NCERT कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान इतिहास अध्याय 2 आरंभिक लोगों के परीक्षण के लिए
पाठ्यपुस्तक के आंतरिक प्रश्न
1. यहाँ पत्थरों के औजारों के कुछ उपयोग बताए गए हैं। ऐसे कामों की एक सूची बनाओ जिनमें इस तरह के औज़ार काम आते हैं। बताओ कि इनमें से कौन-कौन से काम सामान्य पत्थरों से किए जा सकते हैं। कारण सहित उत्तर दो। (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-13)
उत्तर : पत्थरों के औजारों के उपयोग|
- फल-फूल काटने।
- हड्डियाँ और मांस काटने। |
- पेड़ों की छाल उतारने के लिए।
- जानवरों की खाल उतारने के लिए।
- हथियार (भाले और बाण) बनाने के लिए।
- लकड़ियाँ काटने के लिए।
2. क्या तुम बता सकते हो कि रहने के लिए लोगों ने यह जगह क्यों चुनी होगी? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-15)
उत्तर : लोग इन गुफाओं में इसलिए रहते थे, क्योंकि यहाँ उन्हें बारिश, धूप और हवाओं से राहत मिलती होगी।
3. अगर तुम्हें अपने निवास स्थान के बारे में बताना पड़े तो तुम इनमें से कौन-सा नाम चुनोगे? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-16)
(क) आवास
(ख) उद्योग-स्थले
(ग) आवास और उद्योग-स्थल
(घ) अन्य
उत्तर :
(क) आवास
4. आज हम आग का उपयोग किसलिए करते हैं? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-17)
उत्तर : आज आग का उपयोग
- भोजन पकाने के लिए।
- फैक्ट्रियों में धातु पिघलाने के लिए।
- सर्दी से बचाव के लिए।
- विभिन्न प्रकार की मशीनों को चलाने के लिए।
5. पृष्ठ 13 पर बने चित्र देखो। इस दौरान बनाए गए औजारों में तुम्हें कोई बदलाव दिखाई देता है? ( एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-17)
उत्तर : ये औजार लगभग 10 हजार वर्ष पूर्व बनाए गए थे। ये औजार आमतौर पर बहुत छोटे होते थे, इन्हें आसानी से काफी दूर फेंका जा सकता था।
6. नवपाषण का क्या मतलब होता होगा? ( एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-17)
उत्तर : नवपाषाण युग में मनुष्य स्थायी जीवन व्यतीत करने लगा था। वह कृषि के साथ-साथ पशुपालन भी करते | थे। बर्तनों का उपयोग चीजों को रखने के लिए किया जाने लगा था। |
7. इन मनकों का उपयोग किसलिए किया गया होगा? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-18)
उत्तर : इन मनकों का उपयोग शायद जेवरात बनाने के लिए किया जाता होगा।
8. आज हमें शुतुरमुर्ग कहाँ मिलते हैं? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-18)
उत्तर : आज हमें शुतुरमुर्ग अफ्रीका के वनों में देखने को मिलते हैं।
9. क्या तुम दूसरे प्रकार के पुरास्थलों के नाम बता सकते हो? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-19)
उत्तर :
दूसरे प्रकार के पुरास्थल
- कुछ पुरास्थलों पर झोपड़ियों और घरों के निशान मिले हैं।
- आरंभिक कृषकों व पशुपालकों के पुरास्थल।
अन्यत्र (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक पेज-19)
अपने एटलस में फ्रांस ढूँढ़ो। यह चित्र फ्रांस की एक गुफा का है। इस पुरास्थल की खोज लगभग 100 साल पहले चार स्कूली छात्रों ने की थी। इस तरह के चित्र लगभग 20,000 साल पहले से लेकर 10000 साल पहले के बीच बनाए गए होंगे। इनमें कई जानवरों के चित्र हैं। इनमें जंगली घोड़े, गाय, भैंस, गैंडा, रेनडीयर, बारहसिंघा और सुअरों को गहरे-चमकीले रंगों से चित्रित किया गया है।
इन रंगों को लौह-अयस्क और चारकोल जैसे खनिज पदार्थों से बनाया जाता था। यह संभव है कि इन चित्रों को उत्सवों के अवसर पर बनाया जाता था या फिर इन्हें शिकारियों द्वारा शिकार पर निकलने से पहले कुछ अनुष्ठानों के लिए बनाया गया होगा।
क्या तुम इन्हें बनाने का कोई और कारण बता सकते हो?
