NCERT कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान इतिहास अध्याय 12 इमारतें, पेंटिंग और किताबें

पाठ्यपुस्तक के आंतरिक प्रश्न

1. अध्याय 9 के पृष्ठ 91 पर दिए गए चित्र की तरह तुम भी मंदिरों तथा स्तूपों के निर्माण के दौरान आने वाले विभिन्न चरणों का चित्र बनाओ। (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-126)
उत्तर : छात्र स्वयं करें।

2. क्या तुम्हें लगता है कि कालिदास को प्रकृतिप्रेमी कहा जा सकता है? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-128)
उत्तर : हाँ, कालिदास को प्रकृतिप्रेमी कहा जा सकता है।

3. इस उपमहाद्वीप के विभिन्न भागों में महाभारत और रामायण के भिन्न-भिन्न रूपांतर लोकप्रिय हैं। इनके आधार पर नाटक, गीत और नृत्य परंपराएँ भी उभरीं। पता करो तुम्हारे राज्य में कौन-सा रूपांतर प्रचलित है। (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-129)
उत्तर : छात्र स्वयं करें।

4. क्या तुम बता सकते हो कि इसमें कहानी का कौन-सा हिस्सा दिखाया गया है? यह हिस्सा क्यों चुना गया होगा? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-130)
उत्तर : इस कहानी के चित्र में राजा को अपनी प्रजा के साथ आमों का आनंद लेते दिखाया गया है। जिससे यह संदेश मिलता है कि राजा अपनी प्रजा के साथ मिल-जुलकर रहता था। इसलिए ही इस हिस्से को चुना गया है।

5. रोम के निवासी शून्य का प्रयोग किए बगैर गिनती करते थे। उसके बारे में और भी जानकारी हासिल करने की कोशिश करो। (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-131)
उत्तर : छात्र स्वयं करें।

अन्यत्र (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-131)

कागज़ आज हमारे रोज़मर्रा की ज़िन्दगी का हिस्सा बन गया है। जो किताबें हम पढ़ते हैं वे कागज़ पर छपी होती हैं, उसी तरह लिखने के लिए भी हम कागज़ का ही उपयोग करते हैं। कागज का आविष्कार करीब 1900 साल पहले कोई लून नाम के व्यक्ति ने चीन में किया। उसने पौधों के रेशों, कपड़ों, रस्सियों और पेड़ की छालों को पीट-पीट कर लुगदी बनाकर उसे पानी में भिगो दिया। फिर उस लुगदी को दबाकर उसका पानी निचोड़ा और तब सुखा कर कागज़ बनाया। आज भी हाथ से कागज़ बनाने के लिए इसी विधि को अपनाया जाता है।

कागज बनाने की तकनीक को सदियों तक गुप्त रखा गया। करीब 1400 साल पहले यह कोरिया तक पहुँची। | इसके तुरंत बाद ही यह जापान तक फैल गई। करीब 1800 साल पहले यह बगदाद में पहुँची। फिर बगदाद से
यह यूरोप, अफ्रीका और एशिया के अन्य भागों में फैली। इस उपमहाद्वीप में भी कागज़ की जानकारी बगदाद से ही आई।

1. कागज का आविष्कार कब किसने और कहाँ किया था?
उत्तर : कागज का आविष्कार करीब 1900 साल पहले काई लुन नामक व्यक्ति ने चीन में किया था।

2. काई लून ने कागज किस विधि से तैयार किया था?
उत्तर : काई लून ने पौधों के रेशों, कपड़ों, रस्सियों और पेड़ की छालों को पीट-पीट कर लुगदी बनाकर उसे पानी में भिगो दिया, फिर उस लुगदी को दबाकर उसका पानी निचोड़ा और तब सुखी कर कागज बनाया। आज भी कागज बनाने के लिए इसी विधि को अपनाया जाता है।

