JAC Board Jharkhand Class 10th Social Science History Solutions chapter -2-भारत में राष्ट्रवाद

JAC Board Jharkhand Class 10th Social Science History Solutions chapter -2-भारत में राष्ट्रवाद

                     भारत में राष्ट्रवाद

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. साइमन कमीशन भारत कब पहुँचा ?
(a) 1925 ई०,

(b) 1930 ई०,

(c) 1928 ई०,

(d) 1927 ई० ।
उत्तर-(c)

प्रश्न 2. प्रथम विश्व युद्ध कब हुआ ?
(a) 1916 से 1920,

(b) 1914 से 1918,

(c) 1939 से 1945,

(d) 1912 से 1918.
उत्तर-(b)

प्रश्न 3. 'भारत छोड़ो' आंदोलन कब शुरू हुआ ?
(a) जून 1942 ई०,

(b) जुलाई 1942 ई०,

(c) अगस्त 1942 ई०,

(d) सितंबर 1942 ई० ।
उत्तर-(c)

प्रश्न 4. 'हिंद स्वराज' नामक पुस्तक की रचना किसने की थी ?
(a) जवाहरलाल नेहरू,

(b) रवींद्रनाथ टैगोर,

(c) महात्मा गाँधी,

(d) बाल गंगाधर तिलक ।
उत्तर-(c)

प्रश्न 5. ऐनी बेसेंट ने होमरूल लीग की स्थापना कब की ?
(a) 1910 ई०,

(b) 1916 ई०,

(c) 1920 ई०,

(d) 1922 ई० ।

उत्तर-(b)

प्रश्न 6. क्रिप्स भारत कब आया ?
(a) 1940 ई०,

(b) 1941 ई०,

(c) 1942 ई०,

(d) 1944 ई०
उत्तर-(c)

प्रश्न 7. गाँधीजी ने डांडीयात्रा कब शुरू की ?
(a) 12 मार्च, 1928,

(b) 12 मई, 1930,

(c) 12 मार्च, 1930,

(d) 12 मार्च, 1935.
उत्तर-(c)

प्रश्न 8. रॉलट एक्ट कब पारित हुआ ?
(a) 1918 ई०,

(b) 1919 ई०,

(c) 1920 ई०,

(d) 1921 ई० ।
उत्तर-(b)

प्रश्न 9. गाँधीजी दक्षिण अफ्रीका कब गए ?
(a) 1870 ई०,

(b) 1875 ई०,

(c) 1880 ई०,

(d) 1893 ई० ।
उत्तर- (d)

प्रश्न 10. जालियाँवाला बाग में गोली चलाने की आज्ञा किसने दी थी ?
(a) जनरल डायर,

(b) लार्ड रिपन,

(c) जनरल विलियम,

(d) सर एडवर्ड ।
उत्तर- (a)

प्रश्न 11. पं० नेहरू ने पूर्ण स्वतंत्रता का प्रस्ताव कब पारित किया ?
(a) 25 जून, 1928 ई०,

(b) 31 दिसंबर, 1929 ई०,

(c) 17 अगस्त, 1930 ई०,

(d) 7 मई, 1932 ई० ।
उत्तर-(b)

प्रश्न 12 द्वितीय गोलमेज सम्मेलन का आयोजन कब हुआ था ?
(a) 20 जून, 1931 ई०,

(b) 16 अगस्त, 1931 ई०,

(c) 7 सितंबर, 1931 ई०.

(d) 10 नवंबर, 1931 ई० ।
उत्तर-(c)

प्रश्न 13. राजनीतिक गतिविधियों को कुचलने और बिना मुकदमा चलाए जेल में बंद रखने का प्रावधान किस एक्ट में था ?
(a) साइमन कमीशन,

(b) रॉलेट एक्ट,

(c) वर्नाकुलर एक्ट,

(d) इनमें कोई नहीं।
उत्तर-(b)

प्रश्न 14. चौरी-चौरा में हिंसात्मक घटना के कारण महात्मा गाँधी ने किस आंदोलन को वापस ले लिया ?
(a) खिलाफत आंदोलन को,

(b) असहयोग आंदोलन को,

(c) सविनय अवज्ञा आंदोलन को,

(d) भारत छोड़ो आंदोलन को
उत्तर-(b)

प्रश्न 15. 'पूना पैक्ट' कब हुआ ?
(a) मार्च, 1930,

(b) फरवरी, 1931,

(c) सितम्बर, 1932,

(d) अप्रैल, 1933.
उत्तर-(c)

प्रश्न 16. महात्मा गाँधी ने कब नमक बनाकर नमक कानून का उल्लंघन किया ?
(a) 12 मार्च, 1930,

(b) 6 अप्रैल, 1930,

(c) 31 अक्टूबर, 1929,

(d) 2 मार्च, 1930.
उत्तर-(b)

प्रश्न 17. सविनय अवज्ञा आंदोलन कब और किस यात्रा से शुरू हुआ ?
(a) 1930- अहमदाबाद,

(b) 1930- दाण्डी,

(c) 1920 - भुज,

(d) इनमें कोई नहीं ।
उत्तर-(b)

प्रश्न 18. दमित वर्ग एसोसिएशन की स्थापना किसने की ?
(a) गाँधीजी ने,

(b) डॉ० राजेन्द्र प्रसाद ने

(c) नेहरूजी ने,

(d) डॉ० भीमराव अंबेदकर ने । 
उत्तर- (d)

प्रश्न 19. डॉ० भीमराव अम्बेदकर ने दमित वर्ग एसोसिएशन का गठन कब किया ?
(a) 1920,

(b) 1930,

(c) 1919,

(d) 1929.
उत्तर-(b)

प्रश्न 20. ऑल इण्डिया मुस्लिम लीग की स्थापना किस वर्ष हुई थी ?
(a) 1908,

(b) 1910,

(c) 1906,

(d) 1907.
उत्तर-(c)

प्रश्न 21. 1932 ई० में पूना समझौता (पैक्ट ) किनके बीच हुआ था ? 
(a) गाँधीजी और इरविन, 

(b) गाँधीजी और मैक्डेनाल्ड, 

(c) गाँधीजी और अंबेदकर, 

(d) गाँधीजी और जिन्ना ।
उत्तर-(c)

प्रश्न 22. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना किस वर्ष हुई ?
(a) 1895,

(b) 1900,

(c) 1885,

(d) 1890.
उत्तर-(c)

उत्तर-(c)

प्रश्न 23. महात्मा गाँधी दक्षिण अफ्रीका से भारत कब लौटे ?
(a) 1918,

(b) 1917,

(c) 1915,

(d) 1916.
उत्तर-(c)

प्रश्न 24. गाँधीजी ने चम्पारण में सत्याग्रह कब शुरू किया ?
(a) 1916,

(b) 1921,

(c) 1919,

(d) 1917.
उत्तर- (d)

प्रश्न 25. किसानों के लिए गुजरात के खेड़ा में गाँधीजी ने सत्याग्रह कब किया ?
(a) 1918,

(b) 1920,

(c) 1916,

(d) 1917.
उत्तर-(d)

