ एवं बेकार जनसंख्या,
(d) इनमें कोई नहीं।
उत्तर-(a)
प्रश्न 2. मानव पूँजी किसका द्योतक है ?
(a) सहज एवं उपलब्ध साधन का भंडार,
(b) निपुणता एवं उत्पादक ज्ञान का भंडार,
(c) बेकार एवं अनुत्पादक ज्ञान का भंडार,
(d) इनमें कोई नहीं ।
उत्तर-(b)
प्रश्न 3. किस प्रकार की जनसंख्या अर्थव्यवस्था पर एक भार है ?
(a) शिक्षित एवं स्वस्थ जनसंख्या,
(b) अशिक्षित परन्तु स्वस्थ जनसंख्या,
(c) अशिक्षित एवं अस्वस्थ जनसंख्या,
(d) इनमें कोई नहीं ।
उत्तर-(C)
प्रश्न 4. ग्रामीण क्षेत्रों में कितने प्रकार की बेरोजगारी पायी जाती है ?
(a) तीन,
(b) दो,
(c) चार,
(d) इनमें कोई नहीं ।
उत्तर-(b)
प्रश्न 5. निम्नांकित में से कौन-से कारक जनसंख्या की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं ?
(a) साक्षरता दर,
(b) लोगों का स्वास्थ्य,
(c) कौशल निर्माण,
(d) इनमें सभी ।
उत्तर - (d)
प्रश्न 6. शहरी क्षेत्रों में कितने प्रकार की बेरोजगारी पायी जाती है ?
(a) दो,
(b) एक,
(c) तीन,
(d) चार ।
उत्तर - (a )
प्रश्न 7. अर्थव्यवस्था का कौन-सा क्षेत्र सबसे अधिक श्रम खपाने वाला क्षेत्र है ?
(a) औद्योगिक क्षेत्र,
(b) कृषि क्षेत्र,
(c) स्वरोजगार क्षेत्र,
(d) इनमें कोई नहीं ।
उत्तर-(b)
प्रश्न 8. सन् 2000 में शिशु मृत्युदर कितनी थी ?
(a) 60,
(b) 50,
(c) 75,
(d) 65.
उत्तर-(c)
प्रश्न 9. सन् 2000 में जीवन प्रत्याशा क्या थी ?
(a) 60 वर्ष से ऊपर,
(b) 60 वर्ष से नीचे,
(c) 64 वर्ष से ऊपर,
(d) 70 वर्ष से ऊपर ।
उत्तर-(c)
प्रश्न 10. भारत में बेरोजगारी अधिक होने का मुख्य कारण-
(a) अशिक्षा,
(b) अस्वास्थ्य,
(c) गरीबी,
(d) इनमें से सभी
उत्तर-(d)
प्रश्न 11. ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभाशाली बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए किन आवासीय विद्यालयों की स्थापना की योजना है ?
(a) केन्द्रीय विद्यालय,
(b) नवोदय विद्यालय,
(c) सर्वोदय विद्यालय,
(d) जिला विद्यालय |
उत्तर-(b)
प्रश्न 12. भारत के किस राज्य की न्यूनतम प्रतिव्यक्ति आय है ?
(a) गोवा,
(b) उत्तर प्रदेश,
(c) बिहार,
(d) झारखण्ड |
उत्तर - (c)
प्रश्न 13. शहरी क्षेत्र में किस प्रकार की बेरोजगारी नहीं पाई जाती है ?
(a) मौसमी बेरोजगारी,
(b) औद्योगिक बेरोजगारी,
(c) शिक्षित बेरोजगारी,
(d) इनमें कोई नहीं ।
उत्तर - (a)
प्रश्न 14. किस राज्य में भूमि सुधार के उपायों से गरीबी कम करने में मदद मिली है ?
(a) तमिलनाडु,
(b) पंजाब,
(c) पश्चिम बंगाल,
(d) केरल ।
उत्तर-(c)
प्रश्न 15. भारत में उत्पादन का सबसे प्रचुर कारक कौन-सा है ?
(a) भूमि,
(b) पूँजी,
(c) श्रम,
(d) उपकरण और मशीनें ।
उत्तर - (C)
प्रश्न 16. एक देश की श्रमशक्ति ( श्रमबल जनसंख्या) क्या है ?
(a) 15 से 80 वर्ष तक,
(b) 15 से 75 वर्ष तक,
(c) 15 से 59 वर्ष तक,
(d) 15 से 40 वर्ष तक ।
उत्तर - (C)
प्रश्न 17. भारत में स्त्रियों की साक्षरता दर पुरुषों की साक्षरता दर से -
(a) कम है।
(b) अधिक है।
(c) बराबर है ।
(d) शून्य है।
उत्तर - (a)
प्रश्न 18. आर्थिक विकास की दृष्टि से निम्न में से कौन सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है ?
(a) उत्पादन,
(b) भूमि,
(c) मानवीय पूँजी,
(d) श्रम ।
उत्तर-(c)
प्रश्न 19. सिंचाई और हरित क्रांति के प्रसार से किस क्षेत्रक में रोजगार के अनेक अवसर सृजित हुए हैं ?
(a) कृषि,
(b) उद्योग,
(c) शिक्षा,
(d) स्वास्थ्य |
उत्तर-(a)
प्रश्न 20. जिन देशों ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश किया वे कैसे देश बनें ?
(a) क्रांतिकारी,
(b) विकसित,
(c) परोपकारी,
(d) अविकसित ।
उत्तर - (a)
प्रश्न 21. भारत में सूचना प्रौद्योगिकी में क्रांति किसके महत्व को रेखांकित करता है?
(a) मशीन,
(b) उत्पादक,
(c) मानव पूँजी,
(d) प्रशिक्षण |
उत्तर-(C)
प्रश्न 22. मानव संसाधन किसे कहते हैं ?
(a) जनसंख्या,
(b) व्यक्ति,
(c) समूह,
(d) परिवार ।
उत्तर-(a)
प्रश्न 23. प्राथमिक शिक्षा में नामांकन के लिए कौन-से कार्यक्रम चलाए गए हैं ?