3. प्राचीन भारत की पाण्डुलिपियाँ किस चीज पर तैयार की जाती थीं? ( संकेत : अध्याय 1)
उत्तर : प्राचीन भारत की पाण्डुलिपियाँ ताड़पत्रों अथवा हिमालय क्षेत्र में उगने वाले भूर्ज नामक पेड़ की छाल से विशेष तरीके से तैयार भोजपत्र पर लिखी जाती थीं। कल्पना करो। तुम एक मंदिर के मण्डप में बैठे हो। अपने चारों तरफ़ के दृश्य का वर्णन करो। उत्तर छात्र स्वयं करें।

प्रश्न-अभ्यास
पाठ्यपुस्तक से

आओ याद करें 

1. निम्नलिखित का सुमेल करो।

NCERT Solutions for Class 6 Social Science History Chapter 12 (Hindi Medium) 1
उत्तर :
NCERT Solutions for Class 6 Social Science History Chapter 12 (Hindi Medium) 2

2. खाली जगहों को भरो :
(क)  ……………………… एक बड़े गणतिज्ञ थे।
(ख) . ……………………… में देवी-देवताओं की कहानियाँ मिलती हैं।
(ग) …………………….. को संस्कृत रामायण का लेखक माना जाता है।
(घ)  ……………………… और ……………………… दो तमिल महाकाव्य हैं।

उत्तर :


(क)
 आर्यभट्ट
(ख) पुराणों
(ग) वाल्मीकी
(घ) सिलप्पदिकारम, मणिमेखलई। आओ चर्चा करें

3. धातुओं के प्रयोग पर जिन अध्यायों में चर्चा हुई है, उनकी सूची बनाओ। धातु से बनी किन-किन चीजों के बारे में चर्चा हुई है या उन्हें दिखाया गया है?
उत्तर :
NCERT Solutions for Class 6 Social Science History Chapter 12 (Hindi Medium) 3

4. पृष्ठ 130 पर लिखी कहानी को पढ़ो। जिन राजाओं के बारे में तुमने अध्याय 6 और 11 में पढ़ा है। उनसे यह बंदर राजा कैसे भिन्न या समान था?
उत्तर : पृष्ठ 130 पर बंदर राजा की कहानी अध्याय 6 और 11 में दिए गए राजाओं की तरह है। बंदर राजा भी अन्य
शासकों की तरह एक विशाल सेना रखता था। वह स्वयं बुद्धिमान, कूटनीतिज्ञ और बहादुर था। वह सही समय पर उचित निर्णय लेने में समर्थ था, जब उसने देखा कि मानव राजा उसके समुदाय को मार डालना चाहता है तो बंदरों के राजा ने अपनी प्रजा को बचाने की एक योजना बनाई। उसने आम के पेड़ की टहनियों को तोड़कर उन्हें आपस में बाँधकर नदी पर एक पुल बनाया। इसके एक छोर को वह तब तक पकड़े रहा जब तक उसकी सारी प्रजा ने नदी को पार न कर लिया। वह एक महान राजा था, लेकिन किसी भी रूप से
यह मानव राजा से अलग नहीं था।

