NCERT कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान इतिहास अध्याय 9 महत्वपूर्ण गाँव, संपन्न शहर
पाठ्यपुस्तक के आंतरिक प्रश्न
1. लोहे की ऐसी पाँच चीज़ों की सूची बनाओ जिनका प्रयोग तुम रोज़ करते हो।
उत्तर : प्रतिदिन प्रयोग होने वाली लोहे की चीजें- (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-87)
- कुर्सी
- पेंचकस
- हथौड़ा
- तवा
- चिमटा
2. इस कहानी में आए व्यक्तियों के व्यवसायों की सूची बनाओ। प्रत्येक के लिए यह तय करो कि वे
(क) शहर में,
(ख) गाँव में, या फिर
(ग) शहर तथा गाँव
दोनों में रहते थे। (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-90)
उत्तर :
3. घोड़े का व्यापारी शहर में क्यों आया होगा? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-90)
उत्तर : घोड़े का व्यापारी शहर में घोड़े बेचने के लिए आया होगा।
4. क्या महिलाएँ कहानी में बताए व्यवसायों को अपना सकती थीं? उत्तर के कारण बताओ। (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-90)
उत्तर : महिलाएँ कहानी में बताए व्यवसायों को नहीं अपना सकती थी क्योंकि वे घरेलू कार्यों में व्यस्त रहती थीं
तथा घर से बाहर कम ही निकलती थीं।
5. साँची की मूर्तिकला। यह मध्य प्रदेश स्थित साँची के स्तूप की मूर्तिकला का नमूना है। इसमें शहर के जीवन का एक दृश्य है। तुम अध्याय 12 में साँची के बारे में पढ़ोगे। इन दीवारों को देखो। क्या । वे ईंट की बनी हैं या फिर लकड़ी या पत्थर से? ( एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-91)
उत्तर : ये दीवारें तराशे हुए पत्थरों से बनी है।
6. क्या इसकी रेलिंग लकड़ी की बनी हैं? इन इमारतों की छतों का वर्णन करो। ( एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-91)
उत्तर : हाँ, इसकी रेलिंग लकड़ी की बनी है। इन इमारतों की छतों को बनाने के लिए पक्की ईंटों का प्रयोग किया गया है।
7. बेरिगाज़ा से आयात और निर्यात होने वाली चीज़ों की सूची बनाओ। (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-92)
उत्तर : बेरिगाज़ा में आयात होने वाली चीजें- बेरिगाजा में शराब, ताँबा, टिन, सीसा, मूंगा, पुखराज, कपड़े, सोने और चाँदी के सिक्कों का आयात होता था। बेरिगाजा से निर्यात होने वाली चीजें-हिमालय की जड़ी-बूटियाँ, हाथी-दाँत गोमेद, कार्नीलियन, सूती कपड़ा, रेशम तथा इत्र बेरिंगाजा से निर्यात किए जाते थे।
8. दो ऐसी चीजें बताओ, जिनका उपयोग हड़प्पा युग में नहीं होता था। ( एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-92)
उत्तर : हड़प्पा युग में घोड़े तथा रागी (एक प्रकार का अनाज) का प्रयोग नहीं किया जाता था।
9. व्यापारी किस चीज़ से इसका विनिमय करते हैं? ( एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-93 )
उत्तर : व्यापारी नमक से सफेद धान का विनियम करते हैं।
10. वे किस तरह यात्रा कर रहे हैं? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-93)
उत्तर : व्यापारी रेतीले रास्ते पर गाड़ियों से यात्रा कर रहे हैं।