(a) सेतु पाठ्यक्रम,
(b) स्कूल लौटे शिविर,
(c) (a) एवं (b) दोनों,
(d) इनमें कोई नहीं ।
उत्तर-(c)
प्रश्न 24. इनमें से कौन प्राथमिक क्षेत्र का एक उदाहरण है ?
(a) पशुपालन,
(b) कपड़ा बुनना,
(c) बैंकिंग,
(d) ट्यूशन पढ़ाना ।
उत्तर-(a)
प्रश्न 25. शिक्षा एवं स्वास्थ्य द्वारा विकसित किए गए मानव को अर्थशास्त्र में क्या कहा जाता है ?
(a) मानव पूँजी,
(b) स्थायी पूँजी,
(c) अस्थायी पूँजी,
(d) कार्यशील पूँजी ।
उत्तर-(a)
प्रश्न 26. कौन-सा संसाधन सबसे अच्छा होता है ?
(a) भूमि,
(b) मानव पूँजी,
(c) कृषि,
(d) परिवार ।
उत्तर - (b)
प्रश्न 27. महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की साक्षरता दर..............।
(a) अधिक है।
(b) कम है ।
(c) बराबर है ।
(d) इनमें कोई नहीं ।
उत्तर-(a)
प्रश्न 28. मौसमी बेरोजगारी से क्या तात्पर्य है ?
(a) जब उच्च डिग्रीधारक को रोजगार नहीं मिलता।
(b) जब किसी खास फसली मौसम में ही रोजगार मिलता है ।
(c) जब वर्ष के कुछ महीनों में रोजगार प्राप्त नहीं होता है।
(d) जब वैकल्पिक रोजगार उपलब्ध नहीं है ।
उत्तर-(c)
प्रश्न 29. किसी एक खेत में 5 लोग काम कर रहे हैं। यदि उनमें से दो लागों को हटा दिया जाए तो उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह किस प्रकार की बेरोजगारी को इंगित करता है ?
(a) मौसमी बेरोजगारी,
(b) प्रच्छन्न बेरोजगारी,
(c) शिक्षित बेरोजगारी,
(d) इनमें कोई नहीं।
उत्तर-(b)
प्रश्न 30. भारत सरकार की पहल 'सर्व शिक्षा अभियान का प्राथमिक उद्देश्य क्या है ?
(a) कई भारतीय राज्यों के शैक्षिक रूप से पिछड़े जिलों में वयस्कों के साथ-साथ बच्चों की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करना ।
(b) महिलाओं को शिक्षा देने पर ध्यान देना ।
(c) पिछड़े वर्ग के बच्चों को शिक्षा देने पर ध्यान देना,
(d) 6 से 14 वर्ष के सभी बच्चों को शिक्षा देने पर ध्यान देना ।
उत्तर-(d)
प्रश्न 31. नीचे दिए गए कथनों को ध्यानपूर्वक पढ़ें-
कथन 1 – जब मानव संसाधन को शिक्षा तथा स्वास्थ्य के द्वारा विकसित किया जाता है, तब इसे मानव पूँजी निर्माण कहते हैं।
कथन 2– मानव पूँजी में निवेश, भौतिक पूँजी की भाँति ही प्रतिफल प्रदान करता है।
(a) केवल कथन 1 सही है ।
(b) केवल कथन 2 सही है।
(c) कथन 1 और कथन 2 दोनों सही है
(d) कथन 1 और कथन 2 दोनों गलत है।
उत्तर-(a)
प्रश्न 32. नीचे दिए गए कथनों में से कौन-सा कथन बेरोजगारी को सही तरीके से परिभाषित करता है ?
(a) जब प्रचलित मजदूरी की दर से कम मजदूरी पर लोग काम करते हैं।
(b) जब प्रचलित मजदूरी की दर पर काम करने के इच्छुक व्यक्ति को रोजगार नहीं मिलता।
(c) जब व्यक्ति को अपनी रुचि के मुताबिक काम नहीं मिलता।
(d) जब डिग्री धारक व्यक्ति को उसकी योग्यता के अनुरूप कार्य एवं वेतन नहीं मिलता।
उत्तर-(b)
अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. मानव पूँजी क्या है ?
उत्तर-मानव में निहित निपुणता, उत्पादक ज्ञान का भंडार मानव पूँजी है।
प्रश्न 2. जनसंख्या कब मानव पूँजी बनती है ?
उत्तर- जनसंख्या मानव पूँजी तब बनती है जब उसमें शिक्षा प्रशिक्षण के रूप में निवेश किया जाता है।
प्रश्न 3. एक बड़ी जनसंख्या को किस प्रकार उत्पादक परिसम्पत्ति में परिवर्तित किया जा सकता है ?
उत्तर- मानव पूँजी में निवेश करके एक बड़ी जनसंख्या को उत्पादक परिसंपत्ति में परिवर्तित किया जा सकता है।
प्रश्न 4. आर्थिक क्रियाओं के दो भाग लिखें ।
उत्तर- बाजार क्रियाओं के दो भाग हैं-
(क) बाजार क्रियाएँ,
(ख) गैर बाजार क्रियाएँ ।
प्रश्न 5. जनसंख्या की गुणवत्ता अंत में क्या निर्णय लेती है ?
उत्तर–जनसंख्या की गुणवत्ता अंत में एक देश की संवृद्धि का निर्णय लेती है।
प्रश्न 6. किस प्रकार की जनसंख्या अर्थव्यवस्था की परिसंपत्ति हैं ?
उत्तर- शिक्षित तथा स्वस्थ जनसंख्या देश की परिसम्पत्ति है।
प्रश्न 7. व्यक्ति की आय का निर्धारण किस आधार पर होता है ?
उत्तर- एक व्यक्ति की आय का निर्धारण उसकी शिक्षा तथा निपुणता के आधार पर होता है।
प्रश्न 8. बाजार में एक व्यक्ति की आय के मुख्य निर्धारक कौन हैं ?
