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 bseb class 9th science solutions | प्राकृतिक संपदा

bseb class 9th science solutions | प्राकृतिक संपदा

प्राकृतिक संपदा
                     पाठ्य पुस्तकीय प्रश्नों के उत्तर (पृष्ठ 217)
प्रश्न 1. शुक्र तथा मंगल ग्रहों के वायुमंडल से हमारा वायुमंडल कैसे भिन्न है ?
उत्तर-हमारे वायुमंडल में अनेक गैसों जैसे-नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड
तथा जलवाष्य का मिश्रण है जो जीवन को बनाए रखने में सहायता करता है। लेकिन शुक्र व
मंगल के वायुमंडल में 95 से 97% तक कार्बन डाइऑक्साइड होती है।
प्रश्न 2. वायुमंडल एक कंबल की तरह कैसे कार्य करता है ?
उत्तर-वायुमंडल एक कंबल की तरह कार्य करता है-
(i) यह औसत ताप को स्थिर रखता है।
(ii) यह दिन के समय अचानक ताप की वृद्धि को रोकता है।
(iii) रात के समय यह बाहरी अंतरिक्ष में ऊष्मा के पलायन को रोकता है।
प्रश्न 3. वायु प्रवाह (पवन) के क्या कारण हैं ?
उत्तर-पृथ्वी के ऊपर की वायु शीघ्रता से गर्म होकर हल्की हो जाती है और ऊपर उठ
जाती है। इस प्रकार, वायु का दाब कम हो जाता है। अतः समुद्र के ऊपर की वायु कम दाब वार्ल
एरिया की तरफ बहने लगती है। यह बहती हुई वायु पवन कहलाती है।
प्रश्न 4. बादलों का निर्माण कैसे होता है ?
उत्तर-जल स्रोतों से पानी वाष्प के रूप में हवा में चला जाता है। कुछ जलवाष्प हवा में
पहले से ही मौजूद होते हैं। ऊपर जाकर जलवाष्प ठंडी हो जाती है। ठंडी होकर यह छोटी-छोटी
जल की बूंँदें वायु में निलबित होकर बादलों का निर्माण करती हैं।
प्रश्न 5. मनुष्य के तीन क्रियाकलापों का उल्लेख करें जो वायु प्रदूषण में सहायक हैं।
उत्तर-मानव निर्मित स्रोत-जो विभिन मानव क्रियाकलापों द्वारा उत्पन्न होते हैं। जैसे-
(i) जनसंख्या वृद्धि.(ii) वनों का काटना,
(iii) शहरीकरण(iv) औद्योगीकरण।
(i) मानव अपने कार्यों द्वारा विभिन्न प्रदूषणों जैसे-कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) सल्फर
डाइऑक्साइड (SO2), हाइड्रो-कार्बन, आर्सेनिक तथा रेडियोधर्मी पदार्थ वायु में छोड़ता है।
(ii) कोयला तथा पेट्रोलियम आदि जीवाश्म ईंधनों के जलने से भी प्रदूषक वायु में पहुंँचते हैं।
(iii) कृषि में अत्यधिक उर्वरकों तथा पीड़कनाशियों के प्रयोग से भी वायु प्रदूषक पहुंँचते हैं।
(iv) ओजोन परत में छेद होने से भी पराबैंगनी किरणें पृथ्वी तक पहुंँचती हैं।
                                 पाठ्य पुस्तकीय प्रश्नों के उत्तर (पृष्ठ 219)
प्रश्न 1. जीवों को जल की आवश्यकता क्यों होती है ?
उत्तर-जीवों को जल की आवश्यकता पड़ती है-
(i) जीवों में कोशिकीय प्रक्रियाओं के लिए।
(ii) पदार्थों का एक भाग से दूसरे भाग पर स्थानान्तरण के लिए।
प्रश्न 2. जिस गांँव/शहर/नगर में आप रहते हैं वहाँ पर उपलब्ध शुद्ध जल का मुख्य
स्रोत क्या है?
