बौद्ध धर्म के विषय में स्मरणीय तथ्य : PART 2

बौद्ध धर्म के विषय में स्मरणीय तथ्य : PART 2
बौद्ध धर्म के विषय में स्मरणीय तथ्य : PART 2
- बुद्ध की वैशाली यात्रा के विषय में महावस्तु (Mahavastu) से जानकारी प्राप्त होती है.
- पंचेन्द्रिय सुखों (पाँच इन्द्रिय सुख) को त्यागने वाले ऋषियों का उल्लेख सुत्तनिपात (Suttnipat) में मिलता है.
- बुद्ध क्षेत्र व सैनिक मामलों की महत्त्वपूर्ण जानकारी देने वाला संगमकालीन ग्रन्थ कल्लपली है.
- दिशा बतलाने वाले कौओं का उल्लेख दीघनिकाय (Digha Nikaya) और अंगुत्तर निकाय में है.
- वासुदेव शब्द “घटजातक” नामक बौद्ध ग्रन्थ में आया है.
- आजीवक सम्प्रदाय के विचार सामफल सुत्त और भगवती सूत्र में मिलते हैं.
- “घोषिताराम विहार” (यह एक उपवन है जिसको एक सेठ जिसका नाम घोषित था, उसने बुद्ध के निवास के लिए बनवाया था) के अवशेष कौशाम्बी से मिलते हैं.
- “घोषिताराम” का निर्माण करने वाला शासक वत्सराज उदयन था. इस विहार के उत्खनन से यह जानकारी मिलती है कि अग्निकांड के द्वारा यह विहार नष्ट हुआ होगा.
- “पुब्बाराम विहार” को विशाखा ने बनवाया था.
- “वेलुवन” को बिम्बिसार ने बुद्ध को दान दिया.
- “प्रछन्न बौद्ध” की संज्ञा “शंकराचार्य” को दी जाती है.
- सबसे पहले “बुद्ध प्रतिमा” का निर्माण मथुरा कला-शैली में हुआ.
- “विसुद्धिमग्ग (Visuddhimagga)” बौद्ध धर्म का “लघु विश्व कोश” है.
- प्रज्ञपरमिता सूत्र (Prajnaparamita) महायान बौद्ध का सर्वप्रमुख ग्रन्थ है.
- महात्मा बुद्ध की चार दृश्यों से वैराग्य की कथा महापदानसुत्त (Mahapadana Sutta) में वर्णित है.
- प्रमुख बौद्ध व्याकरणाचार्य चन्द्रगोमिनी है.
- बौद्ध विहारों की सर्वाधिक संख्या जुन्नैर नामक स्थान पर है.
- हीनयान सम्प्रदाय के साहित्य की भाषा पाली है.
- महायान सम्प्रदाय की साहित्यिक भाषा संस्कृत (चतुर्थ बौद्ध संगीति से) है.
- बौद्ध धर्म के प्रमुख संरक्षक नरेश : बिम्बिसार, अजातशत्रु, प्रसेनजित, चंड प्रद्योत, अशोक, मिनेंडर, कनिष्क, हर्षवर्धन, धर्मपाल, देवपाल आदि हैं.
- वज्रयान बुद्ध को अलौकिक दैविक सिद्धियों वाला पुरुष मानने वाला सम्प्रदाय है.
- धम्मपद को बौद्ध धर्म की गीता कहा जाता है.
- आम्रपाली/अम्बपाली/अम्बपालिका गणिका ने आमों का अपना बगीचा बुद्ध को दान किया.