प्रश्न 26. 1929 में भारत के लिए 'डोमीनियन स्टेटस' का गोलमाल ऐलान किसने किया था ?
(a) लॉर्ड कर्जन,

(b) वायसराय लॉर्ड इरविन,

(c) लॉर्ड विलियम बैंटिक,

(d) लॉर्ड माउंटबेटन ।
उत्तर-(b)

प्रश्न 27. काँग्रेस के किस अधिवेशन में 'पूर्ण स्वराज' के संकल्प को अपनाया गया था ? 
(a) कराची, 

(b) हरीपुर, 

(c) लाहौर, 

(d) लखनऊ। 
उत्तर-(c)

प्रश्न 28. असहयोग आंदोलन के दौरान अवध में किसानों के आंदोलन का नेतृत्व किसने किया ?
(a) मोतीलाल नेहरू, 

(b) महात्मा गाँधी, 

(c) बाबा रामचंद्र, 

(d) सरदार पटेल । 
उत्तर-(c)

प्रश्न 29. निम्नांकित में से किसने 1919 का रॉलट एक्ट पारित किया था ? 
(a) वैधानिक कमीशन, 

(b) इम्पीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल, 

(c) भारत सरकार, 

(d) ब्रिटिश काउंसिल । 
उत्तर-(b)

प्रश्न 30. वंदे मातरम् गीत के रचयिता कौन थे ? 
(a) गुरुदेव रविन्द्रनाथ टैगोर, 

(b) बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय, 

(c) महात्मा गाँधी, 

(d) सुभाष चन्द्र बोस ।
उत्तर-(b)

प्रश्न 31. महात्मा गाँधी कितने सदस्यों के साथ दांडी यात्रा आरंभ की ?
(a) 72 सदस्य,

(b) 85 सदस्य,

(c) 78 सदस्य,

(d) इनमें कोई नहीं ।
उत्तर-(c)

प्रश्न 32. असहयोग आंदोलन का प्रस्ताव कांग्रेस के किस अधिवेशन में पारित हुआ ?
(a) नवम्बर 1920, फैजपुर, 

(b) दिसम्बर 1920, नागपुर, 

(c) सितम्बर 1920, कलकत्ता, 

(d) अक्टूबर 1920, अहमदाबाद | 
उत्तर-(b)

प्रश्न 33. चित्तरंजन दास और मोतीलाल नेहरू ने किस पार्टी का गठन किया ? 
(a ) स्वराज पार्टी, 

(b) स्वतंत्र पार्टी, 

(c) जनता पार्टी, 

(d) काँग्रेस पार्टी | 
उत्तर-(a) 

प्रश्न 34. आंध्र प्रदेश की गुडेम पहाड़ियों में आदिवासी किसानों के विद्रोह का नेतृत्व किसने किया ?
(a) महात्मा गाँधी,

(b) अल्लूरी सीताराम राजू,

(c) सी रामचंद्रन,

(d) अब्दुल गफ्फार खाँ ।
उत्तर-(b)

प्रश्न 35. 'करो या मरो' का नारा किसने दिया था ?
 (a) गाँधीजी, 

(b) नेहरूजी, 

(c) शास्त्रीजी,

(d) इंदिरा गाँधी 
उत्तर- (a) 

प्रश्न 36. जालियांवाला बाग हत्याकांड कब हुआ ?
(a) 13 अप्रैल 1919,

(b) 15 अप्रैल 1919,

(c ) 20 अप्रैल 1919,

(d) 25 अप्रैल 1919.
उत्तर-(a)

प्रश्न 37. "स्वराज हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है और हम इसे लेकर रहेंगे" यह किसने कहा था ?
(a) डॉ० राजेंद्र प्रसाद,

(b) लाला लाजपत राय,

(c) बाल गंगाधर तिलक,

(d) बिपिन चन्द्र पाल ।
उत्तर-(c)

प्रश्न 38. ब्रिटिश सरकार ने "कैसर-ए-हिंद" की उपाधि से किसे सम्मानित किया ? 
(a) श्रीमती इंदिरा गाँधी, 

(b) पं0 जवाहर लाल नेहरू, 

(c) रविन्द्र नाथ टैगोर, 

(d) महात्मा गाँधी । 
उत्तर-(d)

प्रश्न 39. "सीमांत गाँधी” किसे कहा जाता था ?
(a) महात्मा गाँधी,

(b) श्रीमती इंदिरा गाँधी,

(c) अब्दुल गफ्फार खान,

(d) पं० जवाहर लाल नेहरू ।
उत्तर-(c)

प्रश्न 40. चौरी-चौरा में हिंसात्मक घटना कब हुई ?
 (a) 5 फरवरी 1922, 

(b) 8 नवम्बर 1924, 

(c) 10 फरवरी 1927, 

(d) 9 अप्रैल 1930.
उत्तर-(a)

प्रश्न 41. "वंदे मातरम्" गीत किस पुस्तक से लिया गया है ? 
(a) आनंद मठ 

(b) गीतांजलि 

(c) गीता रहस्य 

(d) हिंद स्वराज ।
उत्तर- (a)

प्रश्न 42. "बापू" किन्हें कहा जाता है ? 
(a) डॉ० राजेंद्र प्रसाद, 

(b) महात्मा गाँधी,

(c) रवीन्द्रनाथ टैगोर,

(d) पं0 जवाहर लाल नेहरू ।
उत्तर-(b)

प्रश्न 43. "डिस्कवरी ऑफ इंडिया" नामक पुस्तक के लेखक कौन हैं ?
(a) महात्मा गाँधी,

(b) पं० जवाहर लाल नेहरू,

(c) डॉ० राजेंद्र प्रसाद,

(d) रवीन्द्रनाथ टैगोर ।
उत्तर-(b)

प्रश्न 44. यह किसका कथन है "तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूँगा ।" ?
(a) डॉ० राजेंद्र प्रसाद,

(b) महात्मा गाँधी,

(c) सुभाष चन्द्र बोस,

(d) बाल गंगाधर तिलक ।
उत्तर-(c)

प्रश्न 45. बंगाल का विभाजन कब हुआ ?
(a) 1901 ई०,

(b) 1903 ई०,

(c) 1905 ई०,

(d) 1907 ई०।
उत्तर-(c)

प्रश्न 46. "संथाल विद्रोह" के नेता कौन थे ?
(a) बिरसा मुंडा,

(b) जतरा उराँव,

(c) तिलका मांझी,

(d) सिद्धू और कान्हू ।
उत्तर-(d)

प्रश्न 47. "खिलाफत आंदोलन" के प्रमुख नेता कौन थे ?
(a) अब्दुल गफार खान,

(b) मौलाना मुहम्मद अली और मौलाना शौकत अली, 

(c) राम प्रसाद बिस्मिल,

(d) मो० शमीम इकबाल और सरफराज इकबाल ।
उत्तर-(b)

प्रश्न 48. गाँधी-इरविन समझौता कब हुआ ?
(a) 1 मार्च, 1931,

(b) 5 मार्च, 1931,

(c) 10 मार्च, 1931, 

(d) 15 मार्च, 1931. 
उत्तर-(b) 

