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 Bihar Board Class 7 Science Solutions Chapter 3 ऊष्मा

BSEB Bihar Board Class 7 Science Solutions Chapter 3 ऊष्मा

Bihar Board Class 7 Science ऊष्मा Text Book Questions and Answers

अभ्यास

प्रश्न 1.
ऊष्मा चालक और ऊष्मारोधी में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जब कोई पदार्थ से ऊष्मा का स्थानान्तरण एक सिरे से दूसरे सिरे तक जाता है तो उसे ऊष्माचालक कहते हैं। जैसे एल्यूमिनियम, लोहा, चाँदी, ताँबा इत्यादि ऊष्मा चालक है।
जब कोई पदार्थ से ऊष्मा का स्थानान्तरण नहीं होता है तो उसे ऊष्मारोधी कहते हैं। जैसे—प्लास्टिक, लकड़ी इत्यादि ।

प्रश्न 2.
डॉक्टरी धर्मामीटर एवं प्रयोगशाला धर्मामीटर के कार्यों एवं बनावट, को बताइए।
उत्तर:
डॉक्टरी थर्मामीटर एक लम्बी, बारीक तथा समान व्यास की काँच की नली होती है जिसके एक सिरे पर एक बल्ब होता है, बल्ब में पारा भरा रहता है। बल्ब गर्म होने पर पारा ऊपर की ओर चढ़ता है। नली पर स्केल बना होता है। यह स्केल °C या “F इकाइयों में होता है। निम्न बिन्दु 35°C और उच्च बिन्द42°C या 94°F से 108°F तक चिड़ित रहता है। इससे मानव का ताप (बुखार) मापते हैं।

प्रयोगशाला थर्मामीटर की बनावट डॉक्टरी थर्मामीटर के समान है। सिर्फ स्केल में अन्तर रहता है। इसका स्केल “C में ऑकत रहता है। निम्न बिन्दु 10°C और उच्च बिन्दु 110°C अंकित रहता है। जब तक पारा स्थिर न हो जाए तब तक धर्मामीटर को सीधे स्थिर रखना चाहिए।

प्रश्न 3.
सर्दियों में एक मोटे कपड़े की अपेक्षा उसी मोटाई के कई परतों वाला वस्त्र अधिक गर्म प्रदान करता है, क्यों?
उत्तर:
सर्दियों में हमारा शरीर गर्म रहता है। वातावरण के ताप से, शरीर का ताप बाहर न जाए इसके लिए मोटे ऊनी कपड़े पहनते हैं, फिर भी ठंड – लगती है लेकिन जब दो-तीन समान मोटाई के कपड़ा पहनते हैं तो दो कपड़ों के बीच हवा होती है जो ऊष्मा का कुचालक होता है। अत: हमारे शरीर से ऊष्मा बाहर नहीं जाता और हमें ठंड नहीं लगती।

प्रश्न 4.
गर्म जलवायु वाली जगहों पर घरों के उजले रंग से रंगने की सलाह क्यों दी जाती है?
उत्तर:
उजला रंग के कारण घर कम गर्म होते हैं वोकि उनला रंग अधिकांश ऊम्मीय विकिरण को परावर्तित कर देती है। ऊष्मीय विकिरण को परावर्तित होने से घर कम गर्म होता है और हमें आराम मिलता है। इसलिए गर्म जलवायु वाली जगहों पर घरों के उजले रंग से रंगने की सलाह दी जाती है।

प्रश्न 5.
कॉलम ‘क’ से कॉलम ‘ख’ के शब्दों का मिलान कीजिए –

उत्तर:
(i) आ
(ii) इ
(iii) ई
(iv) अ।

प्रश्न 6.
सही उत्तर पर चिह्न लगाएँ –
(i) एक लीटर जल जिसका तापमान 0°C हो तथा एक लीटर जल जिसका तापमान 40°C हो को आपस में मिला दें तो पूरे जल का तापमान होगा –
(क) 10°C से कम
(ख) 40°C से अधिक
(ग) 10°C से 40°C के बीच
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ग) 10°C से 40°C के बीच

(ii) बर्फ में लकड़ी का चम्मच डाला जाए तो –
(क) चालन के कारण दूसरा सिरा ठंडा हो जाएगा
(ख) चालन के कारण गर्म हो जाएगा ।
(ग) कुचालक होने के कारण कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
(घ) सुचालक होने के कारण ठंडा हो जाएगा।
उत्तर:
(ग) कुचालक होने के कारण कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