5. और भी जानकारी इकट्ठी कर किसी महाकाव्य से एक कहानी सुनाओ।
उत्तर :
हमारे महाकाव्य में बहुत सारी कहानियाँ हैं, जो हमें प्रभावित करती हैं। वे कहानियाँ आदर्श जीवन के लिए हमारा मार्गदर्शन करती हैं और हमें शिक्षा देती हैं। ऐसे ही महाकाव्य महाभारत और रामायण हैं। ऐसी ही एक कहानी महाभारत महाकाव्य में है, इसमें कौरवों और पांडवों के बीच युद्ध की कहानी है। दोनों ही पक्ष युद्ध जीतने के लिए अपने-अपने नाते-रिश्तेदारों और अन्य राजाओं को अपने साथ मिलाना चाहते थे। श्रीकृष्ण महान शक्तिशाली और भगवान की शक्तियाँ रखता था। वह दोनों ही पक्षों से संबंधित था। इसलिए दुर्योधन जो कौरवों में सबसे बड़े थे। सहायता माँगने के लिए पहुँचे। ठीक उसी दिन पांडवों में से एक अर्जुन भी सहायता माँगने के लिए कृष्ण के पास पहुँचे। श्रीकृष्ण उस समय सोये हुए थे, दुर्योधन घमंडी था, इसलिए वह श्रीकृष्ण के सिर की तरफ बैठ गया। अर्जुन दुर्योधन के बाद पहुँचे और वह विनम्र भी थे इसलिए पैर की दिशा में बैठ गए। श्रीकृष्ण ने पहले ही घोषणा कर रखी थी कि जो भी मेरे पास पहले सहायता माँगने आएगा मैं उसका साथ दूंगा। श्रीकृष्णजी जैसे ही नींद से जागे उन्होंने अर्जुन को देखा। उन्होंने कहा कि वह अर्जुन का साथ देंगे। दुर्योधन ने इसका विरोध किया और कहा कि मैं पहले सहायता माँगने आया हूँ। कृष्ण ने कहा कि अगर हम किसी से भी कुछ प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए हमें विनम्र होना पड़ेगा। इस प्रकार दुर्योधन ने श्रीकृष्ण के साथ को खो दिया। इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि हम जिससे सहायता की अपेक्षा करते हैं उनके साथ उदंडता का व्यवहार नहीं करना चाहिए।

आओ करके देखें

6. इमारतों तथा स्मारकों को अन्य प्रकार से सक्षम व्यक्तियों (विकलांग) के लिए और अधिक प्रवेश योग्य कैसे बनाया जाए? इसके लिए सुझावों की एक सूची बनाओ।
उत्तर : इमारतों तथा स्मारकों में ढलान वाले प्रवेश द्वार की सुविधा होनी चाहिए।

  • इमारतों तथा स्मारकों में ढलान वाले प्रवेश द्वार के साथ रेलिंग की सुविधा होनी चाहिए ताकि पहिए | वाली कुर्सी का आसानी से प्रयोग किया जा सके।
  • इस तरह के व्यक्तियों के लिए उचित रोशनी का प्रबंध होना चाहिए तथा खाली स्थान से अलग प्रवेश द्वार की व्यवस्था होनी चाहिए। |

7. कागज़ के अधिक से अधिक उपयोगों की एक सूची बनाओ।
उत्तर : 
कागज बहुत महत्त्वपूर्ण है। इसका प्रयोग विभिन्न रूपों में किया जाता है। इसके कुछ प्रयोग नीचे दिए गए हैं

  • हम जो किताब पढ़ते हैं वह कागज पर ही छपी होती है।
  • हम लिखने के लिए भी कागज का प्रयोग करते हैं।
  • वस्तुओं के पैकिट बनाने के लिए भी कागज का प्रयोग होता है। |
  • खेल का सामान जैसे कि बनाने में भी कागज का प्रयोग होता है।
  • कृत्रिम गुलदस्ता बनाने में भी कागज का प्रयोग होता है।

8. इस अध्याय में बताए गए स्थानों में से तुम्हें किसी एक को देखने का मौका मिले तो किसे चुनोगे और क्यों?
उत्तर : मैं महरौली (दिल्ली) को देखना पसन्द करूंगा, मैं वहाँ लौह स्तंभ देख सकेंगा। यह भारतीय शिल्पकारों की कुशलता का एक अद्भुत उदाहरण है। आश्चर्य की बात यह है इतने दिनों के बाद भी इसमें जंग नहीं लगा। इसी परिसर में कुतुबमीनार वास्तव में एक महान स्मारक है। मैं महरौली में एक मनोहर स्मारक देख सकेंगा।

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. दिल्ली के महरौली स्थित लौह स्तंभ पर कुछ पंक्तियाँ लिखिए।
उत्तर: 