11. मथुरा के लोगों के व्यवसायों की एक सूची बनाओ। एक ऐसे व्यवसाय का नाम बताओ जो हड़प्पा में नहीं था। (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-94)
उत्तर : मथुरा के लोग मूर्तिकार, बुनकर, लोहार, टोकरी बनाने वाले, माला बनाने वाले, इत्र बनाने वाले जैसे व्यवसाय में संलग्न थे। इत्र बनाने का व्यवसाय हड़प्पा युग में नहीं था।
12. उन महिलाओं की सूची बनाओ जिन्हें निरीक्षक नियुक्त कर सकता था। (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-95)
उत्तर : जिन महिलाओं को निरीक्षक नियुक्त किया जा सकता था वे इस प्रकार है
- विधवाएँ
- सक्षम-अक्षम महिलाएँ
- भिक्खुणियों
- वृद्धा वेश्याओं
- अवकाश प्राप्त दास और दासियाँ।
- अवकाश प्राप्त देवदासियाँ
13. क्या काम करने के दौरान महिलाओं को मुश्किलें झेलनी पड़ती थीं? ( एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-95)
उत्तर : काम करने के दौरान महिलाओं को बहुत मुश्किलें झेलनी पड़ती थी और अगर औरत ने अपना काम समय से पूरा नहीं किया, तो उसे जुर्माना देना पड़ता था। जुर्माने के रूप में अँगूठा तक भी काटा जा सकता था।
14. रोम के साथ संबंध दर्शाने वाले साक्ष्य की सूची बनाओ। । (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-96)
उत्तर : रोम के साथ संबंध दर्शाने वाले साक्ष्य
- भूमध्य-सागरीय क्षेत्र के एंफोरा जैसे पात्र मिले हैं।
- एरेटाइन’ जैसे मुहर लगे लाल-चमकदार बर्तन भी मिले हैं।
- रोमन लैंप, शीशे के बर्तन तथा रत्न मिले हैं।
अन्यत्र (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-96)
मानचित्र 6 (पृष्ठ 84) में रोम को ढूँढो। यह यूरोप के सबसे पुराने शहरों में से एक है। इसका विकास लगभग । तभी हुआ, जब गंगा के मैदान के शहर बस रहे थे। रोम एक बहुत बड़े साम्राज्य की राजधानी था। यह यूरोप, उत्तरी अफ्रीका तथा पश्चिमी एशिया तक फैला साम्राज्य था। इसके सबसे महत्त्वपूर्ण शासकों में से एक ऑगस्टस ने करीब 2000 साल पहले शासन किया था। उसने कहा था कि रोम ईंटों का शहर था, जिसे मैंने संगमरमर का बनवाया।
ऑगस्टस और उसके बाद के शासकों ने कई मंदिर तथा महल भी बनवाए। ऑगस्टस ने बड़े-बड़े रंगमंडल (एम्फिथियेटर) बनवाए। इनमें चारों तरफ दर्शकों के बैठने की सीढ़ीनुमा जगहें होती थीं। यहाँ लोग विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम देख सकते थे। उन्होंने स्नानागार भी बनवाए जहाँ स्त्रियों तथा पुरुषों के लिए अलग-अलग समय निर्धारित थे। यहाँ लोग एक-दूसरे से मिलते थे, और आराम करते थे। बड़े-बड़े जलवाही सेतु (एक्वाडक्ट) के ज़रिए शहर के स्नानागारों, फव्वारों तथा गुसलखानों के लिए पानी लाया जाता था।
ये बड़े खुले रंगमंडल (एम्फिीथियेटर) और जलवाही सेतु इतने दिनों तक कैसे बचे रहे?
उत्तर : रंगमंडल (एम्फिीथियेटर) और जलवाही सेतु बनाने में उत्तम इंजीनियरिंग तथा वस्तुओं का प्रयोग किया गया था जो हर मौसमी परिवर्तन को सहन करने में पूर्ण रूप से सक्षम थी जिस कारण से इनका अस्तित्व आज तक कायम है।
कल्पना करो
तुम बेरिगाज़ा में रहते हो और पत्तन देखने निकले हो। तुमको क्या-क्या देखने को मिला?