प्रश्न 49. गाँधीजी को पहली बार "राष्ट्रपिता" कहकर किसने संबोधित किया ? 
(a) सुभाष चन्द्र बोस, 

(b) रवीन्द्र नाथ टैगोर, 

(c) पं० जवाहर लाल नेहरू, 

(d) बी० आर० अम्बेडकर । 
उत्तर- (a)

प्रश्न 50. "गीतांजलि" किसकी रचना है ? 
(a) रवीन्द्र नाथ टैगोर, 

(b) बंकिम चन्द्र चटर्जी, 

(c) ब्रह्मेश्वर नाथ तिवारी, 

(d) महात्मा गाँधी । 
उत्तर- (a)

प्रश्न 51. "हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी” की स्थापना किसने की ? 
(a) सुभाष चन्द्र बोस, 

(b) लाला लाजपत राय, 

(c) बाल गंगाधर तिलक, 

(d) भगत सिंह।
उत्तर- (d)

प्रश्न 52. "भारतीय संविधान" कब बनकर तैयार हुआ ? 
(a) 15 अगस्त, 1947, 

(b) 26 नवम्बर, 1949, 

(c) 26 जनवरी, 1950, 

(d) 2 अक्टूबर 1869. 
उत्तर-(b)

प्रश्न 53. "असहयोग आंदोलन" की समाप्ति किस घटना से हुई ? 
(a) काकोरी कांड,

(b) दांडी यात्रा,

(c) चौरी-चौरा हिंसात्मक घटना, 

(d) जालियाँवाला बाग की घटना । 
उत्तर-(c)

प्रश्न 54. "गदर पार्टी" की स्थापना किसने की ?
(a ) भगत सिंह,

(b) लाला हरदयाल, 

(c) सुभाष चन्द्र बोस, 

(d) लाला लाजपत राय । 
उत्तर-(b) 

प्रश्न 55. स्वदेशी आंदोलन की प्रेरणा से "भारत माता " की छवि को किसने चित्रित किया ? 
(a) शुभजी आचार्य, 

(b) बंकिम चन्द्र चटर्जी, 

(c) अवनीन्द्र नाथ टैगोर, 

(d) रवीन्द्र नाथ टैगोर । 
उत्तर-(c)

प्रश्न 56. "खुदाई खिदमतगार" की स्थापना किसने की ? 
(a) मुख्तार अहमद खाँ, 

(b) मौलाना अबुल कलाम आजाद, 

(c) अब्दुल गफ्फार खान,

(d) मौलना मुहम्मद अली और शौकत अली ।
उत्तर-(c)

प्रश्न 57. अहिंसा का धर्म सभी भारतीयों को एकता के सूत्र में बाँध सकता है - यह विश्वास किनका था ?
(a) महात्मा गाँधी, 

(b) पं० जवाहरलाल नेहरू, 

(c) डॉ० राजेन्द्र प्रसाद, 

(d) इंदिरा गाँधी । 
उत्तर- (a)

प्रश्न 58. जालियाँवाला बाग मैदान में अमृतसर के गाँव वाले लोग किस मेले में शिरकत करने के लिए जमा हुए थे ?
(a) वैशाखी मेला,

(b) पुष्कर मेला,

(c) कुम्भ मेला,

(d) माघ मेला |
उत्तर-(a)

प्रश्न 59. महात्मा गाँधी द्वारा वायसराय इरविन को लिखे खत में सबसे महत्त्वपूर्ण माँग किस वस्तु पर लगाए गए कर को खत्म करने के बारे में था ? 
(a) नमक, 

(b) जल, 

(c) वस्त्र, 

(d) संपत्ति । 
उत्तर-(a)

कोष्ठक में से सही शब्द चुनकर रिक्त स्थानों को भरें-

प्रश्न 1. प्रथम गोलमेज सम्मेलन का आयोजन_____में हुआ। दिल्ली (1928 ई०)/लंदन (1930 ई०) 
उत्तर- लंदन (1930 ई०)

प्रश्न 2. असहयोग आंदोलन________ प्रारम्भ किया । (गाँधीजी ने / नेहरूजी ने) 
उत्तर- गाँधीजी ने

प्रश्न 3. असहयोग-खिलाफत आंदोलन_______में शुरू हुआ। (जनवरी 1921/अगस्त 1923)
उत्तर - जनवरी 1921

प्रश्न 4. दिसंबर 1929 में ________अधिवेशन कांग्रेस ने 'पूर्ण स्वराज' की माँग को स्वीकार किया। (कानपुर / लाहौर) 
उत्तर- लाहौर

प्रश्न 5. लखनऊ समझौता वर्ष_______में हुआ। (1916/1918)
उत्तर-1916

प्रश्न 6. जालियाँवाला बाग हत्याकांड के उपरांत_______ का गठन किया गया था । (डायर समिति / हंटर समिति ) 
उत्तर- हंटर समिति

प्रश्न 7. गाँधीजी द्वारा असहयोग आंदोलन_______में वापस ले लिया गया। (1921/1922) 
उत्तर- 1922

प्रश्न 8. नेहरू रिपोर्ट ________को प्रस्तुत की गई। (10 अगस्त, 1928 /31 दिसम्बर, 1929)।
उत्तर- 10 अगस्त, 1928 

प्रश्न 9. गाँधीजी ने _______नामक स्थान पर नमक बनाकर नमक कानून का उल्लंघन किया । (साबरमती / डांडी) 
उत्तर- डांडी |

अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्त 

प्रश्न 1. 'स्वराज' से आपका क्या तात्पर्य है ?
उत्तर - स्वराज का तात्पर्य ऐसी शासन व्यवस्था से है जैसा कि स्वशासी ब्रिटिश उपनिवेशों में स्थापित है । साधारण भाषा में इसका अर्थ है 'स्वराज' ।

प्रश्न 2. चौरी-चौरा कांड क्या है ?
उत्तर- यह एक स्थान है जहाँ 1922 ई० में सरकार के विरुद्ध सभा हो रही थी। छेड़खानी की कोई बात न होने पर भी पुलिस ने गोलियाँ चला दी। गुस्से में
लोगों ने पुलिस स्टेशन में आग लगा दी जिससे 22 पुलिसकर्मियों की मृत्यु हो गई। गाँधीजी ने आंदोलन वापस ले लिया ।

प्रश्न 3. पिकेटिंग से क्या समझते हैं ?
उत्तर- प्रदर्शन या विरोध का एक ऐसा स्वरूप जिसमें लोग किसी दुकान, फैक्ट्री या दफ्तर के भीतर जाने का रास्ता रोक लेते हैं ।

प्रश्न 4. नेहरू रिपोर्ट क्या है ?
उत्तर- नेहरू रिपोर्ट 10 अगस्त, 1928 को प्रस्तुत की गई। इसने भारत को एक राष्ट्र का दर्जा देने, संसदीय प्रणाली का गठन करने तथा मूल अधिकारों पर जोर दिया।

प्रश्न 5. सविनय अवज्ञा आंदोलन क्यों शुरू किया गया ?
उत्तर - भारत को स्वतंत्रता दिलाने के लिए तथा भारत भूमि को अंग्रेजों के चंगुल से छुड़ाने के लिए महात्मा गाँधी द्वारा सन् 1930 ई० में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू किया गया।

