◆ गाजर (Carrot) सब्जी फसल में विटामिन 'ए' (Vitamin 'A') की उच्च मात्रा पाई जाती है
― खाने वाले भाग में विटामिन 'A' की मात्रा 3150 आईयू (IU) प्रति 100 ग्राम वजन में
◆ नींबू (Citrus स्पीशीज- Xanthomonas Citri) में केंकर रोग (Canker disease)
का कारक है
― फंजाई (Fungi)
◆ उर्द (Urd) दलहनी फसल की उपयोगिता है
― शाकाहारी मानव हेतु प्रोटीन आपूर्ति, कैल्सियम व फॉस्फोरस तत्व-मानव हड्डियों
को सुदृढ़ करने एवं सन्तुलित विकास, अमीनो अम्ल-लाइसिन की उच्च मात्रा, 21-24% प्रोटीन
दाल में आदि गुण हेतु
◆ पशुओं हेतु हरे चारे के लिए भारतीय दशाओं में कौनसी घासें (Grasses) लोकप्रिय हैं ?
― पैरा घास (बफैलो घास/वाटर ग्रास), नंदी घास, दीनानाथ घास, हाथी घास,
रोडस् घास आदि.
◆ चारे वाली फसल-नंदी घास (सेटारिया स्फासिलेटा) की प्रमुख प्रजातियाँ हैं
― काजल गुला, नंदी, नारोक, PSS-1
◆ नीम लेपित यूरिया (Neem Coated Urea) जो वर्तमान में कृषकों को दिया जा रहा है,
की क्या विशेषता है ?
― नाइट्रीफिकेशन अवरोधी के रूप में कार्य करना, 5 से 10% यूरिया की बचत,
10-15% उपज में वृद्धि, पर्यावरण अनुकूल आदि गुण
◆ फसल सुरक्षा हेतु कौनसे मित्र कीट प्रयोग किए जाते हैं ?
― ट्राइकोग्रामा, नेविस, जिओकारिस, ओरियस, क्राइसोपर्ला, टेट्रास्टिकस,
कॉक्सीनेला (इन्द्र गोप भृंग), एपेन्टेलिस आदि परभक्षी मित्र कीट.
◆ भारतीय कृषि जगत् में एक क्रांतिकारी खोज-सौर ऊर्जा (Solar Energy) से चलने वाले
सिंचाई यंत्र को कहा जाता है
― सोलर सिंचाई पम्प
◆ जैविक खेती से लाभ हैं
― भूमि के स्वास्थ्य में सुधार लाना, पर्यावरण प्रदूषण कम होना, टिकाऊ, खेती की
आधार शिला रखना, फसल उत्पादों की गुणवत्ता एवं स्वाद बढ़ना, पानी की बचत आदि
◆ उत्तर प्रदेश को कितने कृषि जलवायु क्षेत्रों में विभक्त किया गया है ?
― 9 क्षेत्रों में क्षेत्रीय विविधता के अनुसार
◆ प्रयोगशाला में मृदा परीक्षण कराने पर स्वस्थ भूमि में जीवांश कार्बन (Organic
Carbon-O.C.) की मात्रा होनी चाहिए
― 0.8% से अधिक
◆ भूमि का स्वास्थ्य बिगाड़ने वाले कारण में कौनसा फसल चक्र है ?
― लगातार एक ही सघन फसल चक्र 'धान-गेहूँ-मक्का (जायद / ग्रीष्म )'–300%
शस्य गहनता वाला, एक वर्ष में 3 फसलें लगातार उसी भूमि में अपनाना
◆ भूमि सुधारकों में कौनसे रसायन पदार्थ-भूमि का स्वास्थ्य बनाने वाले कारक हैं?
― जिप्सम (CaSO₄) पाइराइट, चूना आदि. यदि भूमि का पीएच (pH) मान 8.5%
से अधिक है.
◆ जैविक विधि से भूमि शोधन किनके द्वारा किया जाता है?
― स्यूडोमोनास, ट्राइकोडर्मा, ब्यूबेरिया बिवेसियाना, मेटाराइजियम आदि से, मात्रा 2.5
किग्रा/हेक्टेयर को 75 किग्रा गोवर की नम सड़ी खाद में मिलाकर
◆ प्रायः बीजशोधन हेतु कौनसे जैव-उर्वरक (Bio-Fertilizers) प्रयोग किए जाते हैं?