उत्तर-नदी या कुआँ।
प्रश्न 3. क्या आप किसी क्रियाकलाप के बारे में जानते हैं जो इस जल के स्रोत को
प्रदूषित कर रहा है?
उत्तर-(i) नदी-सीवर का पानी, नहाने व धोने वाला पानी नदी जल को प्रदूषित करता है।
(ii) कुआंँ-नहाने व धोने वाला पानी कुएँ के पानी को प्रदूषित करता है।
                                   पाठ्य पुस्तकीय प्रश्नों के उत्तर (पृष्ठ 222)
प्रश्न 1. मृदा (मिट्टी) का निर्माण किस प्रकार होता है ?
उत्तर-मिट्टी बनाने में निम्नलिखित कारक काम कर हैं-
(i) सूर्य-सूर्य पत्थरों को गर्म करता है जिससे वे प्रसारित हो जाते हैं। रात के समय पत्थर
सिकुड़ जाते हैं। इससे उसमें दरार पड़ जाती है और वह टूट जाता है।
(ii) जल-जल मिट्टी के निर्माण में दो तरीके से सहायता करता है-
(a) सूर्य के ताप से बनी दरार में पानी भर जाता है जो यदि जम जाता है तो वह दरार
को चौड़ा कर देता है लेकिन यदि पानी बाद में जमता है तो यह दरार को और भी चौड़ा करेगा
क्योंकि बहता हुआ व जमा हुआ पानी पत्थर को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ देता है।
(b) तेज गति से बहता पानी पत्थर के टुकड़ों को बहा ले जाता है जिससे वे आपस में
टकराकर टूट कर और छोटे हो जाते हैं। इस प्रकार मिट्टी अपने मूल पत्थर के स्थान से काफी
दूर पायी जाती है।
(iii) हवा-हवा से पत्थर के टुकड़े आपस में टकराकर और भी छोटे टुकड़ों में बँट जाते हैं।
(iv) जीव-जीव भी मिट्टी के बनने की प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं। लाइकेन पत्थरों की
सतह पर उगते हैं जो पत्थर को चूर्ण के रूप में बदल देते हैं और मिट्टी की परत का निर्माण
करते हैं। इसी प्रकार मॉस भी मिट्टी को बारीक करने का काम करते हैं।
प्रश्न 2. मृदा अपरदन क्या है ?
उत्तर-मिट्टी की ऊपरी परत के हटने की प्रक्रिया को मिट्टी का अपरदन कहते हैं।
प्रश्न 3. अपरदन को रोकने और कम करने के कौन-कौन-सा तरीका है ?
उत्तर-(i) अधिक से अधिक फसल उगाना।
(ii) अधिक चराई को रोकना।
(iii) पेड़ों के काटने को कम करना तथा काटे गये पेड़ों के स्थान पर अधिक पेड़ उगाना।
(iv) मिट्टी को उपजाऊ शक्ति को बनाए रखना तथा फसल उगाना।
                              पाठ्य पुस्तकीय प्रश्नों के उत्तर (पृष्ठ 226)
प्रश्न 1. जल-चक्र के क्रम में जल की कौन-कौन-सी अवस्थाएँ पाई जाती हैं ?
उत्तर-जल-चक्र में पानी की निम्नलिखित तीन अवस्थाओं में प्रयोग होता है।
(i) ठोस (बर्फ), (ii) द्रव, (iii) जलवाष्पा
प्रश्न 2. जैविक रूप से महत्त्वपूर्ण दो यौगिकों के नाम दीजिए जिनका ऑक्सीजन
और नाइट्रोजन दोनों पाए जाते हैं।
उत्तर-(i) प्रोटीन,
(ii) नाभिकीय अम्ल (D.N.A.व R.N.A.)।
प्रश्न 3. मनुष्य की किन्हीं तीन गतिविधियों को पहचानें जिनसे वायु में कार्बन
डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ती है।
उत्तर-क्रियाकलाप-
(i) जीवाश्मी ईंधन जैसे-कोयला, पेट्रोल या डीजल को जलाना,
(ii) लकड़ी या चारकोल को जलाना,
(iii) पेड़ों को काटना।
प्रश्न 4. ग्रीन हाउस प्रभाव क्या है ?