(iii) 20°C ताप पर गर्म जल में 20°C ताप पर गर्म लोहे की छड़ को डालने से –
(क) छड का तापमान बढ़ जाएगा
(ख) पानी का तापमान बढ़ जाएगा
(ग) दोनों का ताप बढ़ जाएगा
(घ) कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
उत्तर:
(घ) कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

Bihar Board Class 7 Science ऊष्मा Notes

ठंडा मौसम में हमें ठंड और गर्मी के मौसम में गर्मी का लगती है। ठंड के मौसम में ऊनी और रंगीन कपड़ा और गर्मी के दिनों में सूती और हल्के कपड़ा पहनना पसंद करते हैं। वस्तुओं को स्पर्श कर हम वस्तु का ठंडापन और गर्महाट का अनुभव करते हैं। सिर्फ स्पर्श कर किसी वस्तु के तापमान .. की सही जानकारी नहीं प्राप्त कर सकते हैं। तापमान जानने के लिए थर्मामीटर का उपयोग करते हैं। मानव शरीर का तापमान डॉक्टरी थर्मामीटर द्वारा मापा जाता है। डॉक्टरी थर्मामीटर एक लम्बी, बारीक तथा समान व्यास की काँच की नली होती है जिसके एक सिरे पर बल्ब जिसमें पारा भरा रहता है। गर्म करने पर पारा ऊपर की ओर चढ़ता है और चमकता है। काँच नली पर सेल्सियस (C) और फारेनहाइट (°F) स्केल बना रहता है। 37°C जो 98.6°F के बराबर होता है। प्रयोगशाला में ताप मापने वाले यंत्र को तापमापी कहते हैं। तापमापी का परिसर 10° से 110°C होता है। डॉक्टरों द्वारा आजकल डीजिटल थर्मामीटर का प्रयोग किया जाता है।

जब चुल्हे में ईंधन जल रहा हो और उस पर बर्तन रखी हो तो बर्तन गर्म हो जाता है। जब चुल्हे पर से बर्तन नीचे रख दिया जाता है तो बर्तन ठंडा हो जाता है इस प्रकार से हम देखते हैं कि ऊष्मा का स्थानान्तरण गर्म से ठंडी वस्तु की ओर होता है। यदि दो वस्तुओं का तापमान समान हो तो ऊष्मा का स्थानान्तरण नहीं होता है। ऊष्मा का स्थानान्तरण तीन विधियों से होता है चालन, संवहन और विकिरण। जब ऊष्मा वस्तु के गर्म सिरे से ठंडे सिरे की ओर स्थानान्तरित होती है तो चालन कहते हैं। ठोस में ऊष्मा का स्थानान्तरण प्रायः चालन विधि से होता है। संवहन क्रिया में ऊष्मा के स्थानान्तरण के लिए माध्यम कण । चलकर माध्यम को गर्म करते हैं। जैसे बर्तन में पानी रखा हो और उसे गर्म किया जाता है तो पानी गर्म होकर अपर उठता है और ऊपर का पानी नीचे जाता है। ऊष्मा के स्थानान्तरण के लिए किसी माध्यम का होना जरूरी नहीं है। सूर्य से ऊष्मा विकिरण विधि से पृथ्वी तक पहुँचती है। गर्म बर्तन, ठंडा होना, ऊष्मा का स्थानान्तरित विकिरण विधि द्वारा होता है।

यदि ऊष्मा किसी पदार्थ से एक सिरे से दूसरे सिरे तक जाने देता है उसे ऊष्मा का चालक कहते हैं । ताँबा, एल्युमिनियम, लोहा आदि ऊप्मा के चालक हैं जो पदार्थ ऊष्मा को एक सिरे से दूसरे सिरे तक जाने नहीं देता है कसे ऊष्मा का कुचालक कहते हैं। ऊष्मा के कुचालक को ऊष्मारोधी भी कहते हैं। जैसे-प्लास्टिक लकड़ी आदि । दिन में पृथ्वी जल की अपेक्षा शीघ्र गर्म होती है, पृथ्वी के ऊपर की वायु गर्म होकर ऊपर

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