― स्यूडोमोनास, फॉस्फेटिका, राइजोबियम, एजोटोबैक्टर आदि
◆ बीजशोधन (Seed Treatment) में जैव-उर्वरकों (Bio-Fertilizers) की मात्रा कितनी होनी चाहिए?
― 500 ग्राम बायोएजेन्ट/बायो-उर्वरक + 115 ग्राम गुड़ को 1.25 लिटर पानी
में मिलाकर चिपचिपा घोल बनाकर बीजशोधन हेतु
◆ भूमिशोधन में 'नील हरित शैवाल' (BGA– Blue Green Algae) एक जैव-उर्वरक की कितनी मात्रा
प्रति हेक्टेयर प्रयोग की जाती है?
― 12.5 किग्रा BGA/हेक्टेयर प्रति 100 से 200 किग्रा सड़ी गोबर की खाद
में मिलाकर देना
◆ 'नाडेप' (NADEP) कम्पोस्ट खाद किसने सर्वप्रथम अपने ही नाम से विकसित की है, जिसे
खेती में देश के सभी कृषक अपना रहे हैं?
― नारायण देवराव पान्धारी 'पाण्डे' (Narain Devrao Pandhari-'Pandey' -
NADEP) महाराष्ट्र के यवथमाल जिले के पुसद गाँव के कृषक द्वारा
◆ खेती में प्रेस-मड (Press-mud) की क्या भूमिका है?
― भूमि का स्वास्थ्य बढ़ाने में गन्ने का अपशिष्ट शीरा एवं प्रेस-मड एक भूमि सुधारक
के रूप में कार्य करता है
◆ वर्मी कम्पोस्ट (Vermi-compost) बनाने हेतु कितने आकार का गड्ढा तैयार किया जाता
है तथा किस प्रकार के केंचुए छोड़े जाते हैं?
― पेड़ के नीचे या शेड में 2 x 2 x 1 मीटर क्रमशः लम्बाई, चौड़ाई तथा गहराई का गड्ढा;
आइसीनिया फोटिडा तथा यूडिलस यूजिनी प्रजाति के लाल केंचुए
◆ भारत सरकार के कृषि मंत्रालय ने अरहर (तुअर) की खरीफ फसल-उपज का वर्ष 2015-16
हेतु न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) निर्धारित किया है......... जो विगत फसल वर्ष 2014-15 में
₹4,350 प्रति कुन्टल रखा गया था.
― ₹4,625 प्रति कुन्टल (अर्थात् ₹275 बढ़ाकर)
◆ केला (Banana) पौधों में जमीन के ऊपर का तना भाग (Stem Part) जाना जाता है
― स्यूडोस्टेम
◆ शहतूत वृक्ष का फल (Fruit) किस वर्ग में आता है ?
― शहतूत (मोरस अल्वा एल. कुल-मोरेसी) का फल सोरोसिस समूह में
◆ देश में, सोयाबीन राज्य (Soybean State) कहा जाता है
― मध्य प्रदेश राज्य को
◆ भारत सरकार द्वारा खरीफ फसल वर्ष 2015-16 हेतु सूरजमुखी बीज का न्यूनतम समर्थन
मूल्य (MSP) प्रति कुंटल निर्धारित किया गया है।
― ₹3,800 प्रति कुन्टल (V/s ₹3,750 प्रति कुन्टल वर्ष 2014-15 से ₹50
प्रति कुंटल बढ़ाकर)
◆ देश में वर्ष 2014-15 में गेहूँ उत्पादन..........मिलियन टन हुआ, जबकि वर्ष 2013-14 में 95.85
मिलियन टन हुआ था.
― 88.95 मिलियन गेहूँ उत्पादन (जो 2014-15 में फसल पकने पर वर्षा से घटा)
◆ वर्ष 2014-15 में, देश की 'जीडीपी' (GDP—सकल घरेलू उत्पाद) में कृषि, वानिकी एवं
मत्स्यिकी क्षेत्र का हिस्सा रहा
― 17%
◆ 'बीस सूत्री कार्यक्रम' (Twenty Point Programme) उद्देश्य-गरीबी उन्मूलन एवं गरीबों
के जीवन हेतु सुधार तथा गुणवत्ता में बढ़ोतरी हेतु, की शुरूआत किस वर्ष की गई थी ?