उत्तर-ग्रीन हाउस प्रभाव-पृथ्वी सूर्य से विभिन्न तरंगदैर्ध्य वाले प्रकाश को प्राप्त करती
है। वायुमंडल के ऊपरी भाग में स्थित ओजोन हानिकारक पराबैंगनी किरणों को शोषित कर लेती है। पृथ्वी अन्य विकिरणों को प्राप्त करके अधिक तरंगदैर्घ्य वाली अवरक्त किरणों के रूप में उन्हें परावर्तित देती है। वायुमंडल में उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड के अणु इन विकिरणों को
अवशोषित कर लेते हैं। इससे वायुमंडल का ताप बढ़ जाता है। इसे ग्रीन हाउस प्रभाव कहते हैं।
प्रश्न 5. वायुमंडल में पाए जाने वाले ऑक्सीजन के दो रूप कौन-कौन से हैं ?
उत्तर-वायुमंडल में ऑक्सीजन निम्नलिखित दो रूपों में पाई जाती है।
(i) द्विपरमाण्विक रूप में ऑक्सीजन (O2),
(ii) त्रिपरमाण्विक रूप में ओजोन (O3)।
                                            अभ्यास
प्रश्न 1. जीवन के लिए वायुमंडल क्यों आवश्यक है ?
उत्तर-वायुमंडल का महत्त्व-
(i) यह ताप को लगभग स्थिर रखता है। यदि पृथ्वी का ताप अचानक बढ़ जाता है तो
यह जीवन के लिए हानिकारक होता है।
(ii) यह रात के समय ऊष्मा का बाहरी अंतरिक्ष में पलायन को रोकता है।
प्रश्न 2. जीवन के लिए जल क्यों अनिवार्य है ?
उत्तर-पानी का महत्त्व-
(i) कोशिका के अन्दर होने वाले जैविक क्रियाओं के लिए पानी आवश्यक है।
(ii) पदार्थों के एक भाग से दूसरे भाग तक स्थानान्तरण के लिए पानी आवश्यक है।
प्रश्न 3. जीवित प्राणी मृदा पर कैसे निर्भर हैं ? क्या जल में रहने वाले जीव संपदा
के रूप में मृदा से पूरी तरह स्वतंत्र हैं ?
उत्तर-जीवित प्राणी प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से मिट्टी पर निर्भर करते हैं क्योंकि-
सभी जीवित प्राणी ऊर्जा व खाद्य पदार्थों के लिए हरे पौधों पर निर्भर करते हैं। मांसाहारी
भी दूसरे शाकाहारी जीवों पर निर्भर करते हैं। पौधे मिट्टी पर निर्भर करते हैं क्योंकि-
(i) पौधे अपने भोजन के लिए पोषक तत्त्व मिट्टी से लेते हैं।
(ii) पौधे अपनी जड़ों द्वारा मिट्टी में खड़े रहते हैं।
यह कहना सही नहीं है कि जल में रहने वाले जीव पूर्ण रूप से मिट्टी से स्वतंत्र होते हैं
क्योंकि जो जीव पानी में रहते हैं वे भी हरे पौधों पर निर्भर रहते हैं। वे खनिज तथा ऊर्जा पौधों
से लेते हैं। पौधे मिट्टी से अपना भोजन लेते हैं। चट्टानों में पाए जाने वाले खनिज भी तभी जीवों
द्वारा लिए जा सकते हैं जब वे मिट्टी के रूप में बदल जाते हैं।
अतः यह कहा जा सकता है कि सभी जीव स्थलीय या जलीय मिट्टी पर प्रत्यक्ष या परोक्ष
रूप से निर्भर रहते हैं।
प्रश्न 4. आपने टेलीविजन पर और समाचारपत्र में मौसम संबंधी रिपोर्ट को देखा होगा।
आप क्या सोचते हैं कि हम मौसम के पूर्वानुमान में सक्षम हैं ?