उत्तर- शिक्षा तथा निपुणता बाजार में एक व्यक्ति की आय के मुख्य निर्धारक हैं।
प्रश्न 9. शिक्षा से क्या अभिप्राय है ? 9
उत्तर–शिक्षा का अभिप्राय है लोगों में पढ़ने, लिखने और समझने की योग्यता ।
प्रश्न 10. भारत में शैक्षणिक उपलब्धता के संकेतक लिखें।
उत्तर - साक्षरता दर, सकल नामांकन दर, सरकार का शिक्षा पर व्यय तथा तकनीकी शिक्षा शैक्षणिक उपलब्धता के संकेतक हैं ।
प्रश्न 11. मृत्यु दर से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-मृत्यु दर से अभिप्राय है एक विशेष वर्ष में प्रति 1000 व्यक्तियों पर मरने वालों की संख्या ।
प्रश्न 12. जन्मदर से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-जन्मदर से अभिप्राय है एक विशेष वर्ष में प्रति 1000 व्यक्तियों के पीछे बच्चे पैदा होने वाली संख्या ।
प्रश्न 13. भारत में जन्म दर 25 है। इस कथन से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर- इसका अर्थ है एक वर्ष में 1000 व्यक्तियों के पीछे औसत 25 बच्चों का पैदा होना ।
प्रश्न 14. एक देश में एक विशेष वर्ष में जन्म दर तथा मृत्युदर क्रमशः 26 तथा 8 है। संवृद्धि दर ज्ञात करें।
उत्तर- संवृद्धि दर = जन्म दर-मृत्यु दर
= 26-8
= 18
प्रश्न 15. शिशु मृत्यु दर से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर- शिशु मृत्यु दर से अभिप्राय प्रति 1000 नवजात शिशुओं में मरने वाले शिशुओं की संख्या ।
प्रश्न 16. 2000 में जीवन प्रत्याशा क्या थी ?
उत्तर- 2000 में जीवन प्रत्याशा 64 वर्ष से ऊपर थी।
प्रश्न 17. सन् 2000 में शिशु मृत्यु दर कितनी थी ?
उत्तर-सन् 2000 में शिशु मृत्यु दर 75 थी।
प्रश्न 18. शीला परिवार के लिए कार्य करती है। वह परिवार के बाहर आय कमाने के लिए काम नहीं करना चाहती । क्या वह बेरोजगार है ? कारण बताएँ ।
उत्तर- शीला बेरोजगार नहीं है, क्योंकि वह परिवार के बाद आय कमाने के उद्देश्य से काम नहीं करना चाहती अर्थात् घर के बाद काम करने की इच्छा नहीं है।
प्रश्न 19. एक देश की श्रमशक्ति क्या है ?
उत्तर - एक देश की श्रमशक्ति में 15-59 वर्ष के वे सब लोग शामिल हैं जो काम करने के योग्य हैं और काम करने की इच्छा रखते हैं।
प्रश्न 20. बेरोजगारी के कोई दो दोष लिखें।
उत्तर-(क) बेरोजगारी से आश्रितों की संख्या में वृद्धि हो जाती है। फलस्वरूप जीवनस्तर गिर जाता है।
(ख) बेरोजगारी से मानवशक्ति संसाधन व्यर्थ जाता है।
प्रश्न 21. सबसे अधिक श्रम खपाने वाला अर्थव्यवस्था का कौन-सा क्षेत्र है ?
उत्तर- कृषि क्षेत्र सबसे अधिक श्रम खपाने वाला अर्थव्यवस्था का क्षेत्र है।
प्रश्न 22. कृषि पर जनसंख्या की निर्भरता क्यों कम हो गई है ?
उत्तर-प्रच्छन्न बेरोजगारी तथा श्रमिकों का दूसरे, तीसरे क्षेत्र की ओर जाने के कारण कृषि पर जनसंख्या की निर्भरता कम हो गई है।
प्रश्न 23. मनुष्यों के गुणात्मक पक्ष को कैसे विकसित किया जा सकता है ?
उत्तर-मनुष्य में शिक्षा, प्रशिक्षण, स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से निवेश करके उन्हीं गुणात्मक पक्ष को विकसित किया जा सकता है।
प्रश्न 24. भारतीय ग्रामीण क्षेत्र में हम किस प्रकार की बेरोजगारी पाते हैं ?
उत्तर- हम ग्रामीण क्षेत्र में प्रच्छन्न बेरोजगारी तथा मौसमी बेरोजगारी पाते हैं।
प्रश्न 25. ग्रामीण क्षेत्र में प्रच्छन्न बेरोजगारी क्यों पाई जाती है ? कोई दो कारण लिखें।
उत्तर- (क) अधिक श्रम शक्ति का होना,
(ख) ग्रामीण क्षेत्र में सहायक वैकल्पिक व्यवस्था का न होना।
प्रश्न 26. ग्रामीण क्षेत्र में मौसमी बेरोजगारी क्यों पाई जाती है ?
उत्तर- ग्रामीण क्षेत्र में कृषि मुख्य क्रिया है और कृषि एक मौसमी क्रिया है। अत: किसानों तथा कृषि श्रमिकों को पूरे साल काम नहीं मिलता। वे साल के कुछ महीने बेरोजगार रहते हैं। अतः ग्रामीण क्षेत्र में मौसमी बेरोजगारी पाई जाती है।
प्रश्न 27. शहरी क्षेत्र में किस प्रकार बेरोजगारी पाई जाती है ?
उत्तर- शहरी क्षेत्र में दो प्रकार की बेराजगारी पाई जाती है
(क) शिक्षित बेरोजगारी,
(ख) औद्योगिक बेरोजगारी ।
प्रश्न 28. शहरी क्षेत्र में शिक्षित बेरोजगारी क्यों पाई जाती है ?