उत्तर : बेरिगाज़ा की संकरी खाड़ी में समुद्र से आने वाली नावों को चलाना नाविकों के लिए बहुत मुश्किल होता था। यहाँ कुशल और स्थानीय मछुआरे ही नाव तथा जहाजों को पत्तन तक ला पाते थे। यहाँ पर शराब, ताँबा, टिन, सीसा, मूंगा, पुखराज, कपड़े, सोने और चाँदी के सिक्कों का आयात हो रहा था, जबकि हिमालय की जड़ी-बूटियाँ, हाथी दाँत, गोमेद, कार्नीलियन, सूती कपड़ा, रेशम तथा इत्र जैसी वस्तुओं का यहाँ से निर्यात किया जा रहा था।
प्रश्न-अभ्यास
पाठ्यपुस्तक से
आओ याद करें
1. खाली जगहों को भरो :
(क) तमिल के बड़े भूस्वामी को ……………………….. कहते थे।
(ख) ग्राम-भोजकों की जमीन पर प्रायः ……………………….. द्वारा खेती की जाती थी।
(ग) तमिल में हलवाहे को ……………………….. कहते थे।
(घ) अधिकांश गृहपति ……………………….. भूस्वामी होते थे।
उत्तर :
(क) वेल्लला
(ख) दास और मजदूरों
(ग) उणवार
(घ) स्वतंत्र व छोटे।
2. ग्राम-भोजकों के काम बताओ। वे शक्तिशाली क्यों थे?
उत्तर : ‘ग्राम-भोजक’ के पद पर आमतौर पर गाँव का सबसे बड़ा भू-स्वामी होता था। साधारणतया इनकी जमीन पर इनके दास और मजदूर काम करते थे। इसके अतिरिक्त प्रभावशाली होने के कारण प्रायः राजा भी कर वसूलने का काम इन्हें ही सौंप देते थे। ये न्यायाधीश का और कभी-कभी पुलिस का काम भी करते थे।
3. गाँवों तथा शहरों दोनों में रहने वाले शिल्पकारों की सूची बनाओ।
उत्तर : बढ़ई, बुनकर, कुम्हार, सुनार, मूर्तिकार जैसे शिल्पकार गाँव व शहर दोनों जगह रहते थे।
4. सही जवाब ढूंढो :
(क) वलयकूप का उपयोग
- नहाने के लिए
- कपड़े धोने के लिए।
- सिंचाई के लिए
- जल निकास के लिए किया जाता था।
(ख) आहत सिक्के
- चाँदी
- सोना
- टिन
- हाथी दाँत के बने होते थे।
(ग) मथुरा महत्त्वपूर्ण
- गाँव
- पत्तन
- धार्मिक केंद्र
- जंगल क्षेत्र था।
(घ) श्रेणी
- शासकों
- शिल्पकारों
- कृषकों
- पशुपालकों का संघ होता था।
उत्तर : (क) 4. जल निकास के लिए किया जाता था।
(ख) 1. चाँदी
(ग) 3. धार्मिक केंद्र
(घ) 2. शिल्पकारों
आओ चर्चा करें
5. पृष्ठ 87 पर दिखाए गए लोहे के औजारों में कौन खेती के लिए महत्त्वपूर्ण होंगे? अन्य औज़ार किस काम में आते होंगे?
उत्तर : खेती के लिए महत्त्वपूर्ण औजार कुल्हाड़ी तथा हँसिया थे। किसी वस्तु को बिना छुए हुए पकड़ने के लिए सँड़सी का प्रयोग किया होगा।
6. अपने शहर की जल निकास व्यवस्था की तुलना तुम उन शहरों की व्यवस्था से करो, जिनके बारे में तुमने पढ़ा है। इनमें तुम्हें क्या-क्या समानताएँ और अंतर दिखाई दिए?