उत्तर-मौसम का पूर्वानुमान पवन की चाल व दिशा के अध्ययन द्वारा किया जा सकता
है जो वर्षा आदि के विषय में अनुमान लगाने में सहायता करता है। इसके द्वारा कम व अधिक
वायुदाब के क्षेत्रों का पता लगाया जा सकता है। भारत में अधिकतर वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी या
उत्तरी-पश्चिमी मानसून द्वारा होती है।
प्रश्न 5. हम जानते हैं कि बहुत-सी मानवीय गतिविधियाँ वायु, जल एवं मृदा के
प्रदूषण-स्तर को बढ़ा रहे हैं। क्या आप सोचते हैं कि इन गतिविधियों को कुछ विशेष क्षेत्रों
में सीमित कर देने से प्रदूषण के स्तर को घटाने में सहायता मिलेगी?
उत्तर-हम जानते हैं कि बहुत-सी मानव क्रियाएँ प्रदूषण को बढ़ाती हैं लेकिन इन
क्रियाकलापों को कुछ क्षेत्रों में सीमित कर देने से प्रदूषण कम नहीं होगा। वायु, जल एवं मिट्टी
प्राकृतिक संपदाएंँ हैं जो आपस में संबंधित हैं। वे एक जगह सीमित करके नहीं रखी जा सकती
हैं। वायु कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ने पर प्रदूषित होती है। वायु एक स्थान से दूसरे स्थान
तक बहती है अत: CO2 सभी जगह फैल जाती है। इसी प्रकार नाइट्रोजन के ऑक्साइड व सल्फर वायु विसरित हो जाती है तथा वायुमंडल को प्रभावित करती है। जल का प्रदूषण वायु में घुली ऑक्सीजन की कमी तथा विषैले पदार्थ के मिलने से होता है। यह जलीय जीवों की मृत्यु का कारण बनता है। इससे खाद्य श्रृंखला व खाद्य जाल असंतुलित हो जाते हैं।
इसी प्रकार भूमि प्रदूषण से मिट्टी की उपजाऊ शक्ति को कम करता है। इससे मृदा अपरदन
होता है।
अतः विभिन्न क्रियाकलापों को कुछ क्षेत्रों में सीमित कर देने से प्रदूषण की समस्या हल
नहीं होगी।
प्रश्न 6. जंगल वायु, मृदा तथा जलीय स्रोत की गुणवत्ता को कैसे प्रभावित करते हैं ?
उत्तर-जंगल हवा, मिट्टी व जलीय स्रोत तीनों को प्रभावित करते हैं-
(a) जंगल कार्बन डाइऑक्साइड व ऑक्सीजन के संतुलन को बनाए रखते हैं। वे प्रकाश
संश्लेषण के लिए CO2 लेते हैं तथा O2 निकालते हैं तथा श्वसन एवं दहन से CO2 निकालते
हैं और O2 लेते हैं।
(ii) जंगल मृदा अपरदन को रोकते हैं। पौधों की जड़ें मिट्टी को जकड़े रखती हैं और जल
व वायु द्वारा मिट्टी को बहने से रोकती हैं।
(iii) जंगल जल स्रोतों के पुन:पूरण के लिए भी आवश्यक है। ये वाष्पोत्सर्जन द्वारा व
जल-चक्र द्वारा भूमिगत तथा पृथ्वी ऊपर के जल स्रोतों को बनाए रखने में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इस प्रकार जंगल मिट्टी, जल तथा वायु स्रोतों की गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं।
                                                  ◆◆◆
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