उत्तर :
- खाली समय का सदुपयोग करने के लिए बनाया जाता होगा।
- शिकार करने की योजना तैयार करने के लिए बनाया जाता है।
कल्पना करो
तुम आज से 12,000 साल पहले पत्थर की एक गुफा में रहते हो। पृष्ठ 15 पर देखो। तुम्हारे मामा गुफा की एक भीतरी दीवार पर चित्र बना रहे हैं और तुम उनकी सहायता करना चाहते हो। तुम रंग बनाओगे, रेखाएँ खींचोगे या फिर उनमें रंग भरोगे? तुम्हारे मामा तुम्हें कौन-कौन सी कहानियाँ सुनाएँगे?
उत्तर :
निम्नलिखित कहानियाँ सुनाएँगे
- पत्थरों, लकड़ियों और हड्डियों के औजारों के संबंध में।
- जानवरों के शिकार करने के संबंध में।
- चित्रों और रंगों के संबंध में।
- फसलों को उगाने के संबंध में।
प्रश्न-अभ्यास
(पाठ्यपुस्तक से)
आओ याद करें
1. इन वाक्यों को पूरा करो।
(क) शिकारी-खाद्य संग्राहक गुफाओं में इसलिए रहते थे क्योंकि ••••••••••••••
(ख) घास वाले मैदानों का विकास •••••••••••••• साल पहले हुआ।
(ग) आरंभिक लोगों ने गुफाओं की •••••••••••••• पर चित्र बनाए।
(घ) हुँस्गी में •••••••••••••• से औजार बनाए जाते थे।
उत्तर :
(क) उन्हें बारिश, धूप और हवाओं से राहत मिलती थी।
(ख) 12,000
(ग) भीतरी दीवारों
(घ) चूने के पत्थरों ।
2. उपमहाद्वीप के आधुनिक राजनीतिक मानचित्र को पृष्ठ 136 पर देखो। उन राज्यों को ढूँढ़ो जहाँ भीमबेटका, हुँगी और कुरनूल स्थित हैं। क्या तुषार की रेल इन जगहों के पास से होकर गई होगी?
उत्तर : हाँ तुषार की रेल इन जगहों के पास से होकर गुजरी होगी। आओ चर्चा करें
3. शिकारी-खाद्य संग्राहक एक स्थान से दूसरे स्थान पर क्यों घूमते रहते थे? उनकी यात्रा और आज की हमारी यात्रा के कारणों में क्या समानताएँ या क्या भिन्नताएँ हैं?
उत्तर :
(क) शिकारी-खाद्य संग्राहक के एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमने के निम्नलिखित कारण थे
- एक जगह लगातार रुकने से भोजन की समस्या उत्पन्न हो जाती होगी, इसलिए भोजन की तलाश में इन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना पड़ता था।
- जानवरों का शिकार करने के लिए पीछे-पीछे जाया करते होंगे।
- पेड़ों और पौधों में फल-फूल अलग-अलग मौसम में आते हैं, अतः ऋतु परिवर्तन के अनुसार | स्थान परिवर्तन करते होंगे।
- पानी की तलाश में इधर-उधर जाना पड़ता होगा।
(ख) आज हम यात्राएँ अलग (भिन्न) कारणों से करते हैं; जैसे
- रोजगार की तलाश में।
- व्यापार करने के लिए।
- नाते-रिश्तेदारों से मिलने के लिए।
- स्कूलों व दफ्तरों में जाने के लिए।
- संस्कृति का प्रचार-प्रसार व भ्रमण के लिए।
4. आज तुम फल काटने के लिए कौन-से औज़ार चुनोगे? वह औज़ार किस चीज़ से बना होगा?