  • दिल्ली के महरौली में स्थित लौह स्तंभ लगभग 1500 वर्ष पूर्व बनाया गया था।
  • यह लोहे से बना है। इसकी ऊँचाई 7.2 मीटर है और इसका वज़न 3 टन से ज़्यादा है।
  • इसका निर्माण संभवतः गुप्त वंश के दौरान हुआ था।
  • यह आश्चर्यजनक है कि इतने वर्षों में इस स्तंभ में जंग नहीं लगी।
  • यह स्तंभ भारतीय शिल्पकारों के कौशल का एक उल्लेखनीय उदाहरण है।
  • यह स्तंभ पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।

2. स्तूप और मंदिर कैसे बनाए जाते थे? [वि. इम्प.]
उत्तर:  स्तूप और मंदिर बनाना कोई साधारण काम नहीं था। इसके लिए अपार धन की आवश्यकता होती थी जो केवल राजा या रानी ही वहन कर सकते थे। स्तूप या मंदिर बनाने में कई चरण होते थे। सबसे पहले, अच्छी गुणवत्ता वाले पत्थर को ढूँढ़ना, उनका उत्खनन करना और उन्हें उस स्थान पर पहुँचाना होता था जिसे अक्सर नए भवन के लिए सावधानीपूर्वक चुना जाता था। दूसरे, पत्थर के इन खुरदुरे खंडों को आकार देना और उन्हें खंभों, दीवारों, फर्शों और छतों के लिए पैनलों में ढालना होता था। तीसरे, इन्हें बिल्कुल सही स्थान पर रखना होता था। राजा और रानी शिल्पकारों को भुगतान करने के लिए अपने खजाने से पैसा खर्च करते थे।

3. अजंता चित्रकला की मुख्य विशेषताएँ क्या हैं? [वि. महत्व]
उत्तर: 

  • अजंता की चित्रकारी विश्व प्रसिद्ध है। अजंता एक ऐसी जगह है जहाँ सदियों से पहाड़ियों को खोदकर कई गुफाएँ बनाई गई हैं।
  • इनमें से अधिकांश बौद्ध मठ थे जबकि कुछ को चित्रों से सजाया गया था।
  • गुफाओं के अन्दर अंधेरा रहता है, इसलिए इनमें से अधिकांश चित्रकारी मशालों की रोशनी में की गई है।
  • 1500 साल बाद भी इसके रंग चटकीले हैं।
  • ये रंग पौधों और खनिजों से बने थे।

4. कालिदास के मेघदूत के बारे में संक्षेप में लिखिए। [महत्वपूर्ण]
उत्तर:  कालिदास का मेघदूत सबसे प्रसिद्ध काव्य है। यह उनकी सर्वश्रेष्ठ साहित्यिक रचनाओं में से एक है। यह संस्कृत में है। यह गुप्त काल के दौरान लिखा गया था। इस प्रसिद्ध ग्रंथ में मानसून का वर्णन है। मानसून के बादल को एक-दूसरे से बिछड़े प्रेमियों के बीच एक संदेशवाहक माना जाता है।

कवि ने उस हवा का सुंदर वर्णन किया है जो बादल को उत्तर की ओर ले जाएगी। यह ठंडी हवा है। यह धरती की सुगंध से भरी हुई है। बादलों की बौछारों से भरी हुई, यह सुहावनी है। हाथी इसे गहराई से साँस लेते हैं। यह जंगली अंजीरों को पका देती है। यह बादल के साथ धीरे-धीरे बहती है। यह वर्णन बहुत ही कामुक और आकर्षक है। यह बादल और हवा का एक वास्तविक चित्र प्रस्तुत करता है। कालिदास वास्तव में एक समान कवि थे।