प्रश्न 6. बहिष्कार के विचार का क्या तात्पर्य है ?
उत्तर - बहिष्कार विरोध का एक गाँधीवादी रूप है । बहिष्कार का अर्थ है- किसी के साथ संपर्क रखने और जुड़ने से इंकार करना, गतिविधियों में हिस्सेदारी से स्वयं को अलग रखना तथा उसकी चीजों को खरीदने तथा इस्तेमाल करने से इंकार करना ।

प्रश्न 7. पूर्ण स्वतंत्रता की मांग किसने की ?
उत्तर- भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन (1929) का विशेष महत्व है। 31 दिसंबर 1929 को लाहौर के कांग्रेस अधिवेशन में पूर्ण स्वराज्य का प्रस्ताव पास हुआ। इस अधिवेशन के अध्यक्ष पं० जवाहर लाल नेहरू थे ।

प्रश्न 8. असहयोग आंदोलन कब से कब तक चलता रहा ?
उत्तर - 1920 से 1922 तक ।

प्रश्न 9. डांडी यात्रा का क्या महत्व है ?
उत्तर- डांडी यात्रा (1930 ई०) द्वारा सविनय अवज्ञा आंदोलन को शुरू किया गया।

प्रश्न 10. खिलाफत आंदोलन कब और किसने शुरू किया ?
उत्तर- खिलाफत आंदोलन 1919 ई० को दो अली भाइयों मुहम्मद अली और शौकत अली ने शुरू किया ।

प्रश्न 11. गाँधी-इरविन समझौता की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखें।
उत्तर- गाँधी इरविन समझौता के साथ ही गाँधीजी ने दूसरे गोलमेज सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस समझौते की मुख्य विशेषताएँ थीं-
(क) सरकार सभी कैदियों को छोड़ने के लिए तैयार हो गई, जिनके विरुद्ध हिंसा से जुड़ा कोई मामला नहीं था ।

(ख) गाँधीजी को प्रतिनिधि के रूप में भेजा गया ।

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्त 

प्रश्न 1. उपनिवेशों में राष्ट्रवाद के उदय की प्रक्रिया उपनिवेशवाद विरोधी आंदोलन से जुड़ी हुई क्यों थी ? कोई चार कारण दें।
उत्तर - उपनिवेशों में राष्ट्रवाद के उदय की प्रक्रिया उपनिवेशवाद विरोधी आंदोलन से जुड़ी हुई थी । उपनिवेशों में राष्ट्र के प्रति प्रेम की भावना विकसित हुई ।
(क) 1600 ई० में लंदन में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना हुई थी। 1765 ई० में बंगाल, बिहार, उड़ीसा पर कंपनी का अधिकार हो गया। भारत उपनिवेश की स्थापना और फिर भारत में ब्रिटिश साम्राज्य के स्थापित होने से राष्ट्रवाद का विकास हुआ। 1857-58 में राष्ट्रवादी शक्तियों ने अंग्रेजों का विरोध किया। उनका यह प्रयास असफल रहा लेकिन लंबे संघर्ष के बाद 1947 में आजादी मिली।

(ख) औपनिवेशिक शासकों के विरुद्ध संघर्ष के दौरान लोगों ने आपसी एकता को पहचाना। एकजुट होकर वे विदेशी लोगों को अपने देश से निकाल सकते हैं।

(ग) उपनिवेशों के अंतर्गत उत्पीड़न और दमन के कारण विभिन्न समूहों को संगठित होना पड़ा और उपनिवेश विरोधी आंदोलन चलाया जाने लगा ।

(घ) वियतनाम, चीन, बर्मा आदि देशों में उपनिवेशवाद का विरोध होता रहा । विश्व के अनेक एशियाई, अफ्रीकी और लैटिन अमेरिकी देश भी राष्ट्रवाद की भावनाओं से प्रेरित थे। इसलिए उपनिवेशवाद विरोधी संघर्ष और आंदोलन के साथ जुड़े हुए थे ।

प्रश्न 2. पहले विश्वयुद्ध ने भारत में राष्ट्रीय आंदोलन के विकास में किस प्रकार योगदान दिया ?
उत्तर- (क) प्रथम विश्व युद्ध में भारी संख्या में भारतीयों को सेना में भर्ती किया गया। यूरोपीय देशों के स्वतंत्र वातावरण और लोकतंत्रीय संगठनों का उन पर प्रभाव पड़ा। युद्ध के अनुभवों से उन्हें अपनी क्षमता पर विश्वास हुआ। वे अपने देश में भी लोकतंत्र की स्थापना कर सकते हैं। राजनीतिक जागृति और आत्मविश्वास की प्रबल भावना पहले विश्व युद्ध के बाद विकसित हुई ।

(ख) युद्ध - व्यय की पूर्ति के लिए ब्रिटेन ने अपने उपनिवेशों पर अतिरिक्त कर भार आरोपित किए, जिसके परिणामस्वरूप उपनिवेशों में विकट आर्थिक एवं राजनीतिक स्थिति उत्पन्न हुई । सरकार की आर्थिक नीतियों से वस्तुओं की कीमतें अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई ।

(ग) देश के कई भागों में फसलें नष्ट हो गई थीं जिसके परिणामस्वरूप खद्यान्नों की कमी हो गई तथा कई क्षेत्रों में अकाल पड़ गए। इसी बीच फ्लू जैसी महामारी फैल गई जिससे भारी संख्या में लोग मारे गए ।

(घ) अंग्रेजी सरकार ने भारत में क्रांतिकारी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए डिफेंस ऑफ इंडिया एक्ट 1915 ई० में लागू किया। इसके बाद क्रांतिकारी आंदोलन कम होने के बजाय और तेज हो गया। उपर्युक्त परिस्थितियों के प्रति सरकार का रूप न सिर्फ उदासीन बल्कि असहयोगात्मक रहा जिसके परिणामस्वरूप लोगों में सरकार के प्रति असंतोष और विद्रोह का भाव पनपा तथा लोग राष्ट्रवादी आंदोलन के लिए मजबूर हुए।

प्रश्न 3. भारत के लोग रॉलेट एक्ट के विरोध में क्यों थे ?
अथवा, रॉलेट एक्ट क्या था ? गाँधीजी ने रॉलेट एक्ट का विरोध किस प्रकार किया ? वर्णन करें ।
उत्तर - भारत में ब्रिटिश शासन के हो रहे प्रतिरोधों के खिलाफ ब्रिटेन के इम्पीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल ने 1919 ई० में एक कानून परित किया। जिसे रॉलेट एक्ट के नाम से जाना जाता है |

(क) 1918 ई० में अंग्रेजी सरकार ने रॉलेट की अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त की। इस समिति को यह निर्देश दिया गया कि भारत में क्रांतिकारी आंदोलनों को रोकने के लिए किस तरह के कानून बनाए जाएँ क्योंकि देश का कानून अपर्याप्त है ।