उत्तर : आज फल काटने के लिए चाकू का प्रयोग करेंगे। चाकू स्टील या लोहे का बना होता है, जिसको पकड़ने के लिए लकड़ी या प्लास्टिक का हैंडल होता है।
5. शिकारी-खाद्य संग्राहक आग का उपयोग किन-किन चीजों के लिए करते थे? क्या तुम आज आग का उपयोग इनमें से किसी चीज़ के लिए करोगे!
उत्तर : शिकारी-खाद्य संग्राहक द्वारा आग का प्रयोग
- मांस भूनने के लिए।
- प्रकाश के लिए।
- खतरनाक जानवरों को दूर भगाने के लिए।
आज आग का प्रयोग
- मांस भूनने के लिए। आओ करके देखें
6. अपनी पुस्तिका के पन्ने पर एक लाइन खींचकर इसके दो खाने बनाओ। बाएँ खाने में, उन खाद्य पदार्थों की सूची बनाओ, जिन्हें शिकारी-खाद्य संग्राहक खाते थे (पृष्ठ 11 पर देखो) और दाएँ खाने में तुम जो चीजें खाते हो उनमें से कुछ के नाम लिखो। क्या तुम्हें इन दोनों में कोई समानता या भेद दिखाई देता है?
उत्तर :
शिकारी-खाद्य संग्राहक के खाद्य पदार्थ जंगली जानवरों का कच्चा अथवा भूना मांस, मछलियाँ, चिड़ियाँ, फल-मूल, पौधे, पत्तियाँ तथा अंडे।
आज के खाद्य पदार्थ
चावल, रोटी, सब्जियाँ, फल, दूध, पका हुआ मांस आदि।
7. यदि तुम्हारे पास कोई गुटिका (प्राकृतिक पत्थर का टुकड़ा, जैसे कि पृष्ठ 13 पर दिखाया गया है) हो तो उसे किस काम के लिए इस्तेमाल करोगे?
उत्तर : खेल खेलने, बादाम व अखरोट के छिलके छीलने आदि के काम आ सकती है।
8. ऐसे दो काम लिखो जिन्हें आज महिलाएँ और पुरुष दोनों करते हैं। दो ऐसे काम बताओ जिन्हें सिर्फ महिलाएँ ही करती हैं और दो वे जिन्हें सिर्फ पुरुष ही करते हैं। अपनी सूची की अपने दो साथियों | की सूचियों से तुलना करो। क्या तुम्हें इनमें कोई समानता या भेद दिखाई दे रहा है?
उत्तर : पुरुष और महिला दोनों द्वारा किए जाने वाले कार्य
- कार, साइकिल, स्कूटर व मोटरसाइकिल चलाना।
- दफ्तरों में काम करना।
केवल महिलाओं द्वारा किए जाने वाले कार्य|
- छोटे बच्चों की देखभाल करना।
- बच्चों को जन्म देना।
केवल पुरुषों द्वारा किए जाने वाले कार्य
- फायर ब्रिगेड
- फौज में
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. पुराने ज़माने में पत्थर के औज़ारों का इस्तेमाल कैसे किया जाता था? [वि. प्रभाव]
उत्तर: कुछ पत्थर के औज़ारों का इस्तेमाल मांस और हड्डी काटने, पेड़ों की छाल और जानवरों की खाल खुरचने, फल और जड़ें काटने के लिए किया जाता था। कुछ औज़ार हड्डी या लकड़ी के हैंडल के रूप में इस्तेमाल किए जाते थे। कुछ औज़ार शिकार के लिए भाले और तीर बनाने के काम आते थे। कुछ औज़ार लकड़ी काटने के काम आते थे।
2. आप बस्ती-सह-कारखाना स्थलों के बारे में क्या जानते हैं?