5. पुराण क्या हैं? उनकी कुछ विशेषताएँ बताइए।
उत्तर: पुराण शब्द का शाब्दिक अर्थ पुराना होता है। पुराण प्राचीन हिंदू धार्मिक कथाओं का संग्रह हैं। उनकी कुछ विशेषताएँ इस प्रकार हैं:

  • इनमें देवी-देवताओं से संबंधित कहानियां हैं जैसे
  • विष्णु, शिव, दुर्गा, या पार्वती।
  • इनमें यह भी विवरण है कि इन देवताओं की पूजा किस प्रकार की जाती थी।
  • इसमें संसार की रचना और राजाओं के बारे में भी विवरण हैं।
  • वेदों के विपरीत पुराणों को महिलाएं और शूद्र सहित सभी लोग पढ़ और सुन सकते थे

6. आर्यभट्ट के विज्ञान में योगदान का वर्णन कीजिए। [वि. इंप.]
उत्तर: आर्यभट्ट का नाम इसी काल में उभरा। वे एक गणितज्ञ और खगोलशास्त्री के रूप में प्रसिद्ध हुए। उन्होंने संस्कृत में आर्यभट्टीयम नामक एक ग्रंथ लिखा। उन्होंने बताया कि दिन और रात पृथ्वी के अपनी धुरी पर घूमने के कारण होते हैं, हालाँकि ऐसा लगता है जैसे सूर्य उदय हो रहा है और अस्त हो रहा है। उन्होंने ग्रहणों की वैज्ञानिक व्याख्या भी विकसित की। उन्होंने वृत्त की परिधि की गणना करने का एक तरीका भी खोजा, जो लगभग उतना ही सटीक है जितना कि आज हम जिस सूत्र का उपयोग करते हैं।

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

1. लौह स्तंभ कब बनाया गया था?
उत्तर:  यह लगभग 1500 साल पहले बनाया गया था।

2. लौह स्तंभ की सबसे खास विशेषता बताइए।
उत्तर: इतने वर्षों में इस स्तंभ पर जंग नहीं लगी है।

3. 'स्तूप' शब्द से आप क्या समझते हैं? [वि. प्रभाव]
उत्तर: स्तूप शब्द का अर्थ टीला होता है। यह एक बौद्ध धार्मिक इमारत है।

4. भक्तगण स्तूप के चारों ओर दक्षिणावर्त दिशा में क्यों घूमते थे?
उत्तर: वे अपनी भक्ति दिखाने के लिए ऐसा करते थे।

5. अमरावती क्यों प्रसिद्ध था?
उत्तर: अमरावती एक ऐसा स्थान था जहाँ कभी एक भव्य स्तूप हुआ करता था।

6. प्राचीन हिंदू मंदिरों में पूजे जाने वाले देवता कौन थे?
उत्तर: विष्णु, शिव और दुर्गा।

 7. गर्भगृह क्या था?
उत्तर: इस काल में यह मंदिर का एक कमरा होता था।

8. गर्भगृह इतना महत्वपूर्ण क्यों था? [वि. महत्व]
उत्तर: मुख्य देवता की प्रतिमा गर्भगृह में स्थापित की जाती थी। इसके अलावा, पुजारी यहीं धार्मिक अनुष्ठान भी करते थे।

9. शिखर क्या था?
उत्तर: यह गर्भगृह के शीर्ष पर बना एक टॉवर था जो इसे एक पवित्र स्थान के रूप में चिह्नित करता था।

 10. महाबलीपुरम के अखंड मंदिरों के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर: इनमें से प्रत्येक मंदिर पत्थर के एक विशाल टुकड़े को तराश कर बनाया गया था।

11. स्तूप और मंदिर बनवाने का फैसला केवल राजा या रानियाँ ही क्यों करते थे?
उत्तर: स्तूप और मंदिर बनवाना एक महँगा काम था। आम लोग इसके बारे में सोच भी नहीं सकते थे।

12. भक्तों द्वारा लाए गए उपहारों का उपयोग किस प्रकार किया जाता था?
उत्तर: भक्तों द्वारा लाए गए उपहारों का उपयोग स्तूपों और मंदिरों को सजाने के लिए किया जाता था।