उत्तर : हमारे शहर में जल निकास व्यवस्था को योजनाबद्ध तरीके से बनाया गया है। इसी तरह की जल निकास व्यवस्था को हमारे पढ़े गए शहरों में अपनाया गया था। ये दोनों व्यवस्थाएँ अनेक प्रकार से समान थी, लेकिन इन दोनों व्यवस्थाओं में केवल । एक ही अंतर था कि हमारी व्यवस्था आधुनिक है, जबकि वह व्यवस्था प्राचीन । थी। प्राचीन जल निकास व्यवस्था में कीचड़, ईंट और फैंस का प्रयोग किया जाता था जो लंबे समय तक काम नहीं कर सकती थी, लेकिन आज की व्यवस्था मजबूत चीजों से तैयार की गयी है तथा लंबे समय तक उपयोग में लाई जा सकती है।
आओ करके देखें
7. अगर तुमने किसी शिल्पकार को काम करते हुए देखा है तो कुछ वाक्यों में उसका वर्णन करो। ( संकेत : उन्हें कच्चा माल कहाँ से मिलता है, किस तरह के औजारों का प्रयोग करते हैं, तैयार माल का क्या होता है, आदि)
उत्तर : मैंने बढ़ई शिल्पकार को काम करते देखा है। वह लकड़ी के रूप में कच्चा टिंबर मार्किट से खरीदता है। टिंबर मार्किट में लकड़ी वनों से काटकर लायी जाती है। वह कई प्रकार के औजार; जैसे-लकड़ी घिसने वाला रंदा, लकड़ी काटने वाली आरी, छेद करने वाला, हथौड़ी का प्रयोग करता है। तैयार माल के रूप में मेज, कुर्सी, पलंग, दीवान इत्यादि होते हैं।
8. अपने शहर या गाँव के लोगों के कार्यों की एक सूची बनाओ। मथुरा में किए जाने वाले कार्यों से ये कितने समान और कितने भिन्न हैं?
उत्तर : मैं शहरों के परिवारों में स्त्री और पुरुष दोनों को काम करते हुए देखता हूँ। स्त्रियाँ और पुरुष दोनों दफ्तरों और अन्य स्थानों पर काम करते हैं। मथुरा यातायात और व्यापार के दो मुख्य रास्तों पर स्थित था तथा वह एक धार्मिक केंद्र भी था। मथुरा बेहतरीन मूर्तियाँ बनाने का भी केंद्र था।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न-1
कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए क्या कदम उठाए गए? [वि. प्रभाव]
उत्तर:
लोहे के औजारों, जैसे कुल्हाड़ी और लोहे के हल का इस्तेमाल शुरू हुआ। कुल्हाड़ियों का इस्तेमाल जंगलों को साफ करने के लिए किया जाता था और हल का फाल कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए उपयोगी था। इन नए औजारों के अलावा, सिंचाई का भी इस उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किया जाने लगा। इस दौरान बनाए गए सिंचाई कार्यों में नहरें, कुएँ, तालाब और कृत्रिम झीलें शामिल थीं।
प्रश्न-2
ग्राम भोजक कौन था? उसके बारे में संक्षेप में लिखिए।
उत्तर:
ग्राम भोजक देश के उत्तरी भाग में ग्राम प्रधान होता था। उसका पद वंशानुगत होता था। वह गाँव का सबसे बड़ा ज़मींदार होता था जो ज़मीन पर खेती करने के लिए दास और मज़दूर रखता था। वह राजा के लिए गाँव से कर वसूलता था। वह न्यायाधीश और कभी-कभी पुलिसकर्मी के रूप में भी कार्य करता था।
प्रश्न-3
संगम साहित्य के बारे में आप क्या जानते हैं? [वि. इम्प.]
उत्तर:
तमिल की कुछ प्रारंभिक कृतियाँ संगम साहित्य के नाम से जानी गईं। ये प्रारंभिक रचनाएँ लगभग 2300 वर्ष पूर्व रची गई थीं। इन ग्रंथों को संगम इसलिए कहा जाता था क्योंकि माना जाता है कि इनकी रचना और संकलन कवियों की सभाओं में हुआ था। इन सभाओं को संगम कहा जाता था। ये मदुरै शहर में आयोजित की जाती थीं।
प्रश्न-4
मथुरा में मिले विभिन्न शिलालेखों से हमें किस प्रकार की जानकारी मिलती है?