(ख) इस कानून के द्वारा सरकार को राजनीतिक गतिविधियों को कुचलने और राजनीतिक कैदियों को दो साल तक बिना मुकदमा चलाए जेल में बंद रखने का अधिकार मिल गया। इसी कारण भारतीयों ने रॉलेट एक्ट का विरोध किया ।

(ग) गाँधीजी ने इस अन्यायपूर्ण कानून के खिलाफ अहिंसक ढंग से नागरिक अवज्ञा करने की घोषणा की ।

(घ) इस नागरिक अवज्ञा को 6 अप्रैल, 1919 से एक हड़ताल के साथ प्रारंभ होना निश्चित किया गया ।

(ङ) रॉलेट एक्ट के खिलाफ विभिन्न शहरों में रैलियों एवं जुलूसों का आयोजन किया गया। रेलवे कामगार हड़ताल पर चले गए। दुकानें स्वतः बंद हो गई । टेलीग्राफ सेवा बाधित कर दी गई। इस प्रकार देश में अव्यवस्था का आलम फैल गया ।

(च) 10 अप्रैल, 1919 को पुलिस ने अमृतसर में एक शांतिपूर्ण जुलूस पर गोली चला दी। इससे लोग उग्र हो उठे तथा बैंकों, डाकघरों तथा रेलवे स्टेशनों पर हमले करने लगे ।

प्रश्न 4. गाँधीजी ने असहयोग आंदोलन को वापस लेने का क्यों फैसला किया ?
उत्तर- असहयोग आंदोलन अपने पूरे जोरों पर चल रहा था जब महात्मा गाँधी ने 1922 ई० को उसे वापस ले लिया। इस आंदोलन के वापस लिए जाने के निम्नांकित कारण थे-
(क) महात्मा गाँधी अहिंसा और शांति के पूर्ण समर्थक थे, इसलिए जब उन्हें यह सूचना मिली कि उत्तेजित भीड़ ने चौरी-चौरा के पुलिस थाने को आग लगा कर 22 सिपाहियों की हत्या कर डाली है तो वह परेशान हो उठे। उन्हें अब विश्वास न रहा कि वे लोगों को शान्त रख सकेंगे। ऐसे में उन्होंने असहयोग आंदोलन को वापस ले लेना ही उचित समझा।

(ख) दूसरे वे सोचने लगे कि यदि लोग हिंसक हो जाएँगे तो अंग्रेजी सरकार भी उत्तेजित हो उठेगी और आतंक का राज्य स्थापित हो जाएगा और अनेक निर्दोष लोग मारे जाएँगे। महात्मा गाँधी जलियाँवाला बाग जैसे हत्याकांड की पुनरावृत्ति नहीं करना चाहते थे इसलिए 1922 ई० में उन्होंने असहयोग आंदोलन को वापस ले लिया ।

प्रश्न 5. जलियाँवाला बाग हत्याकांड पर टिप्पणी लिखें।
उत्तर - जलियाँवाला बाग हत्याकांड-
(क) रॉलेट एक्ट के विरोध में महात्मा गाँधी और सत्यपाल किचलू गिरफ्तार हो चुके थे। इस गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए 13 अप्रैल 1919 ई० के वैशाखी पर्व के दिन अमृतसर में जलियाँवाला बाग में एक जनसभा का आयोजन किया गया था ।

(ख) अमृतसर के सैनिक प्रशासक जनरल डायर ने इस सभा को अवैध घोषित कर दिया था, परंतु सभा हुई थी । तब उसने वहाँ पर गोली चलवाई थी, इसमें सैकड़ों व्यक्ति मौत का शिकार हो गए थे।

(ग) इस हत्याकांड के पश्चात ब्रिटिश सरकार ने एक हंटर आयोग स्थापित किया था और उस आयोग की रिर्पोट के बाद जनरल डायर को अनेक सम्मान दिए थे। इससे महात्मा गाँधी असहयोगी हो गए थे, और उन्होंने असहयोग आंदोलन चलाने का निश्चय किया था ।

(घ) जलियाँवाला बाग हत्याकांड भारत के इतिहास की सबसे दर्दनाक घटना थी । इससे भारत भर में रोष की लहर फूट पड़ी।

प्रश्न 6. सत्याग्रह के विचार का क्या मतलब है ?
उत्तर - सत्याग्रह के विचार में सत्य की शक्ति का आग्रह और सत्य की खोज पर गाँधीजी ने जोर दिया था। सत्याग्रह के विचार के अर्थ की व्याख्या निम्नांकित रूप से की जा सकती है-
(क) यदि आपका उद्देश्य सच्चा और न्यायपूर्ण है, तो आपको अंत में सफलता अवश्य मिलेगी, ऐसा महात्मा गाँधी का विचार था ।

(ख) प्रतिशोध की भावना या आक्रामकता का सहारा लिए बिना सत्याग्रही केवल अहिंसा के सहारे भी अपने संघर्ष में सफल हो सकता है।

(ग) इसके लिए दमनकारी शत्रु की चेतना को झिंझोड़ना चाहिए। उत्पीड़क शत्रु को ही नहीं बल्कि सभी लोगों को हिंसा के जरिए सत्य को स्वीकार करने पर विवश करने के बजाय सच्चाई को देखने और सहज भाव को स्वीकार करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए ।

(घ) इस संघर्ष में अंततः सत्य की ही जीत होती है। गाँधीजी को विश्वास था कि अहिंसा का यह धर्म सभी भारतीयों को एकता के सूत्र में बाँध सकता है।

प्रश्न 7. 1920 के असहयोग आंदोलन के बारे में आप क्या जानते हैं ?
उत्तर- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के द्वारा असहयोग आंदोलन सन् 1920 में प्रारंभ होकर 1922 को समाप्त हुआ ।

इसके प्रभाव निम्नांकित थे -
(क) इस आंदोलन से जनता में नया उत्साह उत्पन्न हो गया ।

(ख) हिंदू-मुस्लिम मिलकर अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ने लगे ।

(ग) लोगों ने सरकारी नौकरियाँ छोड़ दीं ।

(घ) विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार किया गया।

प्रश्न 8. साइमन कमीशन पर टिप्पणी लिखें ।
अथवा, साइमन कमीशन का गठन क्यों किया गया था ? भारतीयों ने साइमन कमीशन का बहिष्कार क्यों किया ?
उत्तर- (क) ब्रिटेन की टोरी सरकार ने भारत में राष्ट्रवादी आंदोलन के जवाब में 1927 ई० में एक वैधानिक आयोग का गठन किया जिसे साइमन कमीशन के नाम से जाना जाता है । इस कमीशन के अध्यक्ष सर जॉन साइमन थे |

(ख) इस आयोग के सभी सदस्य अँग्रेज थे उनका कार्य यही था कि भारत में संवैधानिक व्यवस्था की कार्यशैली का अध्ययन करना एवं तदनुरूप सुझाव देना था ।

(ग) भारत में इसका विरोध इसलिए हुआ कि इस आयोग में एक भी भारतीय सदस्य नहीं थे सारे सदस्य अँग्रेज थे । अतः 1928 में जब साइमन कमीशन भारत पहुँचा तो उसका स्वागत 'साइमन कमीशन वापस जाओ' के नारों से किया गया। काँग्रेस और मुस्लिम लीग, सभी पार्टियों ने प्रदर्शनों में हिस्सा लिया ।