― वर्ष 1975 में
◆ वर्ष 2013-14 में कपास उत्पादन में देश में प्रथम स्थान पर राज्य रहा
― गुजरात (उत्पादन- 11.0 मिलियन टन, 29.9% संचयी % हिस्सा देश के सन्दर्भ में)
◆ मोटे अनाज (Coarse Grains) उत्पादन में वर्ष 2013-14 के दौरान, देश में प्रथम स्थान
पर राज्य रहा
― कर्नाटक (6.7 मिलियन टन उत्पादन, 15.6% संचयी % हिस्सा भारत के सन्दर्भ में)
◆ रासायनिक विधि द्वारा बुवाई से पहले पुनः बीज शोधित करना जरूरी है, इस हेतु किसका
प्रयोग करें ?
― थीरम, कार्बेन्डाजिम-2 से 3 ग्राम/प्रति किलोग्राम की दर से बीज शोधन करें
◆ जैविक विधि से बीजशोधन हेतु बुवाई से पहले किसका प्रयोग किया जाए ?
― ट्राइकोडर्मा 4 ग्राम/किग्रा बीज की दर से
◆ शोधित बीज को कैसे रखा जाए ?
― शोधित बीज को साफ फर्श पर रखकर 8-10 घण्टे के लिए बोरे से ढक दिया जाए
◆ बीज शोधन की क्या उपयोगिता है ?
― बीज शोधन द्वारा बीजों से फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम हेतु
◆ बीज शोधन की कौनसी विधियाँ हैं ?
― प्रमुख रूप से जैविक, रासायनिक एवं जैव-उर्वरक विधियाँ
◆ फसल अवशेष/पराली जलाने पर 'एनजीटी' (NGT) द्वारा कितना दंड घोषित है ?
― 2 एकड़ से कम क्षेत्र पर ₹2500; 2 से 5 एकड़ पर ₹5000 तथा 5 एकड़ से अधिक
पर ₹15000 प्रति घटना पर दंड
◆ फसल अवशेष/पराली के प्रबन्धन से क्या लाभ मिलते हैं ?
― भूमि में जीवांश कार्बन / पदार्थ (O.C.) की मात्रा में वृद्धि
◆ कृषि विविधीकरण (Crop Diversification) से क्या लाभ हैं ?
― लागत घटाने, आय बढाने, जोखिम–ओला, पाला आदि से होने वाले नुकसान को
कम करना
◆ अंतः फसली खेती (इण्टर-क्रॉपिंग) क्या है ?
― खरीफ में कम वर्षा वाले क्षेत्रों में अरहर / मूँग / उर्द के साथ मक्का, ज्वार, बाजरा
आदि लेना
◆ दुग्ध उत्पादन हेतु 'डेयरी योजना' क्या है ?
― आय वृद्धि का प्रमुख स्रोत, पशुओं के गोवर एवं मूत्र का प्रयोग-कम्पोस्ट/वर्मी कम्पोस्ट/ नाडेप
(NADEP) कम्पोस्ट के लिए अत्यंत उपयोगी स्कीम
◆ 'आलू' (पोटेटो-सोलेनम ट्यूबरोसम एल. कुल सोलेनेसी) की सुषुप्तावस्था को तोड़ने के लिए
सबसे अच्छी विधि है
― 2% एथिलीन क्लोरोहाइड्रिन के घोल में आलू कंद को डुबोकर रखना
◆ 'इण्डियन काउन्शिल ऑफ एग्रीकल्चुरल रिसर्च (आई.सी.ए. आर.), नई दिल्ली (कृषि एवं
किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के अधीनस्थ) के वर्तमान महानिदेशक (डी.जी.) हैं
― डॉ. त्रिलोचन महापात्र
◆ वर्तमान में देश में, कृषि-फसलों में औसतन यूरिया का प्रयोग 133 से 134 किग्रा प्रति
हैक्टेयर किया जा रहा है, जबकि कुछ प्रदेशों/कुछ जिलों में यूरिया का प्रयोग हो रहा है
― 300 से 400 किग्रा/हैक्टेयर तक, जो ज्यादा है
◆ पंजाब व हरियाणा को छोड़, देश के बाकी हिस्सों में किस प्रमुख पादप पोषक तत्व की भूमि
में कमी देखी जा रही है ?