उत्तर - शहरी क्षेत्र में शिक्षित बेरोजगारी निम्नांकित कारणों से पाई जाती है
(क) देश के अंदर सामान्य शिक्षा का तेजी से विस्तार |
(ख) दोषपूर्ण शिक्षा प्रणाली जो नौकरी उन्मुख नहीं है।
प्रश्न 29. औद्योगिक बेरोजगारी से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर - औद्योगिक बेरोजगारी से अभिप्राय अशिक्षितों में बेरोजगारी है जो उद्योगों, खनन, परिवहन, व्यापार, निर्माण आदि क्रियाओं में काम करना चाहते हैं, परंतु कम औद्योगिक विकास के कारण उन्हें काम नहीं मिलता ।
प्रश्न 30. भारत में औद्योगिक बेरोजगारी की समस्या गंभीर क्यों बन गई है ?
उत्तर - भारत में औद्योगिक बेरोजगारी की समस्या निम्न कारणों से बन गई हैं-
(क) नौकरी की तलाश में शहरों में ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि |
(ख) उद्योगों में पूँजी प्रधान विधियों का प्रयोग |
प्रश्न 31. शिक्षा किस प्रकार मानव विकास का महत्त्वपूर्ण कारक है ?
उत्तर-(क) शिक्षा किसी भी व्यक्ति के लिये प्रगति के नए क्षितिज खोल देती है।
(ख) यह लोगों में नई आशाएँ और आकांक्षाएँ पैदा कर देती है।
(ग) यह जीवन के मूल्यों को विकसित करती है ।
प्रश्न 32. सर्व शिक्षा अभियान क्या है ?
उत्तर- यह एक शिक्षा अभियान है जिसका उद्देश्य यह है कि 2010 तक 6 से 14 वर्ष आयु वर्ग के सभी स्कूली बच्चों को प्राथमिक शिक्षा अवश्य प्रदान की जाए।
प्रश्न 33. स्कूल के बच्चों के लिये दोपहर भोजन की योजना क्यों कार्यान्वित की गई है ?
उत्तर- दोपहर के भोजन की योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि स्कूल में, उनकी उपस्थिति को सुनिश्चित बनाया जा सके, उनकी पोषण स्थिति में सुधार लाया जा सके।
प्रश्न 34. शिशु मृत्यु दर को कैसे घटाया जा सकता है ?
उत्तर- (क) शिशुओं को संक्रमण से रक्षा की जानी चाहिए।
(ख) बच्चों के लिये अच्छे भोजन और पोषण की व्यवस्था की जानी चाहिए।
(ग) माताओं को शिशु-पालन में प्रशिक्षित करना चाहि ।
प्रश्न 35. 'बेरोजगारी' शब्द से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर- यदि किसी विशेष वर्ग के लोग काम करने के योग्य तो होते हैं और काम भी करना चाहते हैं परन्तु उन्हें काम नहीं मिलता तो ऐसी अवस्था को बेरोजगारी कहा जाता है।
प्रश्न 36. व्यक्ति की आय का निर्धारण किस आधार पर होता है ?
उत्तर- उसकी शिक्षा एवं निपुणता ।
प्रश्न 37. भारतीय ग्रामीण क्षेत्रों में हम किस प्रकार की बेरोजगारी पाते हैं ?
उत्तर-मौसमी बेरोजगारी ।
प्रश्न 38. गैर-बाजार क्रियाकलाप क्या है ?
उत्तर-स्वयं उपभोग के लिए उत्पादन करना।
प्रश्न 39. 'जी० एन० पी०' से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर- सकल राष्ट्रीय उत्पाद
प्रश्न 40. शिक्षा, प्रशिक्षण, ज्ञान और चिकित्सा सेवा में निवेश से कोई जनसंख्या किस प्रकार की पूँजी में बदल जाती है ?
उत्तर - मानव पूँजी ।
प्रश्न 41. मानव संसाधन को 'मानव पूँजी' में बदलने के लिए किसकी आवश्यकता है ?
उत्तर - शिक्षा एवं स्वास्थ्य।
प्रश्न 42. प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधन नहीं होने के बावजूद जापान कैसे धनी एवं विकसित देश है ?
उत्तर- कौशल एवं प्रौद्योगिकी विकास से ।
प्रश्न 43. आर्थिक क्रियाएँ कौन-सी है ?
उत्तर- बाजार और गैर-बाजार क्रियाएँ ।
प्रश्न 44. स्व-उपभोग के लिए उत्पादन कैसी क्रिया है ?
उत्तर- गैर-बाजार क्रिया ।
प्रश्न 45. परिवार के लिए महिलाओं द्वारा दी गयी सेवाएँ कैसी क्रिया है ?
उत्तर- गैर-बाजार क्रिया ।
प्रश्न 46. मानव क्रिया-कलापों को कितने प्रमुख क्षेत्रकों में बाँटा गया है ?
उत्तर- तीन ।
प्रश्न 47. महिलाओं में साक्षरता दर कम क्यों है ?
उत्तर- समान शिक्षा के अवसरों की कमी।
प्रश्न 48. प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने में राज्य और स्थानीय सरकारों ने कौन-सा महत्त्वपूर्ण कदम उठाया है ?
उत्तर- सर्वशिक्षा अभियान ।
प्रश्न 49. जनसंख्या की गुणवत्ता किन दो कारकों पर निर्भर है ?
उत्तर- साक्षरता दर एवं जीवन प्रत्याशा ।
प्रश्न 50. विनिर्माण किस प्रकार का क्रिया-कलाप है ?
उत्तर- द्वितीयक ।
प्रश्न 51. व्यापार, परिवहन, संचार, बैंकिंग, बीमा, स्वास्थ्य सेवा, पर्यटन आदि किस प्रकार का क्रिया-कलाप (क्षेत्रक) हैं ?
उत्तर - तृतीयक ।
प्रश्न 52. जापान का किस संसाधन में अधिक निवेश है ?
उत्तर- मानव संसाधन ।
प्रश्न 53. वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन किस क्षेत्रक के क्रिया-कलाप से होता है ?