13. अंधेरी गुफाओं में चित्रकारी कैसे की जाती थी?
उत्तर: गुफाएँ अंधेरी थीं। इसलिए वहाँ मशाल की रोशनी में चित्रकारी की जाती थी।

14. महाकाव्य क्या हैं? उदाहरण दीजिए। [वि. इम्प.]
उत्तर:  महाकाव्य पुरुषों और महिलाओं के वीरतापूर्ण कार्यों पर आधारित भव्य, लंबी रचनाएँ हैं। इनमें देवताओं की कहानियाँ भी शामिल होती हैं। उदाहरणार्थ - महाभारत, रामायण।

 15. पुराणों की कहानियों में किन देवी-देवताओं का उल्लेख है?
उत्तर:  पुराणों की कहानियों में विष्णु, शिव, दुर्गा या पार्वती का उल्लेख है।

16. पुराण वेदों से किस प्रकार भिन्न थे?
उत्तर: महिलाओं और शूद्रों को वेदों का अध्ययन करने की अनुमति नहीं थी, लेकिन ये लोग पुराणों के श्लोकों को पढ़ और सुन सकते थे।

 17. आम लोगों द्वारा बताई गई कहानियाँ कहाँ संरक्षित हैं? [वि. इम्प.]
उत्तर:  आम लोगों द्वारा बताई गई कहानियाँ जातक और पंचतंत्र में संरक्षित हैं।

18. आर्यभट्ट द्वारा लिखित पुस्तक का नाम बताइए। यह किस भाषा में लिखी गई है?
उत्तर:  यह पुस्तक आर्यभट्टीयम है। यह संस्कृत में लिखी गई है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

 1. स्तूप क्या हैं? उनकी कुछ विशिष्ट विशेषताएँ बताइए।
उत्तर: स्तूप ईंट और पत्थर से बनी बौद्ध धार्मिक इमारतें हैं। स्तूप कई प्रकार के होते हैं।

  • कुछ स्तूप गोल और ऊँचे होते हैं, जबकि कुछ बड़े और छोटे होते हैं। यहाँ स्तूपों की कुछ खास विशेषताएँ दी गई हैं।
  • स्तूप के केंद्र या हृदय में एक छोटा सा बक्सा रखा है, जिसे अवशेष संदूक कहते हैं। इस बक्से में बुद्ध या उनके अनुयायियों के शरीर के अवशेष, या उनके द्वारा उपयोग की गई वस्तुएँ, साथ ही कीमती पत्थर और सिक्के रखे हैं।
  • इस बक्से को मिट्टी से ढक दिया जाता था। बाद में, ऊपर कच्ची ईंटों या पकी हुई ईंटों की एक परत जोड़ दी जाती थी। और फिर, गुंबदनुमा संरचना को कभी-कभी नक्काशीदार पत्थर की पट्टियों से ढक दिया जाता था।'
  • स्तूप के चारों ओर प्रदक्षिणा पथ नामक एक मार्ग बनाया गया था। यह रेलिंग से घिरा हुआ था। इस मार्ग में प्रवेश द्वारों से होकर जाता था।
  • भक्ति के प्रतीक के रूप में भक्तगण दक्षिणावर्त दिशा में स्तूप के चारों ओर घूमते थे।

2. प्राचीनतम हिंदू मंदिरों का वर्णन कीजिए।
उत्तर: इस काल में कुछ हिंदू मंदिर भी बनाए गए। इन मंदिरों में विष्णु, शिव और दुर्गा की पूजा की जाती थी। मंदिरों का सबसे महत्वपूर्ण भाग गर्भगृह था, जो एक ऐसा कक्ष था जहाँ मुख्य देवता की प्रतिमा स्थापित की जाती थी। यहीं पर पुजारी धार्मिक अनुष्ठान करते थे और भक्त देवता की पूजा करते थे।