― 'नाइट्रोजन' (N)-प्राथमिक/प्रमुख पादप पोषक तत्व की कमी
◆ वर्ष 2022 तक, किसान की आमदनी दोगुनी करने के उद्देश्य से भारत सरकार के कृषि
लागत एव मूल्य आयोग ने रबी फसल वर्ष 2020-21 हेतु (विपणन सत्र) गेहूँ का
न्यूनतम समर्थन मूल्य कितना रखा है ?
― प्रति कुन्टल 1925/कुन्टल (VIs 1840/कुन्टल वर्ष 2019-20 से ₹85 की बढ़ोत्तरी
के साथ)
◆ उत्तर प्रदेश कितने कृषि जलवायु क्षेत्रों में विभक्त है ?
― 9 कृषि जलवायु क्षेत्र
◆ उत्तर प्रदेश में विलम्ब से बोये जाने की दशा में 'गेहूँ' की प्रजातियाँ उपयुक्त हैं
― उन्नत हलना; मालवीय-234; डी.बी.डब्ल्यू.-14 व डी. बी. डब्ल्यू, 16
◆ धान, गेहूँ, आलू, दलहनी एवं तिलहनी फसलों के बीज शोधन हेतु प्रयोग किए जाते हैं
― ट्राइकोडर्मा; एजोटोबैक्टर; 'पी.एस.बी.' (PSB) आदि
◆ 'फसल चक्र पद्धति में एक ही प्रकार का फसल चक्र अपनाने से क्या नुकसान होता है ?
― एक ही प्रकार के तत्वों का दोहन; भूमि का स्वास्थ्य गिरना; फसल उत्पादन में
गिरावट आदि
◆ यदि भूमि का 'पीएच' (pH) मान 8.5 से अधिक है, तो भूमि सुधारक के रूप में क्या प्रयोग
किया जाए ?
― जिप्सम, पाइराइट, चूना आदि. यदि, 'पीएच' (pH) मान 6.5 से कम है, तो चूना का
प्रयोग करें
◆ भारत सरकार के कृषि मंत्रालय द्वारा खाद्यान्न की पैदावार में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु 'कृषि
कर्मण पुरस्कार वर्ष 2014-15 के लिए देश के कितने राज्यों को चुना गया?
― 8 राज्य (म.प्र., हरियाणा, राजस्थान, छत्तीसगढ़, प. बंगाल, ओडिशा,
तमिलनाडु व मेघालय)
◆ 'कृषि कर्मण पुरस्कार वर्ष 2014-15 राज्यों को कृषि क्षेत्र में विभिन्न फसलों में सर्वोच्च
उत्पादन हेतु वितरण में नकद पुरस्कार, ट्रॉफी व प्रशस्ति पत्र, पूसा संस्थान, नई दिल्ली में
आयोजन कब हुआ ?
― 19 से 21 मार्च, 2016 (राष्ट्रीय कृषि मेला-2016 में)
◆ पौधों में मॉलिब्डेनम (Mo) तत्व की कमी से कौनसे लक्षण प्रतीत होते हैं?
― नई पत्तियों का सूख जाना; हल्के रंग की हो जाना; पुरानी पत्तियाँ भी हरितिमाहीन
हो जाना
◆ पौधों में जस्ता (Zinc) तत्व की कमी के क्या लक्षण दिखाई देते है ?
― पत्तियों पर सफेद अथवा पीले रंग की धारियाँ पड़ जाना,जिनका बाद में भूरे रंग
या कांसा रंग में परिवर्तित हो जाना, जैसे–धान में
◆ उ.प्र. राज्य को कितने कृषि-शस्य जलवायु क्षेत्रों (Agro-Climatic Zones) में विभक्त (क्षेत्रीय
विविधता के अनुरूप) किया गया है?
― 9 कृषि जलवायु क्षेत्रों (ACZ) में
◆ उ.प्र. में 168 12 लाख हैक्टर क्षेत्र पर खेती की जाती है, जिसका कितने प्रतिशत सिंचित
क्षेत्र है?
― 76%
◆ भूमि में फॉस्फोरस तत्व प्रदान करने हेतु कौनसी खादें जैविक खाद, जैविक उर्वरक इस्तेमाल
किए जाते हैं?