उत्तर - तृतीयक क्षेत्र ।
प्रश्न 54. प्राथमिक क्षेत्रक में संपन्न की जाने वाली कोई दो क्रियाएँ लिखें ।
उत्तर- पशुपालन, मत्स्यपालन ।
प्रश्न 55. किसी काम में आवश्यकता से अधिक लोग लगे होते हैं तो वह कैसी बेरोजगारी कहलाती है ?
उत्तर-प्रच्छन्न बेरोजगारी ।
प्रश्न 56. कौन राष्ट्रीय आय और सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ाता है ?
उत्तर- शिक्षा ।
प्रश्न 57. सबसे कम साक्षरता किस राज्य की है ?
उत्तर- बिहार।.
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. 'संसाधन के रूप में लोग' से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर- संसाधन के रूप में लोग वर्तमान उत्पादन कौशल और क्षमताओं के संदर्भ में किसी देश के कार्यरत लोगों का वर्णन करने का एक तरीका है। ये वे लोग हैं जिनमें सकल राष्ट्रीय उत्पाद के सृजन में योगदान देने की क्षमता है। इसलिए में लोगों को देश का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण संसाधन माना जाता है। इस संसाधन को मानव संसाधन कहा जाता है। यह विशाल जनसंख्या का एक सकारात्मक पहलू है। किसी देश का संपूर्ण विकास जनसंख्या के आकार पर उतना निर्भर नहीं करता जितना कि लोगों के कौशल तकनीकी जानकारी, स्वास्थ्य आदि पर निर्भर करता है। इस प्रकार जनसंख्या अर्थव्यवस्था के लिए एक दायित्व की अपेक्षा एक परिसंपत्ति है।
प्रश्न 2. मानव संसाधन भूमि और भौतिक पूँजी जैसे अन्य संसाधनों से कैसे भिन्न है ?
अथवा, किस पूँजी को आप सबसे अच्छा मानते हैं— भूमि, श्रम, भौतिक पूँजी और मानव पूँजी ? क्यों ?
उत्तर-1 - निस्संदेह मानव पूँजी सबसे बड़ी पूँजी है। मानव पूँजी भूमि श्रम और भौतिक पूँजी जैसे अन्य संसाधनों से कई दृष्टि से श्रेष्ठ और भिन्न है
(क) अन्य संसाधनों से भिन्न, मानव संसाधन का आर्थिक विकास की दृष्टि से दोहरा महत्त्व है। लोग विकास के साधन और साध्य दोनों होते हैं। एक ओर वे उत्पादन के साधन और दूसरे ओर वे अन्तिम उपयोग कर्ता एवं स्वयं साध्य भी होते हैं। इसका कारण है कि विकास का अंतिम उद्देश्य लोगों को बेहतर और अधिकार सुरक्षित जीवन प्रदान करना है।
(ख) मानव संसाधन भूमि और पूँजी जैसे अन्य संसाधनों का प्रयोग कर सकता है किन्तु भूमि और पूँजी अपने आप उपयोगी नहीं हो सकते।
(ग) मानव संसाधन की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता यह है कि अधिक शिक्षित एवं अधिक स्वस्थ लोगों के लाभ स्वयं उन तक ही सीमित नहीं होते हैं, बल्कि उन का लाभ उन तक भी पहुँचता है जो स्वयं उतने शिक्षित एवं स्वस्थ नहीं हैं।
प्रश्न 3. मानव पूँजी निर्माण में शिक्षा का क्या भूमिका है ?
उत्तर- मानव पूँजी के निर्माण में शिक्षा की महत्त्वपूर्ण भूमिका रहती है।
(क) शिक्षा व्यक्ति को इस योग्य बनाती है कि वह अपना सर्वांगीण विकास कर सके।
(ख) शिक्षा एक व्यक्ति को इस योग्य बनाती है कि वह किसी कौशल में निपुण बन सके और अच्छा वेतन प्राप्त कर सके।
(ग) शिक्षा मनुष्य को इस योग्य बनाती है कि वह शराबखोरी और जुआ आदि के व्यसनों से बच सके जो उसके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते हैं।
(घ) शिक्षा इसलिए भी आवश्यक है कि वह प्रत्येक व्यक्ति को इस योग्य बनाती है कि वह अपने परिवार को सीमित रखे ताकि उसे भुखमरी का सामना न करना पड़े।
(ङ) शिक्षा एक व्यक्ति को अच्छे गुण अपनाने के योग्य बनाती है। ऐसा गुणी व्यक्ति ही देश का एक अच्छा नागरिक बन सकता है।
प्रश्न 4. मानव पूँजी के निर्माण में स्वास्थ्य की क्या भूमिका है ?
अथवा किसी व्यक्ति के कामयाब जीवन में स्वास्थ्य की क्या भूमिका है ?