गर्भगृह के शीर्ष पर एक मीनार होती थी जिसे शिखर कहते थे। इससे उस स्थान को पवित्र माना जाता था। शिखर बनाने के लिए सावधानीपूर्वक योजना की आवश्यकता होती है। अधिकांश मंदिरों में एक मंडप भी होता था। यह एक हॉल जैसी संरचना होती थी जिसका उद्देश्य आम लोगों के एकत्र होने का होता था।

दक्षिण भारत में महाबलीपुरम और ऐहोल अपने मंदिरों के लिए प्रसिद्ध थे। ये पत्थर के मंदिर थे। महाबलीपुरम के अखंड मंदिर बहुत सुंदर थे। इनमें से प्रत्येक मंदिर पत्थर के एक विशाल टुकड़े को तराश कर बनाया गया था। इसलिए इन्हें अखंड मंदिर कहा जाता है। ऐहोल स्थित दुर्गा मंदिर लगभग 1400 साल पहले बनाया गया था।

3. दो संस्कृत महाकाव्यों, महाभारत और रामायण का वर्णन कीजिए।
अथवा महाभारत और रामायण जैसे महाकाव्य आज भी इतने लोकप्रिय क्यों हैं?
उत्तर: 
महाभारत और रामायण हिंदुओं के महाकाव्यों और अन्य धार्मिक पुस्तकों में सबसे लोकप्रिय हैं। ये अन्य धर्मों के अनुयायियों के बीच भी प्रसिद्ध हैं। उनकी लोकप्रियता के कारण लगभग एक जैसे हैं। महाभारत की कहानी एक पारिवारिक नाटक पर आधारित है जिसके बाद एक ही परिवार के दो समूहों, कौरवों और पांडवों, के बीच एक महान युद्ध होता है।

यहाँ हम सीखते हैं कि कैसे सही मकसद के लिए लड़ाइयाँ लड़ी जाती हैं। पांडवों को उनके चचेरे भाई दुर्योधन ने कूटनीतिक तरीके से गद्दी से उतारकर निर्वासित कर दिया। उन्हें हमेशा अपमान और अन्याय का सामना करना पड़ता है। अंततः, उन्हें अपना अधिकार पाने के लिए एक महायुद्ध में उतरना पड़ता है।

महाभारत में हम जानते हैं कि मनुष्य में कितनी सहनशीलता होनी चाहिए, किसी उचित उद्देश्य के लिए कैसे संघर्ष किया जा सकता है, हमें अपने बड़ों का सम्मान कैसे करना चाहिए, आदि। इसमें आदर्श जीवन की अनेक शिक्षाएँ हैं। महाभारत का एक भाग गीता, अपने आप में एक महान महाकाव्य माना जाता है। यह जीवन के सभी रहस्यों को उजागर करती है, पहले के जीवन और बाद के जीवन को।

इसी प्रकार, उस समय की सर्वाधिक प्रचलित भाषा में रचित रामायण हमें जीवन के उच्च आदर्शों की शिक्षा देती है। इसका सबसे प्रमुख पात्र, राम, यह दर्शाता है कि मनुष्य को जीवन के आदर्शों का पालन कैसे करना चाहिए। उनमें एक अत्यंत आदर्शवादी और यथार्थवादी मनुष्य के सभी गुण विद्यमान हैं। वे व्यवस्था का विनम्रतापूर्वक पालन करते हैं। वे न्याय और अपने अधिकार के लिए संघर्ष करते हैं। यह कथा अत्यंत यथार्थवादी ढंग से कही गई है। यह एक सामान्य व्यक्ति की कहानी प्रतीत होती है। इसलिए, आज हमारे समाज में इसका बहुत महत्व है।

I.बहुविकल्पीय प्रश्न

नीचे दिए गए कथनों को पूरा करने के लिए सही विकल्प चुनें:

(i) लौह स्तंभ .................. पर स्थित है
(a) जूनागढ़
(b) महरौली
(c) ऐहोल
(d) अहमदाबाद।

(ii) लौह स्तम्भ की ऊँचाई …………. है।
(a) 7.2 मीटर
(b) 8.2 मीटर
(c) 9.2 मीटर
(d) 10.2 मीटर।

(iii) स्तूप के केंद्र या हृदय में रखे गए छोटे बक्से को .................. के रूप में जाना जाता है ।
(a) अवशेष कास्केट
(b) पवित्र बॉक्स
(c) ट्रंक
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं।

(iv) पुराणों में .................... के बारे में कहानियाँ थीं।
(a) राजा और रानियाँ
(b) गौतम बुद्ध
(c) महात्मा गांधी
(d) देवी-देवता।

(v) संस्कृत रामायण ……………… द्वारा लिखी गई है
(ए) वाल्मिकी
(बी) व्यास
(सी) तुलसीदास
(डी) विष्णु शर्मा।

उत्तर:
(i) – (b), (ii) – (a), (iii) – (a), (iv) – (d), (v) – (a).

II.रिक्त स्थान भरें

प्रत्येक वाक्य को पूरा करने के लिए रिक्त स्थानों को उपयुक्त शब्दों से भरें।

  1. ऐहोल में ………. का निर्माण लगभग 1400 वर्ष पूर्व हुआ था
  2. स्तूप के मध्य में रखे छोटे बक्से में राजा और उनके अनुयायियों के शरीर के अवशेष रखे हैं।
  3. मंदिरों में पुजारियों द्वारा ……. का पाठ किया जाता था और लोग उन्हें सुनने आते थे।
  4. माना जाता है कि ……….. और ……………. दोनों की रचना व्यास ने की थी।
  5. ग्रहण के लिए एक वैज्ञानिक व्याख्या विकसित की।

उत्तर:

  1. दुर्गा मंदिर
  2. बुद्धा
  3. वेदों
  4. पुराण, महाभारत
  5. आर्यभट्ट

III.सत्य/असत्य

बताइये कि ये वाक्य सत्य (T) हैं या असत्य (F)।

  1. इस काल के अधिकांश मंदिरों में एक हॉल जैसी संरचना होती थी जिसे मंडप कहा जाता था।
  2. महाबलीपुरम और ऐहोल बेहतरीन पत्थर के मंदिरों के लिए जाने जाते हैं।
  3. इस अवधि के दौरान व्यापारी और किसान आमतौर पर स्तूप और मंदिर बनाने का निर्णय लेते थे।
  4. तमिल महाकाव्य शिलप्पादिकारम की रचना इलांगो नामक कवि ने की थी।
  5. मेघदूत तुलसीदास द्वारा रचित एक प्रसिद्ध काव्य है।
  6. स्त्रियाँ और शूद्र पुराणों की कहानियाँ सुन सकते थे।
  7. रावण ने ही राम की पत्नी सीता का अपहरण किया था।
  8. जातक और पंचतंत्र पक्षियों और जानवरों द्वारा कही गई कहानियों का संग्रह हैं।
  9. आर्यभट्ट एक प्रसिद्ध कथाकार थे।
  10. भगवद्गीता रामायण का एक भाग है।

उत्तर:

  1. सत्य
  2. सत्य
  3. असत्य
  4. सत्य
  5. असत्य
  6. सत्य
  7. सत्य
  8. असत्य
  9. असत्य
  10. असत्य।

IV. मिलान कौशल

कॉलम A में दिए गए आइटमों का कॉलम B में दिए गए आइटमों से सही मिलान करें।
कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान इतिहास अध्याय 12 भवन, चित्रकारी और पुस्तकें मिलान कौशल के लिए एनसीईआरटी समाधान

उत्तर. (i)—(b), (ii)—(d), (iii)—(a), (iv)—(e), (v)—(c).

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