उत्तर: आमतौर पर, हमें कारखाने के स्थलों पर पत्थर के टुकड़े, बने हुए औज़ार, जो शायद सही न होने के कारण फेंक दिए गए थे, और बेकार पड़े पत्थर के टुकड़े मिलते हैं। कभी-कभी, लोग यहाँ लंबे समय तक रहते थे। इन स्थलों को बस्ती-सह-कारखाना स्थल कहा जाता है।
3. पत्थर के औज़ार बनाने की दो तकनीकों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर: पत्थर के औज़ार बनाने की दो तकनीकें थीं:
(i) पत्थर पर पत्थर की तकनीक। इस तकनीक में, जिस कंकड़ से औज़ार बनाना होता था उसे एक हाथ में पकड़ा जाता था। दूसरे हाथ में एक और पत्थर था, जिसका इस्तेमाल हथौड़े की तरह किया जाता था। दूसरे पत्थर से पहले पत्थर के टुकड़े तब तक तोड़े जाते थे जब तक कि मनचाहा आकार न मिल जाए।
(ii) प्रेशर फ्लेकिंग। इस तकनीक में, कंकड़ या कोर को एक ठोस सतह पर रखा जाता था। कोर पर रखे हड्डी या पत्थर के टुकड़े पर हैमर स्टोन का इस्तेमाल किया जाता था, ताकि उन परतों को हटाया जा सके जिनसे औज़ार बनाए जा सकें।
4. प्राचीन काल में पुरुषों और महिलाओं के बीच कार्य विभाजन के बारे में आप क्या जानते हैं? [वि. प्रभाव]
उत्तर: इसके बारे में जानना बिल्कुल मुश्किल है। हालाँकि, हम कम से कम दो संभावनाएँ बता सकते हैं:
- यह संभव है कि पुरुष और महिला दोनों ने शिकार करना, पौधों की उपज इकट्ठा करना आदि कई काम एक साथ किए हों।
- यह भी संभव है कि कुछ काम केवल महिलाएं ही करती थीं और कुछ केवल पुरुष ही करते थे। और फिर, उपमहाद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग प्रथाएँ रही होंगी।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
1. शिकारी-संग्राहक अपना जीवनयापन करने के लिए क्या करते थे?
उत्तर: वे जंगली जानवरों का शिकार करते थे, मछलियाँ और पक्षी पकड़ते थे, फल, जड़ें, मेवे, बीज, पत्ते, डंठल और अंडे इकट्ठा करते थे।
2. जानवरों का शिकार करना लोगों के लिए मुश्किल क्यों था?
उत्तर: जानवरों का शिकार करना मुश्किल था क्योंकि कई जानवर इंसानों से तेज़ दौड़ते थे और कई ज़्यादा ताकतवर भी थे।
3. जानवरों का शिकार करते समय या मछलियाँ या पक्षी पकड़ते समय लोगों को क्या चाहिए?
उत्तर: लोगों को सतर्क, फुर्तीला और होश में रहने की ज़रूरत होती है।
4. पौधों की उपज इकट्ठा करते समय बहुत सावधानी बरतनी पड़ती है। कैसे?
उत्तर: यह पता लगाना ज़रूरी है कि कौन से पौधे या उनके कौन से भाग खाने योग्य हैं, यानी खाए जा सकते हैं, क्योंकि कई ज़हरीले भी हो सकते हैं। फलों के पकने के मौसम के बारे में भी पता लगाना ज़रूरी है।
5. बारहमासी और मौसमी झीलों और नदियों में क्या अंतर है?
उत्तर: बारहमासी नदियाँ और झीलें वे हैं जिनमें साल भर पानी रहता है, जबकि मौसमी नदियों और झीलों में केवल एक विशेष अवधि, जैसे बरसात के मौसम में ही पानी रहता है।
6. पुराने ज़माने में लकड़ी का इस्तेमाल कैसे होता था?