उत्तर- मानव विकास में स्वास्थ्य की बड़ी महत्त्वपूर्ण भूमिका है। स्वास्थ्य से हमारा तात्पर्य केवल जीवित रहना ही नहीं है वरन् एक व्यक्ति की सर्वांगीण भलाई से जिसमें शारीरिक, मानसिक, आर्थिक तथा सामाजिक आदि सभी पक्ष आ जाते हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में व्यय किया गया धन केवल किसी विशेष व्यक्ति का ही कल्याण नहीं करता वरन् इसके द्वारा मानव संसाधन के क्षेत्र में भी सुधार आता है और परिणामस्वरूप राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में लाभकारी प्रभाव देखने को मिलते हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी केवल रोगों के निवारण पर ही जोर नहीं दिया जाता वरन् जनसंख्या नियन्त्रण, परिवार कल्याण खाद्य पदार्थों में मिलावट आदि रोकना तथा नशीले पदार्थों पर नियन्त्रण रखने आदि पक्षों पर ध्यान दिया जाता है।
प्रश्न 5. प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रकों में किस तरह की विभिन्न आर्थिक क्रियाएँ संचालित की जाती है।
उत्तर- आर्थिक क्रियाओं को तीन मुख्य श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है
(क) प्राथमिक क्रियाएँ- वे क्रियाएँ जो प्रत्यक्ष रूप से भूमि और जल से संबंधित हैं प्राथमिक क्रियाएँ कहलाती हैं। खेती, पशुपालन, वनोद्योग, मत्स्यपालन, खनन व उत्खनन प्राथमिक क्रियाओं के उदाहरण हैं।
(ख) द्वितीयक क्रियाएँ- जिन क्रियाओं के द्वारा प्राथमिक वस्तुओं को शारीरिक श्रम या मशीनों की सहायता से किन्हीं दूसरी वस्तुओं में बदला जाता है, उन्हें द्वितीयक क्रियाएँ या गौण क्रियाएँ कहा जाता है। कपास से कपड़े का गेहूँ से आटा व रोटी का, लकड़ी से कागज व फर्नीचर का, लोहे से स्टील की छड़ों व स्टील के बरतनों का गन्ने से चीनी का, कच्चे जूट से जूट वस्तुओं का उत्पादन द्वितीयक वस्तुओं के उदाहरण है।
(ग) तृतीयक क्रियाएँ- वे क्रियाएँ जो प्राथमिक एवं द्वितीयक क्रियाओं को आधार सेवाएँ प्रदान करती हैं तृतीयक क्रियाएँ कहलाती हैं। इन्हें सेवा क्रियाएँ भी कहा जाता है। परिवहन, संचार, व्यापार बैकिंग, बीमा, और अन्य सब प्रकार की व्यावसायिक सेवाएँ तृतीयक सेवाओं के ही उदाहरण हैं।
प्रश्न 6. महिलाएँ क्यों निम्न वेतन वाले कार्यों में नियोजित होती हैं ?
उत्तर- इस बात में कोई भी अतिश्योक्ति नहीं कि महिलाएँ प्रायः निम्न वेतन वाले कार्यों में नियोजित होती हैं। इसके कुछ मुख्य कारण निम्नांकित हैं
(क) शिक्षा किसी की भी आमदनी को निश्चित करने वाला एक मुख्य कारक होता है। क्योंकि महिलाएँ पुरुषों की अपेक्षा कम पढ़ी-लिखी होती हैं। इसलिए उनके मुकाबले में उन्हें कम वेतन मिलता है।
(ख) शिक्षा के पश्चात् उच्च कौशल किसी भी व्यक्ति की आय को सुनिश्चित करने का एक अन्य मुख्य कारक होता है। साधारणतः यह देखा गया है कि महिलाएँ प्रायः उच्च कौशल प्राप्त नहीं होती इसलिए उन्हें कम वेतन मिलता है।
(ग) कुछ लोगों का यह भी कहना है कि महिलाएँ बहुत से ऐसे कार्य नहीं कर सकती जिसमें शारीरिक शक्ति की आवश्यकता पड़ती है। इस प्रकार वे कठिन परिश्रम वाले कार्यों को प्राप्त करने से वंचित रह जाती हैं। बाकी कार्यों में ऊँचे वेतन पाना महिलाओं के लिए कठिन हो जाता है।
(घ) महिलाएँ प्रायः अपने घर के कार्यों से अधिक जुड़ी होती है इसलिए वे किसी भी नौकरी पर इतना नियमित रूप से काम नहीं कर सकतीं इसलिए भी उन्हें कम वेतन दिया जाता है।
प्रश्न 7. बेरोजगारी से क्या हानियाँ होती है ?
उत्तर- बेरोजगारी की हानियाँ-
(क) बेरोजगारी से मानव शक्ति संसाधन व्यर्थ हो जाते हैं। वे व्यक्ति जो देश की परिसंपति हैं वे देश पर भार बन जाते हैं।
(ख) बेरोजगारी एक सामाजिक बुराई है। बेरोजगार लोग एक निराश, उत्साहीन तथा विवश वर्ग बन जाता है। नवयुवकों में निराशा की भावना पैदा हो जाती है। बेरोजगारी से समाज में बेचैनी फैलाती है।
(ग) बेरोजगारी से काम करने वाले लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ जाता है।
प्रश्न 8. 'मानव पूँजी' और 'मानव पूँजी निर्माण से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर - मानव पूँजी - जब शिक्षा, प्रशिक्षण और चिकित्सा सेवाओं में निवेश किया जाता है तो जनसंख्या मानव पूँजी में बदल जाती है। वास्तव में, मानव पूँजी कौशल और उनमें निहित उत्पादन के ज्ञान का स्टॉक है।
मानव पूँजी निर्माण - जब विद्यमान मानव संसाधन या मानव पूँजी को और अधिक शिक्षा और स्वास्थ्य द्वारा विकसित किया जाता है, तब हम इसे मानव पूँजी निर्माण कहते हैं। यह भौतिक पूँजी निर्माण की ही भाँति देश की उत्पादक शक्ति में वृद्धि करता है। शिक्षा, प्रशिक्षण और स्वास्थ्य सेवा के माध्यम से मानव पूँजी में निवेश भौतिक पूँजी की ही भाँति प्रतिफल प्रदान करता है। उदाहरण के लिए अधिक शिक्षित या बेहतर प्रशिक्षित लोग अपनी उच्च उत्पादकता के कारण अधिक आय कमाते हैं।
प्रश्न 9. 'बेरोजगारी' शब्द की आप कैसे व्याख्या करेंगे ?