― गोबर की खाद (FYM), केंचुआ की खाद (वर्मीकम्पोस्ट), पी.एस.बी. (PSB)
आदि
◆ खेती में इस्तेमाल किए जाने वाले 'फेरोमॉन ट्रैप' को किस नाम से भी जाना जाता है?
― गंधपाश
◆ 'फेरोमॉन ट्रैप' का प्रयोग किया जाता है
― नर पतिगों को पकड़कर नष्ट करना, जो मादा कीट की गंध से फेरोमॉन ट्रैप की ओर
आकर्षित होते हैं
◆ 'नीम लेपित यूरिया' (Neem Coated Urea) से क्या आर्थिक लाभ है?
― 10-15% यूरिया के प्रयोग की लागत में कमी आ जाना 5-10% फसल उपज में
वृद्धिः धीमी गति से यूरिया का छोड़ना आदि
◆ 'प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना' (पीकेएसवाई-PKSY)–एक नई स्कीम की स्वीकृति कब दी
गई?
― 1 जुलाई, 2015 को, भारत सरकार द्वारा
◆ 'प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना' (PKSY-Pradhan Mantri Krishi Sichai Yojana)
का मुख्य उद्देश्य रखा गया है-
― मानसून पर खेती की निर्भरता घटाने; हर खेत तक पानी पहुँचाने, देश में सिंचित
क्षेत्र को बढ़ाना एवं खाद्य सुरक्षा में प्रोन्नति करना
◆ देश में 65% से अधिक खेती वर्षा पर निर्भर है, जिसके अन्तर्गत असिंचित भूमि क्षेत्रफल
है
― 14.2 करोड़ हेक्टेयर (लगभग) जिसकी फसल उत्पादकता बहुत कम है
◆ 'प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना' (PKSY) में कौनसे/कितने भारत सरकार के मंत्रालय
सहभागी होंगे?
― 3 मंत्रालय-जल संसाधन, ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्रालय (भारत सरकार के)
◆ 'प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना' (PKSY) में केन्द्र सरकार और राज्य सरकारों की पूँजी
निवेश में क्रमश: भागीदारी होगी
― 75 : 25% अनुपात में क्रमशः; केन्द्र : राज्य सरकार पूँजी निवेश की हिस्सेदारी
◆ पूर्वोत्तर व पहाड़ी राज्यों (NER North Eastern Region) में, 'प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई
योजना' (PKSY) में केन्द्र व राज्यों की पूँजी निवेश में हिस्सेदारी होगी
― 90:10% अनुपात में केन्द्र : राज्य सरकार की क्रमशः हिस्सेदारी
◆ प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 'मेक इन इण्डिया' (Make In India) सप्ताह (Week) का शुभारम्भ
किया गया
― 1 जुलाई, 2015 से
◆ 'मेक इन इण्डिया' (Make In India) का उद्देश्य रखा गया है
― 'स्वच्छ भारत अभियान का' अर्थात् Clean India
◆ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 'डिजिटल इण्डिया' (Digital India) का उद्घाटन कब किया?
जिसका मुख्य उद्देश्य सामाजिक समस्याओं में भ्रष्टाचार के मुद्दे को दूर करने का है
― 1 जुलाई, 2015 को
◆ 'डिजिटल इण्डिया' (# Digital India)- इस नई घोषित योजना से देश के कितने अनुमानित
लोगों को रोजगार मिलेगा ?
― लगभग 16 लाख लोगों को
◆ फूलगोभी (Cauliflower) में 'ब्राउनिंग' रोग (ब्राउन रॉट/रैड रॉट) किस तत्व की कमी से
होता है, जिससे स्वाद में कडुवापन हो जाता है ?
― बोरोन (Boron)
◆ बेंगन (Brinjal) में 'लिटिल लीफ' (Little leaf) रोग किसके कारण उत्पन्न हो जाता है,
फलतः, पत्तियाँ छोटी, पीली, फल न आना आदि लक्षण पैदा हो जाते हैं?
― माइकोप्लाज्मा
◆ धान (Paddy) में खैरा रोग (Khaira disease) का कारक होता है
― जस्ता (Zinc) तत्व की कमी से
◆ फूलगोभी में 'व्हिपटेल' (Whiptail) रोग का क्या कारण है, जिससे पत्तियाँ पतली व पट्टीदार
हो जाती हैं?