उत्तर:
मथुरा में मिले शिलालेखों में मठों और धार्मिक स्थलों को पुरुषों और महिलाओं द्वारा दिए गए उपहारों का उल्लेख है। ये उपहार उस शहर में रहने वाले राजाओं, रानियों, अधिकारियों, व्यापारियों और शिल्पकारों द्वारा दिए जाते थे। मथुरा के शिलालेखों से हमें पता चलता है कि लोग बुनाई, टोकरी बनाना, माला बनाना आदि जैसे कई व्यवसायों में लगे हुए थे। वहाँ सुनार और लोहार भी थे।
प्रश्न-5
श्रेणी क्या होती थीं? शिल्पकारों की श्रेणियाँ क्या कार्य करती थीं? [महत्वपूर्ण]
उत्तर:
श्रेणियाँ शिल्पकारों और व्यापारियों के संघ होते थे। शिल्पकारों की श्रेणियाँ विभिन्न कार्य करती थीं। वे प्रशिक्षण प्रदान करती थीं, कच्चा माल प्राप्त करती थीं और तैयार उत्पाद वितरित करती थीं। इसके बाद व्यापारियों की श्रेणियाँ आती थीं जो व्यापार को व्यवस्थित करती थीं। श्रेणियाँ बैंकों की भूमिका भी निभाती थीं जहाँ धनी पुरुष और महिलाएँ धन जमा करते थे।
प्रश्न-6
अरीकेमेडु पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
पांडिचेरी में स्थित अरीकेमेडु, 2200 से 1900 वर्ष पूर्व एक तटीय बस्ती थी। यह वह स्थान था जहाँ जहाज दूर-दूर से माल उतारते थे। इस स्थल पर एक विशाल ईंटों की संरचना मिली है, जिसे गोदाम माना जाता है। अन्य खोजों में भूमध्यसागरीय क्षेत्र के मिट्टी के बर्तन शामिल हैं। उदाहरण के लिए, एम्फ़ोरा, जो तरल पदार्थ रखने वाले ऊँचे, दो हैंडल वाले बर्तन होते थे और लाल रंग से चिपके हुए मिट्टी के बर्तन, जिन्हें एरेटिन वेयर के नाम से जाना जाता है। इसका नाम इटली के एक शहर के नाम पर रखा गया था।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न-1
लोहे के औज़ारों का सबसे बड़ा संग्रह कहाँ पाया गया था?
उत्तर:
ये महापाषाणकालीन कब्रगाहों में पाए गए थे।
प्रश्न-2
लोहे के औजारों का उपयोग किस लिए किया जाता था?
उत्तर:
लोहे के औजारों का उपयोग जंगलों को साफ करने के लिए किया जाता था।
प्रश्न-3
सिंचाई कार्यों में क्या-क्या शामिल था?
उत्तर:
सिंचाई कार्यों में नहरें, कुएँ, तालाब और कृत्रिम झीलें शामिल थीं।
प्रश्न-4
ग्राम भोजक द्वारा किए जाने वाले किसी एक कार्य का उल्लेख करें।
उत्तर:
ग्राम भोजक राजा के लिए गांव से कर एकत्र करता था।
प्रश्न-5
दश कर्मकार अपनी जीविका कैसे चलाते थे?
उत्तर:
वे दूसरों के खेतों में काम करते थे।
प्रश्न-6
जातक कथाओं के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
जातक सामान्य लोगों द्वारा रचित और बौद्ध भिक्षुओं द्वारा संरक्षित कहानियाँ थीं।
प्रश्न-7
रिंग वेल क्या होते थे?
उत्तर:
बर्तनों या चीनी मिट्टी के छल्लों की पंक्तियों को एक के ऊपर एक व्यवस्थित करके रिंग वेल कहा जाता था।
प्रश्न-8
लोग रिंग कुओं का इस्तेमाल कैसे करते थे?