उत्तर-बेरोजगारी उस समय विद्यमान कही जाती है, जब प्रचलित मजदूरी की दर पर काम करने के लिए इच्छुक लोग रोजगार नहीं पा सकें। दूसरे शब्दों में, बेरोजगारी से आशय इच्छा के बावजूद रोजगार के न मिलने से है। इससे अभिप्राय उस स्थिति से है जब व्यक्ति काम के लिए उपलब्ध होते हैं और इच्छा भी रखते हैं परन्तु उन्हें काम नहीं मिल पाता है। दूसरी ओर, श्रम शक्ति जनसंख्या में वे लोग शामिल किए जाते हैं जिनकी उम्र 15 वर्ष से 59 वर्ष के बीच है। उदाहरण के लिए, सकल की माँ शीला अपने परिवार के लिए काम करती है। वह अपने घर से बाहर पैसे के लिए काम करना नहीं चाहती है। अतः उसे बेरोजगार नहीं कहा जा सकता है। उसी प्रकार अंकित का भाई अमित और बहन आभा क्रमशः 9 वर्ष और 11 वर्ष की है। इसलिए उन्हें बेरोजगार नहीं कहा जा सकता। अंकित के दादा-दादी की आयु भी 59 वर्ष से अधिक है। इसलिए उन्हें भी बेरोजगार नहीं कहा जा सकता।
प्रश्न 10. 'प्रच्छन्न बेरोजगारी' और 'मौसमी बेरोजगारी में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर- प्रचन्त्र बेरोजगारी और मौसमी बेरोजगारी में अंतर-

प्रश्न 11. आर्थिक और गैर आर्थिक क्रियाओं में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर- आर्थिक और गैर-आर्थिक क्रियाओं में अंतर-

दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. शिक्षित बेरोजगारी भारत के लिये एक विशेष समस्या क्यों है ?
उत्तर- शिक्षित बेरोजगारी भारत के लिये एक विशेष समस्या बनी हुई है। बहुत-से मैट्रिक पास, स्नातक और उनसे भी अधिक पढ़े-लिखे एम० ए० पास लोग बेकार घूमते नजर आते हैं। ऐसे युवक कोई भी रोजगार पाने में असमर्थ हैं। ऐसी परिस्थिति के लिये कोई-न-कोई कारण तो उत्तरदायी होगा। इनमें से कुछ मुख्य निम्नांकित हैं-
(क) शिक्षा पद्धति में दोष- हमारी शिक्षा पद्धति भी निःसन्देह दोषपूर्ण है, नहीं तो इतने वर्ष स्कूल व कालेजों में पढ़कर हमारे युवक बेकार क्यों घूमें। हमें शिक्षा पद्धति में सुधार करके इसे व्यवसायी ओर दस्तकारी युक्त बनाना चाहिए ताकि हर एक विद्यार्थी पढ़ने के उपरान्त स्वयं छोटा-मोटा कार्य कर सके।
(ख) हमारे औद्योगिक और सेवा क्षेत्र की प्रगति सन्तोषजनक नहीं- इसमें सन्देह नहीं कि हमारे औद्योगिक और सेवा क्षेत्रों में कुछ प्रगति हुई हैं परन्तु यह प्रगति इतनी उत्साहजनक नहीं इसलिए इन दोनों क्षेत्रों ने रोजगार के इतने साधन पैदा नहीं किए।
(ग) अव्यवस्थित तकनीकी विकास- अब जो उद्योगों के क्षेत्रों में नई तकनीक का विकास हो रहा है उसके कारण कारीगरों को बहुत थोड़े रोजगार के अवसर मिले हैं। इतना अवश्य हुआ कि नई-नई मशीनों के आने से बहुत से मजदूरों की छँटनी अवश्य हो गई। परिणामस्वरूप बेरोजगारी की समस्या और विकट होती गई।
(घ) विदेशों में नौकरी पाने की कोई विशेष सुविधा न होना- हमारे बहुत से पढ़े-लिखे युवक नौकरी पाने के लिये विदेशों में जाने के लिये भी तैयार हैं परन्तु उन्हें विदेश जाने की इतनी सुविधाएँ प्राप्त नहीं हैं। बहुत से इंग्लैंड, फ्रॉस, जर्मनी, यू० एस० ए० आदि विकसित देशों ने विसा देने में कई रुकावटें डाल रखी हैं जिनके कारण भी शिक्षित बेकारी की समस्या और गहराती जा रही है।
प्रश्न 2. भारत किस क्षेत्र में रोजगार के अधिक अवसर सृजित कर सकता है ? वर्णन करें।
उत्तर - आर्थिक क्रियाकलापों को तीन प्रमुख क्षेत्रकों में बाँटा जा सकता है जो क्रमशः प्राथमिक द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रक हैं। प्रथम क्षेत्रक में, जिनमें कृषि, वानिकी पशुपालन, मत्स्यपालन, मुर्गीपालन और खनिज आदि क्रियाएँ शामिल हैं, पहले ही भारत की दो-तिहाई जनसंख्या को रोजगार के अवसर प्रदान कर रहा है। द्वितीयक क्षेत्रक, जिसमें उत्खनन और विनिर्माण की क्रियाएँ शामिल है देश की कोई 10% कार्यरत जनसंख्या को रोजगार अवसर प्राप्त करा रहा है। तृतीयक क्षेत्रक, जिसमें परिवहन, संचार, व्यापार, बैंकिंग, शिक्षा, स्वास्थ्य बीमा, पर्यटन की क्रियाएँ शामिल है देश की कोई 20% कार्यरत जनसंख्या को अपने में समाए हुए है।
कृषि के क्षेत्र में पहले ही भारत की एक बड़ी जनसंख्या का भाग है इसलिए इसमें और लोगों के समाने की सम्भावना नहीं। वहाँ पर गुप्त बेरोजगारी के समाचार अकसर पढ़ने को मिलते है। ऐसे में अब द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रकों में रोजगार के अधिक अवसर सृजित किये जा सकते हैं। द्वितीयक क्षेत्रक में आम भारत की जनसंख्या का केवल अभी 10% भाग ही काम कर रहा है। अधिक से अधिक कारखाने खोलकर अनेक लोगों को रोजगार के अधिक अवसर प्रदान किये जा सकते हैं। ऐसे में उत्पादन बढ़ने के साथ-साथ भारत के व्यापार में भी काफी वृद्धि हो सकती है।
तृतीयक क्षेत्रक में भी कुछ लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किये जा सकते हैं। वहाँ व्यापार, परिवहन, संचार, बैंकिंग, बीमा, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन आदि सुविधाओं का और विस्तार करके अनेक लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किये जा सकते हैं।
प्रश्न 3. शिक्षा प्रणाली में शिक्षित बेरोजगारों की समस्या दूर करने के लिए क्या उपाय सुझाएँ जा सकते हैं ?