― मॉलिब्डेनम (Mo) तत्व की कमी से
◆ सोडियम (Na) तत्व किन फसलों में पोटाश तत्व की कमी को उपलब्ध कराने में मदद करता
है, जो आवश्यक पादप पोषक तत्वों की श्रेणी में नहीं आता है?
― पातगोभी, मूली, गाँठगोभी, चुकन्दर आदि में
◆ 'फेलेरिस माइनर' खरपतवार से अधिक ग्रसित फसल है, जो वर्ष 1966-67 में आई कृषि में
हरित क्रांति हेतु अमरीकन गेहूँ मैक्सीकन प्रजाति के बीज में आ गया था
― गेहूँ
◆ अर्गट (Ergot) रोग किस फसल में लगता है?
― बाजरा में
◆ आलू का वानस्पतिक नाम एवं कुल क्या है?
― सोलेनम ट्यूबरोसम, सोलेनेसी क्रमशः
◆ एक एकड़ भूमि का क्षेत्रफल कितने वर्ग गज होता है?
― 4840 वर्ग गज
◆ एक हैक्टेयर भूमि का क्षेत्रफल कितने वर्ग मीटर होता है?
― 10,000 वर्ग मीटर (अर्थात् 100 x 100 मीटर अथवा 2.47104 एकड़)
◆ वर्तमान में विश्व में, दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में भारत का स्थान (Rank) है
― प्रथम स्थान (Fist Rank)
◆ देश में वर्ष 2013-14 के दौरान, कुल दुग्ध उत्पादन हुआ..........जबकि वर्ष 2012-13 में
132-34 मिलि टन रहा था
― 137.68 मिलियन टन (विगत वर्ष 2012-13 की तुलना में 3-96% अधिक
रहा वर्ष 2013-14 में)
◆ देश में वर्ष 2014-15 हेतु, कुल दुग्ध उत्पादन का अनुमान आँका गया है
― 142 मिलि. टन दुग्ध उत्पादन का
◆ नेशनल डेयरी डेवलपमेन्ट बोर्ड' (NDDB-National Dairy Development Board),
आनन्द (गुजरात) की स्थापना कब हुई थी? जिसका प्रथम अध्यक्ष डॉ. वर्गीज कुरियन को
बनाया गया था
― वर्ष 1965 में
◆ 'मिल्क मैन ऑफ इण्डिया' एवं 'श्वेत क्रांति के जनक' किसे कहा गया है?
― डॉ. वर्गीज कुरियन (जन्म-26 नवम्बर, 1921, मृत्यु -9 सितम्बर, 2012; 90
वर्षीय अवस्था पर)
◆ देश में वर्ष 2013-14 के दौरान, दुग्ध उपलब्धता ग्राम प्रति व्यक्ति प्रति दिन की रही थी.....
– 307 ग्राम/व्यक्ति/दिन
◆ कृषि मंत्रालय (भारत सरकार) के अधीनस्थ पशुपालन, डेयरिंग एवं मत्स्यिकी विभाग
(Deptt. of Animal Hus- bandry, Dairying & Fisheries) कब अस्तित्व में आया?
― 1 फरवरी, 1991
◆ 'नेशनल फिशरीज डेवलपमेन्ट बोर्ड' (NFDB) - भारत सरकार के कृषि मंत्रालय के अधीनस्थ,
कब स्थापित किया गया जिसका मुख्यालय (Hq.) हैदराबाद (आन्ध्र प्रदेश) में है
― सितम्बर 2006 में
◆ 'वेटेरीनरी काउन्सिल ऑफ इण्डिया'-एक स्वायत्तशासी संस्था/बॉडी किस 'एक्ट' के तहत्
कार्य करती है?
― 'इण्डिया वेटेरीनरी काउन्सिल एक्ट, 1984'
◆ '19th Livestock Census-2012' के अनुसार देश में कुल पशुधन संख्या है (लगभग)
― 5,12,057 हजार (ऑकड़ों में/अंकों में)
◆ कृषि क्षेत्र हेतु महान् दार्शनिक 'अरस्तू' (Aristotle) ने केंचुए (Earthworm) को किसकी
संज्ञा दी थी ?