उत्तर:
लोग रिंग कुओं का इस्तेमाल शौचालय के रूप में करते थे। वे इन्हें नालियों और कूड़ा-कचरा डालने के लिए भी इस्तेमाल करते थे।
प्रश्न-9
प्राचीन काल में धन का मापन सिक्कों के माध्यम से किया जाता था।
प्रश्न-10
पंच-मार्क सिक्कों के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
शुरुआती सिक्के पंच-मार्क सिक्के थे, इन्हें इस नाम से इसलिए जाना जाता था क्योंकि इनमें डिज़ाइन चांदी या तांबे जैसी धातु पर अंकित होते थे।
प्रश्न-11
आप कैसे कह सकते हैं कि मथुरा एक धार्मिक स्थल था?
उत्तर:
मथुरा में बौद्ध मठ और जैन मंदिर पाए जा सकते हैं। मथुरा एक ऐसा स्थान भी था जहाँ लोग भगवान कृष्ण की पूजा करते थे।
प्रश्न-12
मथुरा में रहने वाले लोगों के व्यवसायों का उल्लेख करें
उत्तर:
सुनार, लोहार, बुनकर, टोकरी बनाने वाले, माला बनाने वाले और इत्र बनाने वाले।
प्रश्न-13
वाराणसी और मदुरै क्यों प्रसिद्ध थे?
उत्तर:
वाराणसी और मदुरै कपड़े के निर्माण के लिए प्रसिद्ध थे।
प्रश्न-14
आप अरीकेमेडु के बारे में क्या जानते हैं?
उत्तर:
2200 से 1900 साल पहले अरीकेमेडु एक तटीय बस्ती थी जहाँ जहाज दूर-दूर से माल उतारते थे।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न-1
प्रारंभिक नगरों के बारे में जानने के विभिन्न तरीकों का वर्णन कीजिए। [V. Imp.]
उत्तर:
प्रारंभिक नगरों के बारे में जानने के कई तरीके हैं, जिनमें जातक, मूर्तिकला, पुरातत्व और यात्री शामिल हैं। जातक सामान्य लोगों द्वारा रचित और बौद्ध भिक्षुओं द्वारा संरक्षित कहानियाँ थीं। मूर्तियों में कस्बों और गाँवों के साथ-साथ जंगलों में लोगों के जीवन को दर्शाने वाले दृश्य उकेरे गए थे। इनमें से कई मूर्तियों का उपयोग लोगों द्वारा देखी जाने वाली इमारतों की रेलिंग, स्तंभों और प्रवेश द्वारों को सजाने के लिए किया जाता था।
कई शहरों में, पुरातत्वविदों को एक के ऊपर एक रखे बर्तनों या चीनी मिट्टी के छल्लों की पंक्तियाँ मिली हैं। इन्हें रिंग वेल कहा जाता है, जिनका उपयोग शौचालय, नालियों और कचरा फेंकने के लिए किया जाता था। ये रिंग वेल आमतौर पर अलग-अलग घरों में पाए जाते हैं। नाविकों और यात्रियों के वृत्तांत भी हमें प्रारंभिक शहरों के बारे में जानने में मदद करते हैं। सबसे विस्तृत वृत्तांतों में से एक एक अज्ञात यूनानी नाविक का है। उसने अपने द्वारा देखे गए सभी बंदरगाहों का वर्णन किया है।
प्रश्न-2
मथुरा कई जंक्शनों वाला शहर था। व्याख्या कीजिए। [वि. प्रभाव]
उत्तर:
मथुरा 2500 से भी ज़्यादा वर्षों से एक महत्वपूर्ण शहर रहा है। यह कई कारणों से महत्वपूर्ण था।
यह यात्रा और व्यापार के दो प्रमुख मार्गों - उत्तर-पश्चिम से पूर्व और उत्तर से दक्षिण - के चौराहे पर स्थित था।