उत्तर: लकड़ी का इस्तेमाल जलावन के रूप में होता था। इसका इस्तेमाल झोपड़ियाँ और औज़ार बनाने में भी होता था।
7. कारखाना स्थल क्या थे?
उत्तर: कारखाना स्थल वे स्थान थे जहाँ पत्थर मिलते थे और जहाँ लोग औज़ार बनाते थे।
8. प्राकृतिक गुफाएँ और शैलाश्रय कहाँ पाए जाते हैं?
उत्तर: प्राकृतिक गुफाएँ और शैलाश्रय विंध्य और दक्कन के पठार में पाए जाते हैं।
9. क्या संकेत है कि प्राचीन काल में लोग आग का प्रयोग करते थे?
उत्तर: कुमूल गुफाओं में राख के निशान मिले हैं। इससे पता चलता है कि प्राचीन काल में लोग आग का प्रयोग करते थे।
10. पहले के लोग आग का इस्तेमाल क्यों करते थे?
उत्तर: वे आग का इस्तेमाल रोशनी पैदा करने, मांस पकाने और जानवरों को डराने के लिए करते थे।
11. किन्हीं दो अनाज देने वाली घासों के नाम बताइए।
उत्तर: गेहूँ और जौ।
12. मध्य प्रदेश और दक्षिणी उत्तर प्रदेश में पाए जाने वाले चित्रों की क्या विशेषता है?
उत्तर: इन चित्रों में जंगली जानवरों को दर्शाया गया है जिन्हें बड़ी सटीकता और कुशलता से चित्रित किया गया है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. शिकारी-संग्राहकों के एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के विभिन्न कारण क्या थे? विस्तार से बताइए।
उत्तर: शिकारी-संग्राहक निम्नलिखित कारणों से एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते रहे:
(i) लंबे समय तक एक ही स्थान पर रहने से वनस्पति और पशु संसाधनों की उपलब्धता समाप्त हो जाती थी।
(ii) जानवर एक जगह से दूसरी जगह घूमते रहते हैं—या तो छोटे शिकार की तलाश में, या हिरणों और जंगली मवेशियों के मामले में, घास और पत्तों की तलाश में। इसलिए उनका शिकार करने वालों को उनकी गतिविधियों पर नज़र रखनी पड़ती थी।
(iii) पौधे और पेड़ अलग-अलग मौसमों में फल देते हैं। इसलिए, लोग अलग-अलग तरह के फल पाने की उम्मीद में एक मौसम से दूसरे मौसम में जाते रहे होंगे। पौधों, जानवरों और वनस्पतियों को जीवित रहने के लिए पानी की ज़रूरत होती है। कई नदियाँ और झीलें बारहमासी होती हैं, जबकि कुछ मौसमी होती हैं। इनके किनारों पर रहने वाले लोगों को शुष्क मौसम, जैसे सर्दी और गर्मी, के दौरान पानी की तलाश में जाना पड़ता होगा।
(iv) लोग अपने सगे-संबंधियों से मिलने के लिए यात्रा करते होंगे।
2. लगभग 12,000 वर्ष पूर्व पर्यावरण में हुए परिवर्तन का क्या प्रभाव पड़ा? [V. Imp.]