(घ) पंजाब में लाला लाजपत राय ने इस आयोग के विरुद्ध प्रदर्शन का नेतृत्व किया। पुलिस ने उन पर इतनी लाठियाँ बरसाई कि इस प्रहार से उनकी मृत्यु हो गई ।

प्रश्न 9. भारत माता की छवि और जर्मेनिया की छवि की तुलना करें।
उत्तर - 1948 ई० में जर्मन चित्रकार फिलिप वेट ने अपने राष्ट्र को जर्मेनिया के रूप में प्रस्तुत किया। वे बलूत वृक्ष के पत्तों का मुकुट पहने दिखाई गई हैं क्योंकि जर्मन बलूत वीरता का प्रतीक है। भारत में भी अबनिंद्रनाथ टैगोर जैसे अनेक कलाकारों ने भारत राष्ट्र को भारत माता के प्रतीक के रूप में दिखाया है । एक चित्र में उन्होंने भारत माता को शिक्षा भोजन और कपड़े देती हुई दिखाया है । एक अन्य चित्र में भारत माता को अन्य ढंग से दिखाया गया है अबनिन्द्रनाथ टैगोर के चित्र से बिल्कुल भिन्न है । इस चित्र में भारत माता को शेर और हाथी के बीच खड़ी दिखाया गया और उसके हाथ में त्रिशूल है। भारत माता की ऐसी छवि शायद सभी जातियों को रास न आए।

प्रश्न 10. स्वराज दल का गठन क्यों किया गया था ? इसका कार्य क्या था ?
उत्तर- (क) स्वराज्य दल का गठन 1923 ई० में कांग्रेस के स्पेशल अधिवेशन (दिल्ली) में अबुल कलाम आजाद की अध्यक्षता में हुआ था । कांग्रेस ने स्वराज्यवादियों को अनुमति दे दी कि वे चुनाव में भाग ले सकते हैं। उन्होंने केंद्रीय और प्रांतीय धारा सभाओं में बहुत अधिक सीटें पाई ।

(ख) इससे अंग्रेजों को परेशानी हुई कि वे अपनी नीतियों और प्रस्तावों को आसानी से पास न करवा पाएँगे ।

(ग) स्वराज्यवादियों ने अंग्रेज विरोधी भावना बनाए रखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई ।

प्रश्न 11. डांडी यात्रा से आप क्या समझते हैं ? संक्षेप में लिखें।
उत्तर - अंग्रेजों के नमक कानून के खिलाफ गाँधीजी ने डांडी यात्रा प्रारंभ की जिसका उद्देश्य नमक कानून का उल्लंघन करना था । स्वतंत्रता के लिए देश को एकजुट करने के लिए गाँधीजी ने नमक को एक शक्तिशाली प्रतीक के रूप में देखा । नमक सर्वसाधारण के भोजन का एक अनिवार्य हिस्सा था तथा चिकित्सकीय दृष्टिकोण से भोजन में इसकी उपस्थिति अत्यंत आवश्यक थी । अतः नमक कर को महात्मा गाँधी ने ब्रिटिश शासन का सबसे दमनकारी पहलू बताया । इस आंदोलन के अंतर्गत गाँधीजी ने अपने गिने-चुने साथियों के साथ साबरमती आश्रम से 240 कि०मी० दूर डांडी नामक तटीय कस्बे तक की पैदल यात्रा की । यद्यपि नमक आंदोलन का केन्द्रीय उद्देश्य कानून का उल्लंघन करना था, लेकिन इस आंदोलन ने अंग्रेजों के खिलाफ भारतीय जनमानस में एक राष्ट्रीय विरोध की भावना को जन्म दिया। डांडी मार्च अभूतपूर्व घटना हुई, जिसने ब्रिटिश साम्राज्य को हिला कर रख दिया ।
डांडी यात्रा द्वारा ही गाँधीजी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत की ।

प्रश्न 12. पूना पैक्ट पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें ।
उत्तर—(क) महात्मा गाँधी तथा अन्य नेताओं ने सांप्रदायिक पंचाट की कटु आलोचना की। गाँधीजी ने 20 सितम्बर, 1932 ई० को पूना की यर्वधा जेल में ही आमरण अनशन प्रारम्भ किया ।

(ख) अंत में गाँधीजी और डॉ० अम्बेदकर की स्वीकृति से एक समझौता हुआ जो “पूना समझौते” के नाम से जाना जाता है। ब्रिटिश सरकार ने भी पूना पैक्ट को स्वीकार कर लिया। इस समझौते के बाद गाँधीजी ने 26 सितम्बर, 1932 को अनशन तोड़ दिया ।

(ग) इस समझौते में हरिजनों के प्रतिनिधि भीमराव अम्बेदकर और एम० सी० राजा थे। पूना पैक्ट की शर्तों के अनुसार अछूतों (दलित वर्गों ) के लिए पृथक निर्वाचन-मंडल समाप्त कर दिया गया ।

(घ) अछूतों के लिए स्थान तो सुरक्षित किए जाएँगे परन्तु उनका निर्वाचन संयुक्त प्रणाली के आधार पर किया जाएगा। हरिजनों को शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता देने के लिए भी पूना पैक्ट में शर्त रखी गई।

(ङ) प्रांतीय विधान-मंडलों में उनके लिए सुरक्षित स्थानों की संख्या 71 से बढ़ाकर 148 कर दी गई और केन्द्रीय विधानमंडल में उनके लिए 18 प्रतिशत स्थान सुरक्षित कर दिया गया।

(च) पूना पैक्ट के शर्तों के अनुसार स्थानीय संस्थाओं और सार्वजनिक सेवाओं में हरिजनों को उचित प्रतिनिधित्व दिया गया।

प्रश्न 13. सविनय अवज्ञा आन्दोलन में विभिन्न वर्गों और समूहों ने क्यों हिस्सा लिया ?
उत्तर- विभिन्न वर्गों और समूहों ने सविनय अवज्ञा आन्दोलन में हिस्सा लिया। क्योंकि 'स्वराज' के मायने सभी के लिए अलग-अलग थे-
(क) ज्यादातर व्यवसायी स्वराज को एक ऐसे युग के रूप में देखते थे जहाँ कारोबार पर औपनिवेशिक पाबंदियाँ नहीं होगी और व्यापार व उद्योग निर्बाध ढंग से फल-फूल सकेंगे ।

(ख) धनी किसानों के लिए स्वराज का अर्थ था, भारी लगान के खिलाफ लड़ाई ।

(ग) महिलाओं के लिए स्वराज का अर्थ था, भारतीय समाज में पुरुषों के साथ बराबरी और स्तरीय जीवन की प्राप्ति ।

(घ) गरीब किसानों के लिए स्वराज का अर्थ था उनके पास स्वयं की जमीन होगी, उन्हें जमीन का किराया नहीं देना होगा और बेगार नहीं करनी पड़ेगी ।