- शहर के चारों ओर किलेबंदी और कई मंदिर थे। आस-पास के इलाकों से किसान और चरवाहे शहर के लोगों के लिए भोजन उपलब्ध कराते थे।
- मथुरा भी एक ऐसा केंद्र था जहां कुछ अत्यंत उत्कृष्ट मूर्तियां बनाई गईं।
- लगभग 2000 वर्ष पूर्व मथुरा कुषाणों की दूसरी राजधानी बनी।
- मथुरा एक धार्मिक केंद्र भी था। यहाँ बौद्ध मठ और जैन तीर्थस्थल थे। यह भगवान कृष्ण की पूजा का भी एक महत्वपूर्ण केंद्र था।
I. बहुविकल्पीय प्रश्न
नीचे दिए गए कथनों को पूरा करने के लिए सही विकल्प चुनें:
(i) भारतीय उपमहाद्वीप में लोहे का उपयोग लगभग शुरू हुआ।
(a) 2000 वर्ष पहले
(b) दस लाख वर्ष पहले
(c) 3000 वर्ष पहले
(d) 500 वर्ष पहले।
(ii) वेउलर शब्द का प्रयोग किसके लिए किया गया था?
(a) बड़े भूस्वामियों के
लिए (b) छोटे किसानों के लिए
(c) आम लोगों के लिए
(d) दासों के लिए।
(iii) ग्रामभोजक एक शक्तिशाली व्यक्ति था। वह
(a) न्यायाधीश
(b) पुलिसकर्मी
(c) पार्षद
(d) (a) और (b) दोनों के रूप में भी कार्य करता था।
(iv) मथुरा किसकी पूजा का महत्वपूर्ण केंद्र है?
(a) भगवान राम
(b) भगवान कृष्ण
(c) भगवान विष्णु
(d) (a) और (b) दोनों।
(v) 2200 और 1900 वर्ष पहले, अरीकेमेडु एक
(a) तटीय बस्ती
(b) मठ
(c) धार्मिक स्थल
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं था।
उत्तर:
(i)—(c), (ii)—(a), (iii)—(d), (iv)—(b), (v)—(a)।
II. रिक्त स्थान भरें
प्रत्येक वाक्य को पूरा करने के लिए रिक्त स्थानों को उपयुक्त शब्दों से भरें।
- ग्रामभोजक का पद …………. था।
- स्वतंत्र किसान भी थे जिन्हें ……………….. के नाम से जाना जाता था।
- …… साहित्य तमिलनाडु में लोकप्रिय था।
- जातक ……………… द्वारा संरक्षित कहानियाँ थीं।
- शिल्पकारों और व्यापारियों के संघों को ……………………. के नाम से जाना जाता था।
- मुद्रांकित लाल-चमकीले मिट्टी के बर्तनों को ………………. बर्तन के रूप में जाना जाता था।
उत्तर:
- वंशानुगत
- गृहपति
- संगम
- बौद्ध भिक्षु
- तीर्थ
- एरेटिन.
III. सत्य/असत्य
बताइये कि ये वाक्य सत्य (T) हैं या असत्य (F)।
- हल के फाल का उपयोग कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए किया जाता था।
- अधिकांश गृहपति बड़े भूस्वामी थे।
- उपमहाद्वीप के दक्षिणी भाग में अत्यंत उत्तम मिट्टी के बर्तन पाए गए,
- तीर्थस्थान बैंकों के रूप में भी काम करते थे जहाँ अमीर पुरुष और महिलाएं पैसा जमा करते थे।
- एरेटिन वेयर का नाम जर्मनी के एक शहर के नाम पर रखा गया था।
उत्तर:
- सत्य
- असत्य
- असत्य
- सत्य
- असत्य।
IV. मिलान कौशल
कॉलम A में दिए गए आइटमों का कॉलम B में दिए गए आइटमों से सही मिलान करें।