― 'प्रकृति का हलवाहा* (Nature's Ploughman) एवं 'मृदा की आंत' (Intestine of
Earth) की
◆ वैज्ञानिक 'चार्ल्स डार्विन ने कृषि हेतु केंचुए (Earthworm) को संज्ञा दी थी.
― 'मृदा उर्वरता का बैरोमीटर' (Barometer of Soil Fertility )
◆ केंचुए की महत्ता को ध्यान में रखकर केंचुए (Earthworm) को प्रायः किस नाम से पुकारा
जाता है जो भूमि की उर्वरता (फॉस्फोरस तन्त्र) बढ़ाते हैं?
― किसानों के सच्चे मित्र'
◆ 'वर्मी कम्पोस्ट' एवं 'वर्मीवाश' (Wormi-wash) के प्रयोग से क्या लाभ हैं ?
― भूमि की भौतिक दशा, भूमि की उर्वरता, पी-एच (pH) मान, जैविक कार्बन
(O.C.), लाभप्रद जीवाणुओं में वृद्धि, मृदा जल सोखने की क्षमता में वृद्धि, रोग नियंत्रण,
आदि सभी में सुधार आना
◆ 'मृदा विज्ञान के पितामह' (Father of Soil Science) बोले जाते हैं
― डोकुचाल्वे (Dokuchalve)
◆ धान (Paddy/Rice) में खैरा (Khaira) रोग किस पादप पोषक तत्व की कमी से होता है?
― जस्ता (Zinc -Zn) तत्व
◆ मृदा शब्द (Soil-word) की किस शब्द से उत्पत्ति हुई, जो एक लैटिन (Latin) शब्द है ?
― सोलम (Solum)
◆ 'इण्डियन इन्स्टीट्यूट ऑफ फार्मिंग सिस्टम्स रिसर्च' (आईआईएफएसआर) आईसीएआर
(ICAR) के अधीनस्थ (पूर्व नाम–फसल प्रणाली अनुसंधान निदेशालय) पुनः नामित
27 नवम्बर, 2014 को, स्थित है
― मोदीपुरम, मेरठ (उ.प्र.) में
◆ देश में लाल मृदाएं (Red Soils) प्रायः किस राज्य में पाई जाती है?
― तमिलनाडु
◆ 'इण्डियन इन्स्टीट्यूट ऑफ सॉयल साइन्स' (IISSc-Indian Institute of Soil Science
-'आई. सी. ए. आर. - ICAR. भारत सरकार के अधीनस्थ स्थित हैं
― भोपाल (म.प्र.)
◆ 'ब्लू बेबी सिंड्रोम' (Blue Baby Syndrome) किस अशुद्ध जॅल से होती है ?
― नाइट्रेट से
◆ पौधों में 'एग्रोबैक्टीरियम राइजोजीन्स' (Agrobacterium Rhizogenes) के कारण
होता है
― ग्रंथिका निर्माण (Nodule formation)
◆ दुग्ध में पाई जाने वाली प्रोटीन केसीन (Milk Protein Casein) का स्कंदन
(Coagulated) करता है
― रेन्निन (Rennin)
◆ चेचक (Small pox) का कारण है
― वैरिओला (Variola)
◆ किसे प्रसव हॉर्मोन (Birth Hormonea) कहते हैं ?
― ऑक्सीटोसिन
◆ पौधों से प्रारम्भ होने वाली खाद्य श्रृंखला, जो छोटे जानवरों से बड़े जानवरों की ओर बढ़ती
है, कही जाती है
― प्रीडेटर खाद्य श्रृंखला (प्रीडेटर फूडचेन)
◆ भारत सरकार के अधीनस्थ कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय मत्स्य पालन विभाग द्वारा
'राष्ट्रीय समुद्री मात्स्यिकी नीति' की घोषणा किस रूप में की गई ?
― राष्ट्रीय समुद्री मात्स्यिकी नीति 2017
◆ 100 ग्राम सोयाबीन में पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं
― 240mg कैल्सियम, 690mg फॉस्फोरस, 11.5gm लोहा, 20.9 gm
कार्बोहाइड्रेट, कैरोटीन (vit. 'A') 426 mg तथा 4 ग्राम फाइबर
◆ खाद्य श्रृंखला बनाता है
― घास → बकरी → मानव
◆ मानव में डायबिटीज (मधुमेह) रोग को बचा सकती हैं
― मसूर, चना, सेम और मटर जैसी फलियाँ