प्रश्न 14 गाँधी - इर्विन समझौता कब हुआ था ? इसकी किसी एक शर्त का उल्लेख करें ।
उत्तर - मार्च, 1931 ई० को तत्कालीन वायसराय लार्ड इर्विन और महात्मा गाँधी में एक समझौता हुआ जो गाँधी इर्विन समझौता के नाम से प्रसिद्ध है ।

(क) इस समझौता के अनुसार सरकार ने सविनय अवज्ञा आंदोलन से संबंधित सभी बन्दी रिहा कर दिए गए।

(ख) महात्मा गाँधी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को स्थगित कर दिया और दूसरी गोलमेज कांफ्रेंस में भाग लेना भी स्वीकार कर लिया ।

प्रश्न 15. खिलाफत आन्दोलन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें ।
उत्तर- खिलाफत आन्दोलन-
(क) प्रथम विश्व युद्ध में ऑटोमन तुर्की की हार हो चुकी थी। इस आशय की अफवाह फैली हुई थी कि इस्लामिक विश्व के आध्यात्मिक नेता (खलीफा) ऑटोमन सम्राट पर एक बहुत सख्त शांति संधि थोपी जायेगी ।

(ख) खलीफा के आत्मसम्मान की रक्षा के लिए मार्च 1919 में बम्बई में एक खिलाफत समिति का गठन किया गया ।

(ग) मोहम्मद अली और शौकत अली बन्धुओं के साथ-साथ कई युवा मुस्लिम नेताओं ने इस मुद्दे पर संयुक्त जनकार्रवाई की संभावना तलाशने के लिए महात्मा गांधी के साथ वार्तालाप की ।

(घ) सितम्बर 1920 में महात्मा गांधी सहित दूसरे नेताओं ने यह बात मान ली कि खिलाफत आन्दोलन के समर्थन और स्वराज्य के लिए एक असहयोग आन्दोलन शुरू किया जाना चाहिए ।

प्रश्न 16. कारण बताएँ क्यों शहरों में असहयोग आंदोलन धीमा पड़ गया ?
उत्तर - असहयोग अंदोलन का संचालन स्वराज की माँग को लेकर किया गया था। इसका उद्देश्य सरकार के साथ सहयोग नहीं करना था । इसकी शुरुआत शहरी मध्यम वर्ग की हिस्सेदारी से हुई। लेकिन कुछ समय बाद शहरों में यह आंदोलन धीमा पड़ने लगा।

 इसके निम्नांकित कारण थे-
(क) इस आंदोलन में विदेशी कपड़ों का बहिष्कार किया गया था लेकिन खादी का कपड़ा मिलों में बनने वाले कपड़ों के मुकाबले प्रायः मँहगा होता था । जिसे गरीब खरीदने में सक्षम नहीं थे ।

(ख) ब्रिटिश संस्थानों के बहिष्कार से भी समस्या पैदा हो गई। वैकल्पिक भारतीय संस्थानों की स्थापना की प्रक्रिया बहुत धीमी थी। जिससे विद्यार्थी और शिक्षक ब्रिटिश संस्थानों में लौटने लगे ।

(ग) वकीलों ने भी दोबारा सरकारी अदालतों में योगदान देना शुरू किया क्योंकि दूसरी ऐसी अदालत नहीं थी जिसमें वकील काम कर सके ।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर 

प्रश्न 1. गाँधीजी ने असहयोग आन्दोलन को एकाएक क्यों रोक दिया ,जबकि यह पुरे जोर -शोर पर था ?
उत्तर- दिसंबर सन् 1920 के नागपुर अधिवेशन में काँग्रेस ने अपना लक्ष्य स्वराज्य प्राप्त करना घोषित किया। इसके साथ ही असहयोग आंदोलन चलाना भी स्वीकार कर लिया । ऐनी बेसेंट, जिन्ना और विपिनचंद्र पाल इस आंदोलन के पक्ष में नहीं थे इसलिए उन्होंने काँग्रेस से त्यागपत्र दे दिया। असहयोग आंदोलन के कार्यक्रम थे- स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग, उपाधियों का त्याग, स्थानीय संस्थाओं से मनोनीत पदों का त्याग, सरकारी स्कूलों का त्याग, सरकारी न्यायालयों का बहिष्कार, विधानमंडलों के चुनाव में भाग न लेना और सैनिक, क्लर्कों आदि की नौकरियों का त्याग । महात्मा गाँधी और अन्य नेताओं के प्रयासों से यह आंदोलन शीघ्र ही उग्र रूप धारण कर लिया। गाँधीजी और अन्य महत्त्वपूर्ण नेताओं को जेल में डाल दिया गया। यह आंदोलन दो वर्ष तक सक्रिय रूप से चला, तभी उत्तर प्रदेश में चौरी-चौरा नामक स्थान पर एक भीड़ ने 5 फरवरी को एक पुलिस चौकी को आग लगा दी। महात्मा गाँधी ने चौरी-चौरा की इस हिंसापूर्ण घटना से दुखित होकर इस आंदोलन को समाप्त कर दिया ।

प्रश्न 2. नमक यात्रा की चर्चा करते हुए स्पष्ट करें कि यह उपनिवेशवाद के खिलाफ प्रतिरोध का एक असरदार प्रतीक था ।
उत्तर- (क) 12 मार्च, 1930 ई० को डांडी यात्रा द्वारा गाँधीजी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन का सूत्रपात किया । गाँधीजी के अनुयायियों ने डांडी नामक समुद्र तटीय स्थान पर नमक बनाकर नमक कानून तोड़ा। यह आंदोलन सरकारी आदेशों को न मानने का प्रतीक था ।

(ख) ब्रिटिश कानून को तोड़ना निःसन्देह उपनिवेशवाद के विरुद्ध एक जबर्दस्त कदम था। देखने को यह समुद्र के पानी से नमक बनाने की प्रक्रिया एक साधारण-सी घटना लगती है परन्तु इसके उपनिवेशवाद के सारे ढांचे को ही हिला कर रख दिया ।

(ग) साबरमती आश्रम से डांडी की कोई 240 मील की यात्रा में महात्मा गाँधी और उनके साथियों को अनेक स्थानों पर रुकना पड़ा। हर पड़ाव में ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध नारेबाजी होती रही जिससे राष्ट्रीय भावनाएँ और उत्तेजित होती गई और लोगों में उपनिवेशवाद के प्रति घृणा पैदा होने लगी ।

(घ) जैसे ही 6 अप्रैल, 1930 ई० को समुद्र के पानी से नमक बनाया गया सबको यह पता चल गया कि ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध सविनय अवज्ञा आंदोलन का बिगुल बज चुका है। इस प्रकार नमक यात्रा उपनिवेशवाद के खिलाफ प्रतिरोध का एक असरदार प्रतीक बन गई।

प्रश्न 3. लाहौर काँग्रेस अधिवेशन का क्या महत्व था ?
उत्तर- लाहौर काँग्रेस अधिवेशन का निम्नांकित महत्व था-