उत्तर- भारत में शिक्षित बेरोजगारी की समस्या दूर करने के लिए शिक्षा प्रणाली के संदर्भ में निम्न उपाय सुझाए जा सकते हैं-
(क) भारतीय शिक्षा प्रणाली को रोजगार उन्मुख बनाया जाना चाहिए।
(ख) व्यावसायिक शिक्षा पर अधिक जोर दिया जाना चाहिए। प्रारंभ से ही छात्रों की व्यावसायिक शिक्षा पर बल दिया जाना चाहिए ताकि वे स्व-रोजगार कर सकें।
(ग) एक ऐसी शिक्षा योजना तैयार की जानी चाहिए जिससे शिक्षित युवकों को बेरोजगारी की समस्या का सामना नहीं करना पड़ें।
(घ) छात्रों को स्वरोजगार के विषय में जागरूक बनाया जाना चाहिए।
(ङ) शिक्षित व्यक्तियों में शिक्षकों, डॉक्टरों आदि के रूप में गाँवों में सेवा करने की भावना को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
(च) रोजगार सूचना और मार्गदर्शन प्रदान करनेवाले संस्थानों का विस्तार किया जाना चाहिए।
(छ) मँहगी व्यावसायिक शिक्षा एवं अपनी व्यावसायिक इकाई स्थापित करने के लिए छात्रों को वित्तीय सहायता दी जानी चाहिए।
प्रश्न 4. क्या आप कुछ ऐसे गाँव की कल्पना कर सकते हैं जहाँ पहले रोजगार का कोई अवसर नहीं था, परन्तु बाद में बहुतायत में हो गया ।
उत्तर-हमारे बहुत से गाँवों में लोग अपने कपड़े स्वयं धोते हैं, कपड़े स्वयं सीते हैं और घर की लेपा पोती भी स्वयं कर लेते हैं। यदि उन्हें अपने बच्चों को थोड़ा-बहुत पढ़ाना होता है तो वे यह काम स्वयं या गाँव वाले किसी आम पढ़े-लिखे सदस्य की सहायता से पूरा कर लेते हैं। कुछ लोग पढ़ाई के लिए अपने बच्चों को आस-पास कस्बे में भेज देते हैं। यदि कोई सिलाई का बड़ा काम करवाना हो तो वे आस के बड़े गाँवों या नगरों में जाकर पूरा करवा लेते हैं। यदि अपने परिवार की आवश्यकताओं से अधिक अनाज पैदा हो जाए तो वे अपना फालतू अनाज आस-पास की मण्डियों में बेच आते हैं। ऐसे में इन गाँवों में रोजगार के अवसर प्रायः न के बराबर होते हैं।
परन्तु यदि वे थोड़ा-सा प्रयत्न करें तो उसी गाँव में जहाँ पहले रोजगार के कोई अवसर नहीं थे, वहाँ रोजगार के अनेक अवसर पैदा किए जा सकते हैं।
(क) यदि वे अपने गाँव में कोई भी स्कूल खोल ले तो गाँव के अनेक पढ़े-लिखे लोगों को अपने ही गाँव में अध्यापक के पद पर काम करने वालों को रोजगार के अवसर प्राप्त हो गए।
(ख) इसी प्रकार गाँव की कोई लड़की या लड़का दर्जी के कार्य का शहर से प्रशिक्षण लेकर अपने गाँव में ही दर्जी की दुकान खोल लेता है तो उस गाँव में दर्जी का काम करने वालों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त हो जाएँगे।
(ग) इसी प्रकार यदि कोई किसान अपने ही गाँव में गन्ने से रस निचोड़ने की मशीन लगाकर वहाँ गुड़ आदि बनाना शुरू कर देता है तो ऐसे में गाँव के अनेक बेकार लोगों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त हो जाएँगे।
(घ) इसी प्रकार यदि गाँव का कोई साहसी युवक एक टैक्सी या तीन-पहिया स्कूटर खरीदकर गाँव के लोगों और उनके माल को आस-पास के गाँव तक लाना ले जाना शुरू कर देता है तो उस गाँव में एक-दो ड्राइवरों को नए रोजगार के अवसर भी प्राप्त हो जाएँगे।
प्रश्न 5. भारत में साक्षरता दर बढ़ाने हेतु सरकार ने कौन-कौन से उपाय किए हैं ?
उत्तर- सरकार द्वारा साक्षरता दर बढ़ाने हेतु किए गए प्रयास निम्नांकित हैं-
(क) शिक्षा पर योजना परिव्यय पहली पंचवर्षीय योजना के ₹151 करोड़ से बढ़कर दसवीं पंचवर्षीय योजना में ₹43,825 करोड़ हो गया है।
(ख) प्रत्येक जिले में नवोदय विद्यालय जैसे स्कूलों की स्थापना की गई है। (ग) प्राथमिक स्कूल प्रणाली भारत के 5,00,000 से भी अधिक गाँवों में फैली है।
(घ) सभी बच्चों को प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने की दिशा में सर्वशिक्षा अभियान एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
(ड) कक्षा में बच्चों की उपस्थिति को बढ़ावा देने, बच्चों के ध्यान और उनकी पोषण स्थिति में सुधार के लिए दोपहर के भोजन की योजना कार्यान्वित की जा रही है।
(च) दसवीं योजना की रणनीति पहुँच में वृद्धि, गुणवत्ता, राज्यों के लिए विशेष पाठ्यक्रम में परिवर्तन को स्वीकार करना, व्यवसायीकरण तथा सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग का जाल बिछाने पर केन्द्रित है। यह योजना दूरस्थ शिक्षा, औपचारिक, अनौपचारिक दूरस्थ तथा संचार प्रौद्योगिकी की शिक्षा देनेवाले शिक्षण संस्थानों के अभिसरण पर भी केन्द्रित है।
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