उत्तर: लगभग 12,000 वर्ष पूर्व विश्व की जलवायु में बड़े परिवर्तन हुए, जिसमें अपेक्षाकृत गर्म जलवायु की ओर बदलाव आया। परिणामस्वरूप, कई क्षेत्रों में घास के मैदान विकसित हुए। इसके परिणामस्वरूप हिरण, मृग, बकरी, भेड़ और मवेशी जैसे शाकाहारी जानवरों की संख्या में वृद्धि हुई। इससे लोगों को इन जानवरों को पालने और चराने के लिए प्रोत्साहित किया गया। वे मछली पकड़ने में भी लगे रहे।
इस समय के आसपास उपमहाद्वीप के विभिन्न भागों में गेहूँ, जौ और चावल जैसी कई प्रकार की अनाज देने वाली घासें भी उगने लगीं। पुरुष, महिलाएँ और बच्चे इन अनाजों को इकट्ठा करके उन्हें अपने भोजन के रूप में इस्तेमाल करने लगे। इस दौरान, उन्होंने यह भी जान लिया कि ये अनाज कहाँ उगते हैं और कब पकते हैं।
I. बहुविकल्पीय प्रश्न
नीचे दिए गए कथनों को पूरा करने के लिए सही विकल्प चुनें:
(i) कुमूल गुफाओं में राख के निशान दर्शाते हैं
(a) पशुपालन
(b) आग का प्रयोग
(c) पत्थर के औजारों का प्रयोग
(d) पानी का प्रयोग।
(ii) घास के मैदान कई क्षेत्रों में विकसित हुए
(a) 800 वर्ष पूर्व
(b) 2 मिलियन वर्ष पूर्व
(c) 1,00,000 वर्ष पूर्व
(d) 12,000 वर्ष पूर्व।
(iii) हुन्सगी में औजार किससे बने थे?
(a) पत्थर से
(b) चूना पत्थर से
(c) लकड़ी से
(d) धातु से।
(iv) भीमबेटका वर्तमान में स्थित है-
(a) उत्तर प्रदेश
(b) आंध्र प्रदेश
(c) मध्य प्रदेश
(d) केरल।
(v) घास के मैदानों के कारण (a) पानी में रहने वाले जानवरों
(b) पक्षियों
(c) मनुष्यों
(d) घास पर जीवित रहने वाले जानवरों में वृद्धि हुई ।
उत्तर:
(i) – (बी)
(ii) – (डी)
(iii) – (बी)
(iv) – (सी)
(v) – (डी)।
II. रिक्त स्थान भरें
प्रत्येक वाक्य को पूरा करने के लिए रिक्त स्थान को उपयुक्त शब्दों से भरें:
- शिकारी-संग्राहक लगभग …………. वर्ष पहले रहते थे।
- शिकारी-संग्राहक एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमते रहते थे।
- पत्थर के औजार बनाने के लिए प्रयुक्त तकनीकें ……….. और ……….. थीं।
- आग का उपयोग ………….. के स्रोत के रूप में किया गया था।
- लगभग 12,000 वर्ष पूर्व विश्व की जलवायु में …….. की स्थिति बदल गई।
- पुरापाषाण युग के बाद ……… युग आया।
- हुन्सगी में औजार …………. से बनाये जाते थे जो …………. उपलब्ध था।
उत्तर:
- दो लाख
- पैर
- पत्थर पर पत्थर, दबाव से उखड़ना
- रोशनी
- अपेक्षाकृत गर्म
- मध्य पाषाण
- चूना पत्थर, स्थानीय स्तर पर.
III. सत्य/असत्य
बताइए कि ये वाक्य सत्य (T) हैं या असत्य (P')।
- (i) कुछ नदियाँ बारहमासी हैं जबकि अन्य मौसमी हैं।
- (ii) लकड़ी के औजार पत्थर के औजारों की तुलना में बेहतर तरीके से बचे हुए हैं।
- (iii) वे स्थान जहाँ शिकारी-संग्राहक रहते थे, पानी के निकट थे।
- (iv) हुंसगी वर्तमान मध्य प्रदेश में स्थित था
- (v) पुरापाषाण युग तक मनुष्य एक सुव्यवस्थित जीवन जीने लगा था।
उत्तर:
- (यह
- (ii) – एफ
- (iii) – टी
- (iv) – टी
- (v) – एफ.
IV. मिलान कौशल
कॉलम A में दी गई वस्तुओं को कॉलम B में दी गई वस्तुओं से सही ढंग से मिलाएँ।