(क) 1929 ई० के काँग्रेस के लाहौर अधिवेशन के अध्यक्ष पं० जहवारलाल नेहरू थे। इससे स्पष्ट हो गया कि प्रजातंत्र और समाजवाद में आस्था वाले नए नेता अब काँग्रेस में प्रभावशाली हो चुके थे ।

(ख) अपने इसी अधिवेशन में काँग्रेस ने पूर्ण स्वराज्य की माँग का प्रस्ताव पास किया । एक विशेष प्रस्ताव में यह कहा गया "ब्रिटिश सरकार ने भारत को आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक रूप से बर्बाद कर दिया है । हम विश्वास करते हैं कि भारत को पूर्ण स्वराज्य या पूरी आजादी प्राप्त करनी ही चाहिए ।"

(ग) स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू करने का निर्णय भी लिया गया। एक प्रस्ताव में स्पष्ट कहा गया "हमें पूर्ण विश्वास है कि चाहे हम स्वेच्छा से दी गई सहायता को वापस ले लें और अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए सभी करों का देना बंद कर दें तो यह दुष्ट शासन समाप्त हो सकता है।"

(घ) यह भी निर्णय लिया गया कि हर साल 26 जनवरी का दिन सम्पूर्ण भारत में स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाए। इस प्रकार 26 जनवरी, 1930 ई० को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया गया। इसके मनाए जाने से जनसाधारण में एक बड़ा जोश पैदा हो गया और पूर्ण स्वराज्य का संदेश घर-घर पहुँच गया।

प्रश्न 4. कल्पना करें कि आप सिविल नाफरमानी आंदोलन में हिस्सा लेने वाली महिला हैं। बताएँ कि इस अनुभव का आपके जीवन में क्या अर्थ होता ?
उत्तर - सिविल नाफरमानी आंदोलन में भाग लेने के लिए मुझे एक महिला के नाते कितना फखर होता । मुझे न केवल महात्मा गाँधी जैसे बड़े नेताओं से मिलने का ही सौभाग्य प्राप्त होता वरन् उनके साथ-साथ साबरमती आश्रम से डांडी तक चलते-चलते कितना आनन्द प्राप्त होता । इन 25-26 दिन (12 मार्च, 1930 से 5 अप्रैल, 1930 तक) की यात्रा में स्थान-स्थान पर हमारा स्वागत हुआ, हजारों की संख्या में लोग महात्मा गाँधी को सुनने आये। लोगों ने जम कर अंग्रेजी सरकार के विरुद्ध नारे लगाए। सारा वातावरण ऐसे बन गया कि मैं सोचने को मजबूर हुई कि वह दिन दूर नहीं जब भारत स्वतंत्र होकर रहेगा। 6 अप्रैल के दिन डांडी स्थान पर समुद्र के किनारे महात्मा गाँधी ने समुद्र के नमकीन पानी से नमक तैयार करना जैसे ही शुरू किया 'भारत माता जिन्दाबाद' गाँधीजी जिन्दाबाद 'हम आजादी लेकर रहेंगे' आदि नारों से आकाश गूँज उठा ।

प्रश्न 5. राजनीतिक नेता पृथक निर्वाचिका (चुनाव क्षेत्रों) के सवाल पर क्यों बँटे हुए थे ?
उत्तर- (क) राजनीतिक नेता भारतीय समाज के विभिन्न वर्गों और समुदायों का प्रतिनिधित्व
करते थे।

(ख) जैसे- डॉ० अम्बेदकर 'दमित वर्गों या दलितों का नेतृत्व करते थे। इसी प्रकार मोहम्मद अली जिन्ना भारत के मुस्लिम सामाजिक समूह का प्रतिनिधित्व
करते थे।

(ग) ये नेतागण विशेष राजनीतिक अधिकारों और पृथक निर्वाचन क्षेत्र माँगकर अपने अनुयायियों का जीवन स्तर ऊँचा उठाना चाहते थे ।

(घ) लेकिन काँग्रेस पार्टी, विशेषकर गाँधीजी का मानना था कि पृथक निर्वाचन क्षेत्र भारत की एकता पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा ।

(ङ) वे इस माँग के विरुद्ध थे और एक समय इसके लिए आमरण अनशन पर भी बैठे थे। यही वे कारण थे कि राजनीतिक नेता पृथक चुनाव क्षेत्रों के सवाल पर बँटे हुए थे ।

प्रश्न 6. भारतीयों में सामूहिक अपनेपन का भाव विकसित करने वाले कारकों का उल्लेख करें ।
उत्तर- जब लोग ये महसूस करने लगते हैं कि वे एक ही राष्ट्र के अंग हैं; जब वे एक-दूसरे को एकता के सूत्र में बाँधने वाली कोई साझा बात ढूँढ़ लेते हैं। लेकिन राष्ट्र लोगों के मस्तिष्क में एक यथार्थ का रूप कैसे लेता है ? विभिन्न समुदायों, क्षेत्रों या भाषाओं से संबद्ध अलग-अलग समूहों ने सामूहिक अपनेपन का भाव कैसे विकसित किया ? सामूहिक अपनेपन की यह भावना आंशिक रूप से संयुक्त संघर्षों के चलते पैदा हुई थी। इनके अलावा बहुत सारी सांस्कृतिक प्रक्रियाएँ भी थीं जिनके जरिए राष्ट्रवाद लोगों की कल्पना और दिलोदिमाग पर छा गया था । इतिहास व साहित्य, लोक कथाएँ व गीत, चित्र व प्रतीक, सभी ने राष्ट्रवाद को साकार करने में अपना योगदान दिया था ।

प्रश्न 7. असहयोग आंदोलन में भारतीयों द्वारा अपनाए गए विभिन्न तरीकों का उल्लेख करें ।
उत्तर-असहयोग आंदोलन में भारतीयों द्वारा अपनाए गए विभिन्न तरीकें-
(क) गाँधीजी असहयोग आंदोलन को योजनाबद्ध तरीके से प्रारंभ करना चाहते थे। उनका विचार था कि सर्वप्रथम सरकार द्वारा दी गई पदवियों को लौटा दिया जाए तथा इसके बाद सरकारी नौकरियों तथा विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार कर दिया जाए।

(ख) असहयोग आंदोलन का प्रारंभ शहरी मध्यम वर्ग की हिस्सेदारी से प्रारंभ हुआ । विद्यार्थियों ने स्कूल-कॉलेज छोड़ दिए, शिक्षकों ने त्यागपत्र दे दिया, वकीलों ने मुकदमे लड़ने बंद कर दिए तथा मद्रास के अतिरिक्त प्रायः सभी प्रांतों में परिषद् चुनावों का बहिष्कार किया गया।

(ग) विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार किया गया, शराब की दुकानों की पिकेटिंग की गई तथा विदेशी कपड़ों की होली जलाई गई।

(घ) व्यापारियों ने विदेशी व्यापार में पैसा लगाने से इंकार कर दिया। देश में खादी का प्रचलन और उत्पादन बढ़ा ।

(ङ) ग्रामीण इलाकों में जमींदारों को नाई-धोबी सुविधाओं से वंचित करने के लिए पंचायतों ने 'नाई-धोबी बंद' का फैसला किया ।

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